RBI Repo Rate Hike: फिर महंगा हुआ लोन, 5वीं बार बढ़ा रेपो रेट, जानिए आप पर क्या होगा असर
भारतीय रिजर्व बैंक ने लगातार पांचवीं बार नीतिगत ब्याज दरों यानी रेपो रेट में बढ़ोतरी की है. इस बार 35 बेसिस प्वाइंट यानी 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI MPC Meet) ने लगातार पांचवीं बार नीतिगत ब्याज दरों (RBI Policy Rates) यानी रेपो रेट में बढ़ोतरी की है. इस बार 35 बेसिस प्वाइंट यानी 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. इसी के साथ अब नया रेपो रेट 6.25 फीसदी (RBI Repo Rate Hike) हो गया है. इस साल भारतीय रिजर्व बैंक अब तक 2.25 फीसदी तक ब्याज दर बढ़ा चुका है.
इस साल मई से लेकर सितंबर महीने के बीच लगातारे तीन बार भारत रिजर्व बैंक ने 50 बेसिस प्वाइंट रेपो रेट बढ़ाया. इससे पहले अप्रैल में भी 40 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की गई थी. इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि अब ब्याज दरों में शायद इजाफा ना हो, लेकिन इस बार फिर से ब्याज दरों को 0.35 फीसदी बढ़ाकर भारतीय रिजर्व बैंक ने सबको हैरान कर दिया है.
रेपो रेट वह दर होती है, जिस पर भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से बैंकों को लोन दिया जाता है. यानी इसके बढ़ते ही बैंकों को केंद्रीय बैंक की तरफ से मिलने वाला लोन महंगा हो जाता है.
जानिए रेपो रेट का ईएमआई पर कैसे होता है असर
जब रेपो में बढ़ोतरी की जाती है तो इससे बैंकों को मिलने वाला लोन महंगा हो जाता है. ऐसे में जब बैंक को ही महंगा लोन मिलता है तो वह ग्राहकों को दिए जाने वाले लोन को भी महंगा कर देते हैं. होम लोन और ऑटो लोन लंबी अवधि के होने की वजह से उन्हें फ्लोटर इंस्ट्रेस्ट रेट पर दिया जाता है. यह रेट रिजर्व बैंक की दर के बढ़ने-घटने के आधार पर बदलता रहता है. यही वजह है कि जैसे ही रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाता है, होम लोन और कार लोन की ईएमआई पर सीधा असर होता है.
पर्सनल लोन होगा महंगा, एफडी वालों को मिलेगा फायदा
ईएमआई महंगी होने के अलावा अब पर्सनल लोन लेना भी महंगा हो जाएगा. आने वाले कुछ ही दिनों में तमाम बैंक अपने पर्सनल लोन की नई दरें जारी कर देंगे. हालांकि, जिनका पहले से ही कोई पर्सनल लोन चल रहा है, उसकी ईएमआई पर कोई असर नहीं होगा, क्योंकि वह लोन फिक्स दर पर लिया गया था. रेपो रेट बढ़ने का फायदा उन लोगों को होगा, जो एफडी कराने की सोच रहे थे. आने वाले दिनों में तमाम बैंक एफडी की भी बढ़ी हुई दरें जारी करेंगे.
कितनी महंगी हो जाएगी होम लोन की ईएमआई?
भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से रेपो रेट की दर बढ़ाए जाने के बाद अब होम लोन की ईएमआई महंगी हो जाएगी. उदाहरण के लिए मान लेते हैं आपने बैंक से 8 फीसदी की दर पर 20 साल के लिए 30 लाख रुपये का होम लोन लिया है. ऐसे में मौजूदा स्थिति में आपको 25,093 रुपये की ईएमआई चुकानी पड़ रही थी. अब 35 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद अगर आपका बैंक पूरा बोझ ग्राहकों पर डालता है तो होम लोन की दर 8.35 फीसदी हो जाएगी. यानी अब आपको 25,751 रुपये की ईएमआई चुकानी होगी. मतलब हर महीने अब आपको 658 रुपये अधिक चुकाने पड़ेंगे. इस तरह हर साल आपको 7896 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे.
रेपो रेट बढ़ने का ऑटो लोन ईएमआई पर असर
रेपो रेट का असर होम लोन की तरह ही ऑटो लोन पर भी होगा. रेपो रेट बढ़ने की वजह से ऑटो लोन की ईएमआई भी बढ़ जाएगी. उदाहरण के लिए मान लेते हैं कि अभी आपने 8.5 फीसदी की दर से ऑटो लोन लिया है. अगर आपने यह लोन 7 लाख रुपये का लिया है और 7 साल के लिए लिया है, तो आपको अब तक 11,086 रुपये की ईएमआई चुकानी पड़ रही थी. अब रेपो रेट 0.35 फीसदी बढ़ने के बाद अगर बैंक सारा बोझ ग्राहकों पर डालें तो ऑटो लोन की नई दर 8.85 फीसदी हो जाएगी. इस सूरत में आपको 11,209 रुपये की ईएमआई चुकानी होगी. यानी आपको हर महीने 123 रुपये अधिक चुकाने होंगे. इस तरह आपको साल भर में 1,476 रुपये की अतिरिक्त ईएमआई चुकानी होगी.