OYO वापस ले सकती है अपने IPO पेपर: रिपोर्ट
OYO ने 2021 में IPO के जरिए 8,430 करोड़ रुपये जुटाने के लिए SEBI के साथ अपने ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए थे.
ओयो होटल्स एंड होम्स भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से अपने आईपीओ के लिए दाखिल किए गए ड्राफ्ट पेपर वापस लेने पर विचार कर रही है. इससे कंपनी की सार्वजनिक होने की योजना रुक सकती है. द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी पिछले कुछ समय से इसकी योजना बना रही है और सभी हितधारकों को सूचित कर दिया गया है. रितेश अग्रवाल की अगुवाई वाली कंपनी अब अगले कुछ महीनों में निजी निवेशकों से पैसा जुटाने पर विचार कर रही है.
ने पहली बार अक्टूबर 2021 में 8,430 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखते हुए अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया था. जनवरी 2023 में, बाजार नियामक ने OYO के आवेदन को वापस कर दिया और नई जानकारी के साथ आवेदन को फिर से दाखिल करने के लिए कहा. इसके कुछ महीनों बाद निवेशक सॉफ्टबैंक ने OYO के आंतरिक मूल्यांकन को 3.4 बिलियन डॉलर से घटाकर 2.7 बिलियन डॉलर कर दिया.
रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने कथित तौर पर काफी कम पब्लिक फंडरेज़ के लिए सेबी के पास एक कॉन्फीडेंशियल प्री-फाइलिंग दायर की थी.
YourStory स्वतंत्र रूप से रिपोर्ट को सत्यापित नहीं कर सका और टिप्पणी के लिए OYO से संपर्क किया है.
हालाँकि, OYO ने ईटी की रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा कि यह गलत है और कंपनी के प्रतिनिधि या उसके आईपीओ बैंकरों और सलाहकारों द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गई है.
रिपोर्ट के अनुसार, एसबीआई के पूर्व चेयरमैन रजनीश कुमार ने भी दिसंबर 2021 में अपना अनुबंध समाप्त होने के बाद OYO में समूह रणनीतिक सलाहकार के पद से इस्तीफा दे दिया है.
जनवरी में, ब्लूमबर्ग ने बताया कि OYO 6 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर 400 मिलियन डॉलर जुटाने के लिए मलेशिया के सॉवरेन फंड Khazanah Nasional Berhad के साथ बातचीत कर रहा था.
(Translated by: रविकांत पारीक)