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IPO के लिए 15 फरवरी तक दोबारा दस्तावेज दाखिल करेगी OYO

SEBI ने OYO की पैरेंट कंपनी Oravel stays Limited के IPO के लिए दस्तावेज को वापस लौटा दिया था. इसके साथ ही मार्केट रेगुलेटर ने कंपनी से कुछ संशोधनों के साथ DRHP को फिर से जमा कराने का आदेश दिया है.

IPO के लिए 15 फरवरी तक दोबारा दस्तावेज दाखिल करेगी OYO

Wednesday January 18, 2023 , 3 min Read

होटल कारोबार से जुड़े स्टार्टअप Oyo का संचालन करने वाली कंपनी Oravel stays Limited ने बुधवार को कहा कि वह आईपीओ लाने के लिए अपने ड्राफ्ट पेपर को अगले महीने के मध्य तक फिर से दाखिल करेगी. इस महीने की शुरुआत में पूंजी बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने कंपनी से कुछ नयी जानकारी के साथ IPO के ड्राफ्ट पेपर फिर से दाखिल करने को कहा था.

कंपनी ने कहा, "हम सभी प्रमुख खंडों को एक साथ अपडेट करने पर काम कर रहे हैं. इस काम को अलग-अलग दलों के बीच विभाजित किया गया है. कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी बुक रनिंग लीड मैनेजर, आईपीओ बैंकरों, वकीलों और लेखा परीक्षकों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं."

कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "हम फरवरी 2023 के मध्य तक मसौदा रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) को फिर से जमा करने की तैयारी कर रहे हैं."

आपको बता दें कि, SEBI ने OYO की पैरेंट कंपनी Oravel stays Limited के IPO के लिए दस्तावेज को वापस लौटा दिया था. इसके साथ ही मार्केट रेगुलेटर ने कंपनी से कुछ संशोधनों के साथ DRHP को फिर से जमा कराने का आदेश दिया है.

SEBI के इस कदम से हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की कंपनी OYO के आईपीओ लॉन्च होने में देरी हो सकती है. ओयो ने सितंबर, 2021 में 8,430 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास दस्तावेज जमा कराए थे. इस आईपीओ में 7,000 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किये जायेंगे और 1,430 करोड़ रुपये तक की बिक्री पेशकश (OFS) के माध्यम से की जाएगी.

सेबी ने 30 दिसंबर, 2022 को कंपनी के आईपीओ दस्तावेज को वापस कर दिया था और इसे संशोधन के साथ फिर दायर करने के लिए कहा है. हालांकि, SEBI ने दस्तावेजों के मसौदे में किए जाने वाले जरूरी संशोधनों के बारे में विस्तार से नहीं बताया है. कंपनी ने कहा था कि वह आईपीओ के जरिये जुटाए गए फंड का इस्तेमाल कर्ज चुकाने और कारोबार के विस्तार में करेगी.

OYO का वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में लाभ 63 करोड़ रुपये रहा, जबकि इससे एक साल पहले की समान अवधि में उसे 280 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. कंपनी का रेवेन्यु वित्त वर्ष 2022-23 के अप्रैल-सितंबर में सालाना आधार पर 24 प्रतिशत बढ़कर 2905 करोड़ रुपये रहा. कंपनी के पास 2785 करोड़ रुपये का कैश कॉरपस है. सेबी ने ओयो को, सेबी द्वारा आईपीओ एप्लीकेशन एग्जामिन और प्रॉसेस किए जाने से पहले अपडेटेड वित्तीय नतीजे सबमिट करने की भी इजाजत दी है.

ओयो को SoftBank का समर्थन प्राप्त और कंपनी में SoftBank की हिस्सेदारी करीब 46 फीसदी है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में 63 करोड़ रुपये का लाभ कमाया, जबकि इससे एक साल पहले की समान अवधि में उसे 280 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. फिलहाल OYO दुनिया भर के 35 देशों के 10 हजार शहरों में हॉस्पिटैलिटी सर्विस प्रोवाइड करती है.

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