OYO का IPO आने में लगेगा अभी और वक्त, SEBI ने लौटाए ड्राफ्ट पेपर्स
ओयो ने सितंबर 2021 में 8,430 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए बाजार नियामक सेबी के पास दस्तावेज जमा कराये थे.
का आईपीओ (OYO IPO) आने में अभी और वक्त लग सकता है. इसकी वजह है कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने ओरावेल स्टेज लिमिटेड (ओएसएल) से कुछ संशोधनों के साथ आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के दस्तावेजों के ड्राफ्ट को फिर से जमा कराने को कहा है. ओरावेल स्टेज लिमिटेड, ओयो ब्रांड के तहत काम करती है. कुल मिलाकर ओयो के आईपीओ में देरी हो सकती है.
ओयो ने सितंबर 2021 में 8,430 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए बाजार नियामक सेबी के पास दस्तावेज जमा कराये थे. आईपीओ में 7,000 करोड़ रुपये के नये शेयर जारी किये जायेंगे और 1,430 करोड़ रुपये तक की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाई जायेगी. सेबी ने 30 दिसंबर, 2022 को कंपनी के आईपीओ दस्तावेज को वापस कर दिया था और इसे संशोधन के साथ फिर दायर करने के लिए कहा है.
FY23 की पहली छमाही में 63 करोड़ का मुनाफा
हालांकि, नियामक ने ड्राफ्ट डॉक्युमेंट्स में आवश्यक संशोधनों के बारे में विस्तार से नहीं बताया है. कंपनी का वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में लाभ 63 करोड़ रुपये रहा, जबकि इससे एक साल पहले की समान अवधि में उसे 280 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. कंपनी का रेवेन्यु वित्त वर्ष 2022-23 के अप्रैल-सितंबर में सालाना आधार पर 24 प्रतिशत बढ़कर 2905 करोड़ रुपये रहा. कंपनी के पास 2785 करोड़ रुपये का कैश कॉरपस है. सेबी ने ओयो को, सेबी द्वारा आईपीओ एप्लीकेशन एग्जामिन और प्रॉसेस किए जाने से पहले अपडेटेड वित्तीय नतीजे सबमिट करने की भी इजाजत दी है.
इससे पहले ओयो ने दिसंबर को कहा था कि वह प्रौद्योगिकी और कॉरपोरेट क्षेत्र में 600 नौकरियों की कटौती करेगी. इस तरह कंपनी अपने 3,700 कर्मचारियों में करीब 10 प्रतिशत को कम करेगी. साथ ही कंपनी संबंध प्रबंधन दल में करीब 250 लोगों की भर्ती भी करेगी. यह कदम उसके संगठनात्मक ढांचे में व्यापक बदलावों को लागू करने का हिस्सा है. कंपनी अपने उत्पाद और इंजीनियरिंग, कॉरपोरेट मुख्यालय और ओयो 'वैकेशन होम्स' के दल का आकार घटा रही है. इसके अलावा संबंध प्रबंधन और कारोबार विकास के क्षेत्र में भर्ती की जा रही है. कंपनी ने बताया कि सुचारू कामकाज के लिए उत्पाद और इंजीनियरिंग टीमों का विलय किया जा रहा है.
Edited by Ritika Singh