आठ महीने की गर्भवती स्वास्थ्यकर्मी कर रही हैं मरीजों का इलाज, अपने काम को बताया देशसेवा
कोरोना वायरस के इस प्रकोप के बीच देश भर के डॉक्टरों ने अपनी निस्वार्थ सेवा के जरिये एक मिशाल कायम की है।
कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में हेल्थवर्कर्स और डॉक्टर अपनी परवाह न करते हुए इस समय मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं। देश के तमाम हिस्सों से ऐसे मामले सामने आए हैं जहां डॉक्टर कोरोना की चपेट में आए हैं, लेकिन इससे उनके हौसलों को कोई फर्क नहीं पड़ा है।
ऐसी ही एक स्वास्थ्यकर्मी संतोषी मानिकपुरी हैं, जो आठ माह की गर्भवती हैं, लेकिन बावजूद इसके रोजाना मरीजों का इलाज कर रही हैं। संतोषी छत्तीसगढ़ के कोंडागाँव जिले के केरावही गाँव में अपनी सेवाएँ दे रही हैं।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए संतोषी ने कहा,
“मैं अपना काम करते हुए खुश हूँ और मुझे इस समय अपने देश की सेवा करने का मौका मिल रहा है।”
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण के 36 मामले पाये गए हैं, जबकि 25 लोग इससे रिकवर हो चुके हैं। जबकि देशव्यापी आंकड़ों की बात करें तो खबर लिखे जाने तक देश में कुल 18,786 मामले पाये गए हैं, जिनमें 3280 लोग इससे रिकवर हुए हैं।
कोरोना वायरस के चलते देशव्यापी लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है, जबकि इसके पहले यह लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म हो जाना था।