मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी के बाद Alt News के विदेशी फंडिंग विवाद पर Razorpay ने दी सफाई
Razorpay ने कहा है कि हम डेटा सुरक्षा को लेकर उच्च मानकों का पालन करते हैं, हमेशा अपने ग्राहकों की सुरक्षा करते हैं और भारत के कानूनों एवं दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन करते हैं.
फैक्ट चेकिंग वेबसाइट ऑल्ट न्यूज (AltNews) पर विदेशी चंदा हासिल करने के आरोपों के कारण विवाद में फंसी पेमेंट गेटवे (Paymenr Gateway) कंपनी
ने एक बयान जारी कर सफाई दी है.रेजरपे ने कहा है कि हम डेटा सुरक्षा को लेकर उच्च मानकों का पालन करते हैं, हमेशा अपने ग्राहकों की सुरक्षा करते हैं और भारत के कानूनों एवं दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन करते हैं.
रेजरपे ने आगे कहा कि CRPC की धारा 91 के तहत कंपनी को कानूनी अधिकारियों का लिखित आदेश मिला था और भारतीय कानून के प्रावधानों के तहत वह उनका पालन करने के लिए बाध्य है.
रेजरपे-ऑल्ट न्यूज केस क्या है?
बीते 27 जून को फैक्ट चेकिंग मीडिया संगठन ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर (Muhammad Zubair) को दिल्ली पुलिस ने साल 2018 में हिंदू भगवान के खिलाफ कथित तौर पर एक आपत्तिजनक ट्वीट करने के संबंध में गिरफ्तार किया था. इसके बाद जुबैर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
अतिरिक्त लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने दावा किया कि जुबैर ने पाकिस्तान, यूएई, सीरिया, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया से रेजरपे के माध्यम से भुगतान स्वीकार किया.
दिल्ली पुलिस ने यह भी आरोप लगाया है कि Alt News की मूल कंपनी प्रवदा मीडिया को भी विदेशी फंडिंग में 2 लाख रुपये से अधिक प्राप्त हुए. दिल्ली पुलिस ने कहा कि इसमें या तो मोबाइल फोन नंबर या आईपी पता विदेशी देशों का था.
ऑल्ट न्यूज ने रेजरपे पर लगाया है आरोप
फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट ऑल्ट न्यूज़ ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि उसके डोनर्स डेटा को उसकी जानकारी के बिना पेमेंट गेटवे रेजरपे ने पुलिस के साथ साझा किया था.
फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट ने कहा, "उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह स्पष्टता क्या है." इसने आरोप लगाया गया कि रेजरपे ने उसे कोई जानकारी दिए बिना ऑल्ट न्यूज़ के दानदाताओं संबंधी डेटा पुलिस को सौंप दिया था.
ऑल्ट न्यूज़ ने कहा कि दान मंच ने उन्हें सूचित किया था कि कुछ स्पष्टता मिलने के बाद उनका खाता फिर से सक्रिय कर दिया गया था.
Alt News ने दोहराया कि केवल भारतीय बैंक खाते ही इसे दान कर सकते हैं और विदेशी क्रेडिट कार्ड कभी भी रेजरपे बैक-एंड में उपलब्ध नहीं थे.