पाकिस्तान सरकार का Twitter अकाउंट भारत में तीसरी बार बैन
यह कथित तौर पर तीसरी बार है जब पाकिस्तान के ट्विटर अकाउंट को भारत में देखे जाने के लिए प्रतिबंधित किया गया है. इससे पहले अक्टूबर 2022 में पाकिस्तान सरकार के ट्विटर अकाउंट को भारत में बैन कर दिया गया था.
पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट को भारत में बैन कर दिया गया है. जब कोई पाकिस्तान सरकार के ट्विटर अकाउंट को एक्सेस करने की कोशिश करता है, तो यह कहता है, "अकाउंट विथल्ड @Govtof Pakistan's अकाउंट को कानूनी मांग के जवाब में भारत में रोक दिया गया है." (Account Withheld @GovtofPakistan's account has been withheld in India in response to a legal demand)
यह कथित तौर पर तीसरी बार है जब पाकिस्तान के ट्विटर अकाउंट को भारत में देखे जाने के लिए प्रतिबंधित किया गया है.
इससे पहले अक्टूबर 2022 में पाकिस्तान सरकार के ट्विटर अकाउंट को भारत में बैन कर दिया गया था.
हाल के महीनों में कथित तौर पर यह इस तरह की दूसरी घटना थी. इस अकाउंट को पहले जुलाई में भी बैन कर दिया गया था, लेकिन इसे फिर से एक्टिव कर दिया गया था और यह दिखाई दे रहा था.
ट्विटर के दिशानिर्देशों के अनुसार, माइक्रोब्लॉगिंग साइट अदालत के आदेश जैसी वैध कानूनी मांग के जवाब में इस तरह की कार्रवाई करती है. वर्तमान में, पाकिस्तान सरकार का ट्विटर फ़ीड "@Govtof Pakistan" भारतीय उपयोगकर्ताओं को नहीं दिखाई दे रहा है.
पिछले साल जून में, भारत में ट्विटर ने संयुक्त राष्ट्र, तुर्की, ईरान और मिस्र में पाकिस्तान दूतावासों के आधिकारिक खातों पर प्रतिबंध लगा दिया था. अगस्त में, भारत ने "फर्जी, भारत-विरोधी सामग्री" ऑनलाइन पोस्ट करने के लिए आठ YouTube न्यूज़ चैनलों को ब्लॉक कर दिया, जिनमें से एक पाकिस्तान से चलाया जा रहा है और एक फेसबुक अकाउंट है.
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी नियम, 2021 के तहत आपातकालीन शक्तियों को लागू करके कार्रवाई की गई. ब्लॉक किए गए भारतीय YouTube चैनलों को नकली और सनसनीखेज थंबनेल, न्यूज़ एंकरों की तस्वीरों और कुछ टीवी समाचारों के लोगो का उपयोग करते देखा गया. चैनलों ने दर्शकों को यह विश्वास दिलाने के लिए गुमराह किया कि खबर प्रामाणिक थी.
बता दें कि बीते साल 25 अप्रैल को सरकार ने देश की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित भ्रामक सूचनाएं फैलाने के मामले में एक फेसबुक अकाउंट और 16 यूट्यूब चैनलों पर रोक लगा दी थी. इन चैनलों में से 6 पाकिस्तान से संचालित हो रहे थे. जिन यूट्यूब चैनलों और फेसबुक खाते पर रोक लगाई गई है उनकी कुल दर्शक संख्या (व्यूवरशिप) 68 करोड़ से अधिक थी.
इससे पहले 5 अप्रैल को भारत सरकार ने 22 यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक कर दिया था, जिसमें पाकिस्तान से चलाए जाने वाले 4 चैनल शामिल थे. जबकि उससे भी पहले खुफिया एजेंसियों के साथ एक समन्वित प्रयास में 20 यूट्यूब चैनल और दो वेबसाइट को ब्लॉक किया गया था. सरकार ने कहा था कि इन चैनलों का इस्तेमाल "कश्मीर, भारतीय सेना, भारत में अल्पसंख्यक समुदायों, राम मंदिर, जनरल बिपिन रावत आदि" जैसे विषयों पर समन्वित तरीके से विभाजनकारी सामग्री पोस्ट करने के लिए किया जा रहा था.