राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति ने गोवा को मुक्ति दिवस पर दी शुभकामनाएं
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट संदेश में कहा, गोवा मुक्ति दिवस पर, हम गोवा को औपनिवेशिक शासन से मुक्त करने के संघर्ष में अपना सब कुछ झोंक देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं। भारतीय सैन्य बलों ने गोवा में अभियान चलाकर 19 दिसंबर 1961 को इसे मुक्त कराया था। हर साल 19 दिसम्बर को मनाया जाता है गोवा मुक्ति दिवस।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गोवा में पुर्तगालियों के 450 साल के शासन के अंत के उपलक्ष्य में बृहस्पतिवार को 58वें मुक्ति दिवस पर राज्य के लोगों को शुभकामनाएं दीं ।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी औपनिवेशिक शासन से राज्य को आजाद कराने में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया।
भारतीय सैन्य बलों ने गोवा में अभियान चलाकर 19 दिसंबर 1961 को इसे मुक्त कराया था।
राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट किया,
‘‘गोवा के मुक्ति दिवस पर हम औपनिवेशिक शासन से गोवा को मुक्त कराने के संघर्ष में सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं। हम भारतीय सैन्य बलों के बहादुर प्रयास को सलाम करते हैं। सुनहरे और समृद्ध भविष्य के लिए इस सुंदर राज्य के लोगों को मेरी बहुत-बहुत शुभकामनाएं।’’
उपराष्ट्रपति नायडू ने अपने ट्वीट में कहा,
‘‘गोवा को औपनिवेशिक शासन से आजाद कराने में प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को गोवा मुक्ति दिवस पर मेरी श्रद्धांजलि। राष्ट्र इस मिशन में बहादुरी से लड़ने वाले हमारे सैनिकों का हमेशा शुक्रगुजार रहेगा।’’
गोवा मुक्ति आंदोलन छिटपुट विद्रोहों से शुरू हुआ था, लेकिन 1940 और 1960 में इसने जोर पकड़ा और आखिरकार गोवा को 1961 में पुर्तगालियों के शासन से मुक्त कराया गया।
आपको बता दें कि पुर्तगालियों के शासन से मुक्त कराने के बाद गोवा में चुनाव हुए और 20 दिसम्बर, 1962 को दयानंद भंडारकर गोवा के पहले निर्वाचित मुख्यमंत्री बने। इसके बाद गोवा के महाराष्ट्र में विलय की भी बात चली, क्योंकि गोवा महाराष्ट्र के पड़ोस में ही स्थित था।
साल 1967 में वहाँ जनमत संग्रह हुआ और गोवा के लोगों ने केंद्र शासित प्रदेश के रूप में रहना पसंद किया। कालांतर में 30 मई, 1987 को गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा दे दिया गया और इस प्रकार गोवा भारतीय गणराज्य का 25वाँ राज्य बना।