अमेरिकी कंपनी ने भारत की इंग्लिश-लर्निंग प्लेटफॉर्म enguru का अधिग्रहण किया
भारत के ऑफिसों में अंग्रेजी सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली भाषाओं में से है. यही कारण है कि भारत में तेजी से आगे बढ़ने की चाह रखने वाले सर्विस सेक्टर के लिए इस भाषा के मार्केट में पकड़ बनाना अनिवार्य है.
अमेरिकी इंग्लिश लर्निंग प्लेटफॉर्म ओपन इंग्लिश (Open English) ने भारत के मोबाइल लैंग्वेज लर्निंग प्लेटफॉर्म एनगुरु
के अधिग्रहण की घोषणा की है. स्थानीय-भाषी टीचर्स द्वारा पढ़ाए जाने वाले 24/7 लाइव कक्षाओं के साथ अमेरिका में अपनी पकड़ जमाने और 15 लाख से अधिक छात्रों को जोड़ने के बाद ओपन इंग्लिश ने स्पेन और तुर्की में अपना विस्तार किया है.अब वह इस सफलता को दुनिया के सबसे बड़े अंग्रेजी सीखने वाले बाजारों में से एक में दोहराने की उम्मीद कर रहा है. एनगुरु ऐप को भारत में 1.6 करोड़ से अधिक डाउन किया जा चुका है.
बता दें कि, भारत के ऑफिसों में अंग्रेजी सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली भाषाओं में से है. यही कारण है कि भारत में तेजी से आगे बढ़ने की चाह रखने वाले सर्विस सेक्टर के लिए इस भाषा के मार्केट में पकड़ बनाना अनिवार्य है.
बता दें कि, साल 2025 तक भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 90 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है जो कि एडटेक मार्केट को एक बेहतर अवसर प्रदान करता है. 2025 तक एडटेक मार्केट भी 10.4 अरब डॉलर (8.3 खरब रुपये) तक पहुंचने का अनुमान है.
ओपन इंग्लिश के फाउंडर, चेयरमैन और सीईओ एंद्रेस मोरेनो ने कहा कि हमें विश्वास है कि एनगुरु का मोबाइल-फर्स्ट लर्निंग प्लेटफॉर्म भारतीय यूजर्स के लिए लाइव इंटरेक्टिव क्लासेस, सेल्फ-पेस लेसन और गेमीफाइड लर्निंग एक्टिविटीज के संयोजन के माध्यम से सबसे अच्छा सॉल्यूशन मुहैया करता है.
उन्होंने आगे कहा कि स्टूडेंट्स के अनुभव के केंद्र के रूप में लाइव कक्षाओं पर उनका जोर ओपन इंग्लिश के मिशन और इस विश्वास के साथ पूरी तरह से मेल खाता है कि लाइव इंटरैक्शन छात्रों के लिए अंग्रेजी सीखने का सबसे अच्छा और सबसे प्रभावी तरीका है.
साल 2015 में स्थापित एनगुरु के फाउंडर और सीईओ अर्शन वकील ने कहा कि हम ओपन इंग्लिश के साथ साझेदारी करके बहुत उत्साहित हैं. ओपन इंग्लिश और एनगुरु दोनों एक ऐसे कंज्यूमर को टारगेट करते हैं जो हाई क्वालिटी और अफोर्डेबल सॉल्यूशंस चाहते हैं, जहां से वे कहीं भी पहुंच सकते हैं. हमारा स्ट्रॉन्गली मानना है कि एक लाइव अंग्रेजी प्लेटफॉर्म को बढ़ाने में ओपन इंग्लिश की विशेषज्ञता हमें भारत में अंग्रेजी लर्निंग के बाजार के एक महत्वपूर्ण हिस्से पर कब्जा करने में मदद करेगी.
एनगुरु अपना नाम नहीं बदलेगी और इसी नाम के साथ अपना कामकाज जारी रखेगी. लेकिन दोनों कंपनियां एक दूसरे के अनुभव का लाभ उठाएंगी और पूरे भारतीय मार्केट में छात्रों को बेहतर अनुभव मुहैया कराती रहेंगी.
Edited by Vishal Jaiswal