भारत में UPI के क्षेत्र में उतरेगा PayPal, गूगल पे और फोन पे से मिलेगी सीधी चुनौती
अधिक सुविधाजनक होने के चलते भारत में लोग डेबिट या क्रेडिट कार्ड के उपयोग के बजाय यूपीआई को अधिक प्राथमिकता देते हैं।
अमेरिकी भुगतान कंपनी पेपाल भारत की घरेलू कार्ड प्रणाली RuPay के साथ काम करने वाले स्थानीय उत्पादों के निर्माण के लिए भारत को एक महत्वपूर्ण बाजार के रूप में देख रही है और कंपनी देश में डिजिटल भुगतान में क्रांति लाने वाले यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के समर्थन पर विचार कर रही है।
इकनॉमिक टाइम्स से बात करते हुए पेपाल के चीफ टेक्नालजी ऑफिसर श्री शिवनन्दा ने कहा,
“वैश्विक कंपनी होने के नाते भारत हमारे लिए एक महत्वपूर्ण बाज़ार है। यह काफी महत्वपूर्ण है और हम इसे लंबे समय के हिसाब से देख रहे हैं।”
श्री शिवनंदा के अनुसार पेपाल यूपीआई को अपने आगे के कदमों के साथ भारत में जारी उसकी वर्तमान सेवाओं को भी वह जारी रखेगी।
भारत में इस फर्म के हजारों यूजर्स हैं। छोटे और मध्यम उद्यमों के साथ ही लोग विश्व स्तर पर ग्राहकों को प्रदान की गई सेवाओं के लिए भुगतान प्राप्त करने के लिए इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं।
शिवनन्दा कहते हैं,
“हम लंबे समय से भारत में हैं, लेकिन हम ज्यादातर सीमा पार व्यापार पर केंद्रित थे, जिससे भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को मदद मिली। हम भारतीय सेवा प्रदाताओं का एक बड़ा हिस्सा हैं, जो बाहर के लोगों को सेवाएं प्रदान करते हैं।”
पेपाल के यूपीआई में आने से पहले गूगल पे, फोन पे और पेटीएम इस क्षेत्र में अपना दबदबा बनाने में लगे हुए हैं। गौरतलब है कि अगस्त 2016 में शुरू हुई यूपीआई सेवा के बाद बीती फरवरी को देश में सबसे अधिक करीब 1.32 अरब यूपीआई ट्रैंज़ैक्शन हुए हैं।
भारत में उपयोगकर्ता मोबाइल ऐप का उपयोग करके लेन-देन करते हैं, जिसमें UPI उनके बैंक खातों से जुड़ा होता है। अधिक सुविधाजनक होने के चलते लोग डेबिट या क्रेडिट कार्ड के उपयोग के बजाय यूपीआई को अधिक प्राथमिकता देते हैं।