Self Reliant India फंड के जरिए MSMEs में किया 1,500 करोड़ रुपये का निवेश: सरकार
केंद्रीय सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा द्वारा हाल ही में साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, छोटे व्यवसायों में उनकी वृद्धि, शेयर बाजारों में लिस्टिंग और वैश्विक विस्तार के लिए इक्विटी निवेश करने के लिए सरकार द्वारा शुरू किए गए Self Reliant India (SRI) फंड ने MSMEs में 1,571.55 करोड़ रुपये का निवेश किया है. SRI फंड एक सेबी-रजिस्टर्ड कैटेगरी-II अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड (AIF) है.
SRI फंड मदर-फंड (mother-fund) और डॉटर-फंड (daughter-fund) स्ट्रक्चर की तरह काम करता है. यह इक्विटी, अर्ध-इक्विटी और लोन के माध्यम से ग्रोथ कैपिटल के रूप में आगे के प्रावधान के लिए डॉटर-फंड्स को फंडिंग देता है.
वर्मा ने इस महीने की शुरुआत में संसद को बताया था, "SRI फंड के तहत 30 जून, 2022 तक, देश भर में MSMEs में 1,571.55 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है." समर्थित MSMEs की संख्या के संदर्भ में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 30 जून को एक कार्यक्रम में 75 उद्यमों को 'डिजिटल इक्विटी सर्टिफिकेट' जारी किया गया था.
मई 2020 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषित, लगभग 5,000 MSMEs को सरकार के 50,000 करोड़ रुपये के Self Reliant India (SRI) फंड से लाभ होने की उम्मीद है, MSME मंत्री नारायण राणे ने कहा था. राणे ने इस साल फरवरी में लोकसभा को सूचित किया था, "प्रति MSME 10 करोड़ रुपये के औसत निवेश को मानते हुए, लगभग 5000 MSMEs के लाभान्वित होने की संभावना है." SRI फंड NSIC Venture Capital Fund Limited (NVCFL) द्वारा कार्यान्वित किया जाता है.
इस साल जून में एक इवेंट में MSME सचिव बीबी स्वैन ने जानकारी दी थी कि 22 डॉटर फंड को पहले ही फंड दिया जा चुका है. स्वैन ने कहा, "मुझे इस बात से खुशी हुई कि हमने (सरकार) ने जो योजना बनाई थी, उसकी तुलना में हम जो भी रुपये डालते हैं, उसके लिए 4 रुपये डॉटर फंड से लाए जाएंगे, जबकि हमने 155 करोड़ रुपये लगाए थे, जो वास्तव में गया था, इक्विटी 1,540 करोड़ रुपये थी.”
मदर फंड के रूप में 10,000 रुपये के शुरुआती बजटीय समर्थन के साथ सरकार SRI फंड में एकमात्र एंकर निवेशक है. 50,000 करोड़ रुपये के बाकी का 80 प्रतिशत डॉटर फंड से आएगा जो सितंबर 2021 में फंड के दिशानिर्देशों के अनुसार बैंकों, वित्तीय संस्थानों, एचएनआई, उद्यम पूंजी और निजी इक्विटी निवेशकों और अन्य जैसे बाहरी स्रोतों से पूंजी जुटाएगा.