Mastercard भारत में फिर से बना सकेगी नए ग्राहक, RBI ने हटाया प्रतिबंध
रिजर्व बैंक ने मास्टरकार्ड एशिया/पैसेफिक को 22 जुलाई, 2021 से नए घरेलू ग्राहक (डेबिट, क्रेडिट या प्रीपेड) अपने कार्ड नेटवर्क पर जोड़ने से प्रतिबंधित कर दिया था.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अमेरिकी कंपनी मास्टरकार्ड (MasterCard) पर लगाई रोक हटा ली है. अब मास्टरकार्ड भारत में फिर से नए ग्राहक बना सकेगी. RBI ने पिछले साल, डेटा स्थानीय स्तर पर स्टोर रखने के नियम का अनुपालन नहीं करने को लेकर कंपनी पर प्रतिबंध लगाए थे. भारतीय रिजर्व बैंक ने मास्टरकार्ड को 'भुगतान प्रणाली से जुड़े आंकड़ों के रखरखाव' से संबंधित नियमों का पूरी तरह से अनुपालन होने तक नए ग्राहक बनाने से प्रतिबंधित कर दिया था.
RBI ने एक बयान में कहा, ‘‘मास्टरकार्ड एशिया/पैसेफिक पीटीई लि. की ओर से भुगतान प्रणाली से जुड़े आंकड़ों के रखरखाव से संबंधित नियमों के अनुपालन के संतोषजनक पाए जाने के बाद, नए घरेलू ग्राहक जोड़ने पर लगी रोक को तत्काल प्रभाव से हटा लिया गया है.’’
22 जुलाई से नहीं जारी हुआ कोई नया कार्ड
रिजर्व बैंक ने मास्टरकार्ड एशिया/पैसेफिक को 22 जुलाई, 2021 से नए घरेलू ग्राहक (डेबिट, क्रेडिट या प्रीपेड) अपने कार्ड नेटवर्क पर जोड़ने से प्रतिबंधित कर दिया था. यानी पिछले लगभग एक साल से मास्टरकार्ड नेटवर्क वाला कोई नया डेबिट/क्रेडिट जारी नहीं हुआ है. रॉयटर्स के एक विश्लेषण के मुताबिक देश के 11 घरेलू और विदेशी बैंक लगभग 100 तरह के डेबिट कार्ड जारी करते हैं, जिनमें से एक तिहाई मास्टरकार्ड हैं. इसी तरह 75 से ज्यादा क्रेडिट कार्ड मास्टरकार्ड नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं.