नहीं रहे Share Market के 'बिग बुल' Rakesh Jhunjhunwala, जानिए कैसे 5000 रुपये को बनाया 43 हजार करोड़
राकेश झुनझुनवाला ने शेयर बाजार में निवेश का सफर सिर्फ 5000 रुपये से शुरू किया था. आज उनके पास 43 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक की दौलत है.
शेयर बाजार के बिग बुल (Share Market Big Bull) और भारत के वॉरेन बफे (Warren Buffet) कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला का 62 साल की उम्र में निधन (Rakesh Jhunjhunwala Death) हो गया है. किडनी समेत उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं, जिसके चलते मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली. राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. उनके बारे में दलाल स्ट्रीट से जुड़े लोग तो ये भी कहते हैं कि वह अगर पत्थर को भी छू लें तो वह सोना हो जाए. उनके बारे में लोग यूं ही इतनी बड़ी बात नहीं कहते, बल्कि उनके निवेश करने का तरीका और समझ थी ही बहुत खास. राकेश झुनझुनवाला ने करीब 36 साल पहले सिर्फ 5000 रुपये से अपने निवेश का सफर शुरू किया था. वह कितने सफल रहे, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि अभी उनकी नेटवर्थ (Rakesh Jhunjhunwala Net Worth) करीब 43 हजार करोड़ रुपये (जुलाई 2022 तक 5.5 अरब डॉलर) है. निवेश में धैर्य रखकर उन्होंने इतनी सारी दौलत कमाई.
सिर्फ 5000 रुपये से शुरू किया था निवेश
झुनझुनवाला की कहानी शुरू हुई थी 1985 में. उन दिनों लोग शेयर बाजार के बारे में बहुत ही कम जानकारी रखते थे और निवेश से डरते भी थे. आम लोग तो शेयर बाजार को एक सट्टे से अधिक कुछ नहीं मानते थे. ऐसे में अधिकतर लोग बैंक एफडी जैसे विकल्पों में पैसा लगाना पसंद करते थे, क्योंकि तब तक शेयर बाजार रेगुलेटेड भी नहीं था. उसी दौरान शेयर बाजार में एंट्री हुई राकेश झुनझुनवाला की. मिडिल क्लास फैमिली से आने वाले राकेश झुनझुनवाला के पास उस वक्त सिर्फ 5000 रुपये थे, जिससे उन्होंने ट्रेडिंग शुरू की.
एक के बाद एक मिलती रही सफलता
राकेश झुनझुनवाला ने अभी शेयर बाजार में अपना करियर शुरू ही किया था कि साल भर में ही उन्हें तगड़ा मुनाफा हुआ. 1986 में उन्होंने टाटा के करीब 5000 शेयर 43 रुपये के हिसाब से खरीदे. महज तीन महीनों में ही शेयर की कीमत 143 रुपये हो गई. यानी हर शेयर पर उन्हें 100 रुपये का मुनाफा हुआ. इस तरह उन्हें 5 लाख रुपये का तगड़ा मुनाफा हुआ.
पिता की वजह से शेयर बाजार में हुई दिलचस्पी
राकेश झुनझुनवाला की दिलचस्पी शेयर बाजार में उनके पिता की वजह से हुई. उनके पिता एक टैक्स ऑफिसर थे और अक्सर अपने दोस्तों से शेयर बाजार की बातें करते थे. झुनझुनवाला उनकी बातों को ध्यान से सुनते थे और धीरे-धीरे उनकी दिलचस्पी शेयर बाजार में बढ़ने लगी. यही वजह है कि कॉलेज में पढ़ने के दौरान ही उन्होंने शेयर बाजार में पैसे लगाना शुरू कर दिया था. झुनझुनवाला बताते थे कि उनके पिता उन्हें रोज अखबार बढ़ने की सलाह देते थे. उनका कहना था कि खबरों के चलते ही शेयर बाजार में उठापटक होती है. शेयर बाजार में उतरने से राकेश झुनझुनवाला के पिता ने उन्हें कभी नहीं रोका, लेकिन पैसों से कोई मदद भी नहीं की. यानी ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि वह सेल्फमेड बिलियनेर यानी खुद से बने हुए अरबपति थे.
उधार का पैसा लगाया शेयर बाजार में
राकेश झुनझुनवाला ने अपने भाई के कुछ क्लाइंट से पैसे उधार लेकर शेयर बाजार में एंट्री मारी थी. उन्होंने सभी को एफडी से ज्यादा रिटर्न देने का वादा किया था. आज की तारीख में राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में 30 से भी अधिक शेयर हैं. उनके पास जो शेयर हैं, उनमें टाइटन, टाटा मोटर्स, स्टार हेल्थ एंड एलायड इंश्योरेंस कंपनी, मेट्रो ब्रांड्स, फोर्टिस हेल्थकेयर, नजारा टेक्नोलॉजीज, डीबी रियल्टी और टाटा कम्युनिकेशंस जैसे शेयर भी शामिल हैं और टाइटन में उनका सबसे बड़ा निवेश है.
हाल ही में शुरू की थी अकासा एयर
राकेश झुनझुनवाला का जन्म 5 जुलाई 1960 को हुआ था और आज 14 अगस्त 2022 को उनकी मौत हो गई है. वह RARE एंटरप्राइजेज नाम की निजी ट्रेडिंग फर्म चलाते हैं. इसके पहले दो शब्द 'RA' राकेश झुनझुनवाला के नाम के पहले दो लेटर हैं, जबकि दूसरे दो अक्षर 'RE' उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के नाम के पहले दो अक्षर हैं. हाल ही में उन्होंने अकासा एयर नाम की एयरलाइन कंपनी शुरू की थी, जो एक किफायती एयरलाइन है.