सिंगापुर से PhonePe की वतन वापसी, IPO की तैयारियां तेज
फिनटेक यूनिकॉर्न
ने सोमवार को कहा कि उसने अपने IPO से पहले अपने हेडक्वार्टर को सिंगापुर से भारत ट्रांसफर करने की प्रक्रिया पूरी कर ली है. यानि कि भुगतान और वित्तीय सेवा देने वाली कंपनी फोन पे अब सिंगापुर के बजाय भारत की कंपनी बन गई है.इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद फोन पे समूह के कारोबार और कंपनियों पर अब फोन पे प्राइवेट लिमिटेड (भारत) का मालिकाना हक है.
वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट के स्वामित्व वाली कंपनी ने कहा कि प्रक्रिया तीन चरणों में पूरी हुई. पहला, पिछले एक साल में, PhonePe ने PhonePe Singapore के पूरे बिजनेसेज और सहायक कंपनियों को सीधे PhonePe Pvt Ltd India में ट्रांसफर कर दिया. इसमें इसकी इंश्योरेंस ब्रोकिंग सेवाएं और वेल्थ ब्रोकिंग बिजनेस शामिल हैं.
कंपनी ने अपने बयान में कहा, "दूसरी बात, फोनपे के बोर्ड ने हाल ही में एक नई ESOP योजना बनाने और फोनपे ग्रुप के कर्मचारियों के मौजूदा ESOP को PhonePe India की नई योजना के तहत नए ESOP जारी करने की मंजूरी दी है."
अंत में, नए उदारीकृत स्वचालित ODI नियमों के तहत, PhonePe ने हाल ही में अधिग्रहित IndusOS Appstore (OSLabs Pte Ltd) के स्वामित्व को सिंगापुर से भारत में ट्रांसफर कर दिया है.
कंपनी के बहुसंख्यक शेयरधारक Affle Global Pte Ltd के साथ सौहार्दपूर्ण समझौता करने के बाद कंपनी ने मोबाइल प्लेटफॉर्म OSLabs के लंबे समय से लंबित अधिग्रहण को पूरा कर लिया है.
PhonePe ने प्रीमियम पर Affle Global की पूरी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया, हालांकि, अंतिम मूल्यांकन का खुलासा नहीं किया जिस पर सौदा हुआ था.
डिजिटल पेमेंट्स कंपनी की योजना IPO लाने की है, जब उसके मुख्य व्यवसाय लाभदायक हो जाएंगे, जिसे फर्म को 2023 तक हासिल करने की उम्मीद है. फोनपे United Payments Interface सेक्टर की बड़ी कंपनी है. मासिक ऑनलाइन पेमेंट्स के हिसाब से देखे तो फोनपे की हिस्सेदारी करीब 47 फीसदी की है.
फोनपे ने स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. कंपनी अपने फाइनैंशियल सर्विसेज पोर्टफोलियो और यूपीआई बेडस्ड पेमेंट ऑपरेशन के विस्तार के लिए Initial Public Offering लाना चाहती है. कंपनी द्वारा अपने कोर बिजनेस के मुनाफे में आने के बाद आईपीओ को लॉन्च करेगी. PhonePe 8 से 10 बिलियन डॉलर वैल्यूएशन का लक्ष्य लेकर चल रही है.
PhonePe की स्थापना 2015 में समीर निगम, राहुल चारी और बुर्जिन इंजीनियर द्वारा की गई थी, PhonePe ने 2017 में वित्तीय सेवाओं में कदम रखा और तब से कई म्यूचुअल फंड और इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स लॉन्च किए हैं.
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