जो दूसरों को रेटिंग देता है खुद वही डूबने के कगार पर, क्रेडिट सुईस को अब बस लोन का सहारा
आप किसी जिम में वजन कम करने जाएं और वहां के ट्रेनर की ही तोंद उसके घुटने छूने को बेताब हो तो कैसा लगेगा? कुछ ऐसा ही लग रहा है दूसरों को रेटिंग देने वाली क्रेडिट सुईस के डूबने की आशंकाओं की खबर से.
जरा सोचिए अगर दूसरों की बीमारी ठीक करने वाला डॉक्टर खुद ही बीमार रहे तो क्या होगा. आप किसी जिम में वजन कम करने जाएं और वहां के ट्रेनर की ही तोंद उसके घुटने छूने को बेताब हो तो कैसा लगेगा? कुछ ऐसे ही वाकए पिछले दिनों में देखने को मिले हैं. तमाम लोगों के पैसों को मैनेज करने वाले बैंकों के पास ही पैसों की किल्लत हो गई है और वह बंद हो रहे हैं. सबसे ज्यादा चौंकाने वाली खबर तो अब आ रही है. दुनिया भर के देशों और कंपनियों को रेटिंग देने वाला क्रेडिट सुईस खुद ही डूबने के कगार पर है. क्रेडिट सुईस (Credit Suisse) पर दिवालिया होने के संकट मंडराने लगा है.
पहले जानिए क्या है मामला
166 साल पुराने Credit Suisse की गिनती दुनिया के सबसे बड़े बैंकों में एक होती है. यह UBS AG के बाद स्विट्जरलैंड का दूसरा सबसे बड़ा बैंक है.संकट से घिरे क्रेडिट सुइस बैंक स्विस स्टॉक एक्सचेंज पर क्रैश कर गए. बुधवार को बैंक के शेयरों में 25 फीसदी तक की भारी गिरावट दर्ज की गई है. वहीं बैंक के शेयरों की कीमतों में पिछले 3 महीने में एक तिहाई तक की कमी दर्ज की गई है. वहीं, बैंक के सबसे बड़े शेयरहोल्डर सऊदी नेशनल बैंक (9.9 फीसदी) ने इसमें और निवेश डालने से मना कर दिया है, जिसके बाद बैंक के शेयरों में बिकवाली और तेज हो गई है. पिछले महीने, क्रेडिट सुइस ने 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद से अपने सबसे बड़े वार्षिक नुकसान की सूचना दी, जब ग्राहकों ने बैंक से अरबों निकाले.
क्रेडिट सुईस पर लगे थे गंभीर आरोप
ये बात है 2008 की, जब ब्राजील पुलिस ने क्रेडिट सुईस के बैंकर्स को गिरफ्तार किया था. यह गिरफ्तारी मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी के मामले में की गई थी. आरोप था कि इन्होंने क्रेडिट सुईस के 13 कर्मचारियों के साथ मिलकर ऑपरेशन स्विटजरलैंड को 2006 में शुरू किया था. इसी के तहत बैंक के Sao Paulo वाले ऑफिस पर छापा भी मारा गया था.
क्रेडिट सुईस पर ये भी आरोप लगा था कि 1940 से 2010 के दशक तक इस बैंक ने अपराधियों, भ्रष्ट नेताओं और विवाद सीक्रेट सर्विस प्रमुखों को सेफ हैवेन की सुविधा दी थी. स्विटजरलैंड तो इसी लिए बदनाम है कि वहां पर स्विस बैंक में लोग कालाधन जमा करते हैं. क्रेडिट सुईस पर भी उसी बदनामी के आरोप लगे थे.
जो सबको रैंकिंग देता है, उसी की हालत खराब!
क्रेडिट सुईस सिर्फ एक बैंक नहीं है, बल्कि एक ऐसी संस्था है जो दुनिया भर के देशों और कंपनियों तक को रेटिंग देती है. यह रेटिंग तमाम देशों की आर्थिक हालत और वहां चल रही आर्थिक गतिविधियों को ध्यान में रखकर दी जाती है. क्रेडिट सुईस की रेटिंग को ध्यान में रखकर ही तमाम देशों और कंपनियों को कर्ज मिलते हैं. अब उसी क्रेडिट सुईस की हालत खराब है. जो सबकी रेटिंग के लिए जिम्मेदार है, उसके खुद के डूबने की नौबत आ गई है. खैर, क्रेडिट सुईस को स्विस सेंट्रल बैंक की तरफ से करीब 54 अरब डॉलर का लोन दिया जा रहा है. इस लोन से क्रेडिट सुईस को एक और लाइफलाइन मिली है.
'डूबने वाला अगला बैंक होगा क्रेडिट सुईस'
अमेरिका के आंत्रप्रेन्योर और लेखक Robert Kiyosaki को कौन नहीं जानता. इन्होंने ही 2008 के Lehman Brothers crash के बारे में बताया था, जो अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा बैंकिंग संकट था. अब उनका कहना है कि इस कड़ी में डूबने वाला अगला बड़ा बैंक क्रेडिट सुईस हो सकता है. वैसे तो अभी बैंक को सर्वाइव करने के लिए कर्ज मिल गया है, लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में बैंक बचता है या फिर डूबता है.