आपका फेवरेट ऐप काम कर रहा है- Paytm के विजय शेखर शर्मा ने ग्राहकों को आश्वासन दिया
पेटीएम की पैरेंट कंपनी के शेयरों पर शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन लॉअर सर्किट लगा. भारतीय शेयर बाजारों में लगभग 20% की गिरावट के साथ ये 487.20 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे.
पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने शेयरधारकों और ग्राहकों को आश्वस्त करने के लिए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, "आपका फेवरेट ऐप काम कर रहा है, हमेशा की तरह, 29 फरवरी के बाद भी काम करता रहेगा."
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा 29 फरवरी, 2024 के बाद
पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, वॉलेट और FASTags में जमा या टॉप-अप स्वीकार करने से प्रतिबंधित करने के बाद पेटीएम के सीईओ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयरधारकों को जवाब दिया.पेटीएम की पैरेंट कंपनी के शेयरों पर शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन लॉअर सर्किट लगा. भारतीय शेयर बाजारों में लगभग 20% की गिरावट के साथ ये 487.20 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे. RBI की घोषणा के बाद गुरुवार को शेयरों में लगभग 20% की गिरावट आई थी.
इसके अलावा, निवेश बैंकिंग फर्म जेएम फाइनेंशियल ने भी बेचने के लिए पेटीएम स्टॉक को डाउनग्रेड कर दिया है.
रिपोर्ट में कहा गया है, "प्रतिकूल घटनाक्रम को देखते हुए, हमने स्टॉक को 590 के TP (take profit) के साथ बेचने के लिए डाउनग्रेड कर दिया है."
पेटीएम ने कहा कि मौजूदा शेष राशि की निकासी या उपयोग की अनुमति उनके उपलब्ध शेष राशि तक बिना किसी प्रतिबंध के है. कंपनी अपने ग्राहकों को पेमेंट प्रोडक्ट्स पेश करने के लिए विभिन्न अन्य बैंकों के साथ साझेदारी करेगी.
वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड, पेटीएम की पैरेंट कंपनी, के पास पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में 49% हिस्सेदारी है, लेकिन वह इसे सहायक के बजाय सहयोगी के रूप में नामित करती है. आरबीआई के निर्देश से कंपनी के वार्षिक परिचालन लाभ पर असर पड़ने की उम्मीद है, जिसके परिणामस्वरूप 300 करोड़ रुपये से 500 करोड़ रुपये के बीच अनुमानित प्रभाव पड़ेगा.
अक्टूबर-दिसंबर 2023 तिमाही में, फिनटेक सेक्टर की दिग्गज कंपनी ने अपने घाटे को घटाकर 222 करोड़ रुपये कर दिया, जिससे रेवेन्यू में 38% की वृद्धि हुई. इस सुधार का श्रेय त्यौहारी सीज़न के दौरान अधिक ऋण वितरण और लेनदेन की अधिक मात्रा को दिया गया.
वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू एक साल पहले के 2,062 करोड़ रुपये की तुलना में बढ़कर 2,850 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य रूप से इसकी भुगतान और वित्तीय सेवा व्यवसाय इकाई में मजबूत प्रदर्शन से प्रेरित है.
(Translated by: रविकांत पारीक)