लगातार गिरते रुपये को बचाने के लिए RBI और 100 अरब डॉलर खर्च करने को तैयार
गुरुवार को रुपया शुरुआती कारोबार में एक पैसा टूटकर 80.06 रुपये प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया.
भारत का केंद्रीय बैंक RBI, रुपये (Rupee) में रिकॉर्ड गिरावट के खिलाफ बचाव के लिए अपने विदेशी मुद्रा भंडार (Currency Reserve) का छठां हिस्सा बेचने के लिए तैयार है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से इस बारे में रिपोर्ट जारी की है. हाल के हफ्तों में रुपया काफी तेजी से लुढ़का है और वर्तमान में यह 80.06 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर है.
2022 में रुपया अपने मूल्य का 7% से अधिक खो चुका है. गुरुवार को रुपया शुरुआती कारोबार में एक पैसा टूटकर 80.06 रुपये प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया. कहा जा रहा है कि अगर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गिरावट को रोकने के लिए कदम नहीं उठाया होता तो यह गिरावट कहीं अधिक होती.
अपनी इच्छा से मुद्रा भंडार का उपयोग करेगा RBI
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि RBI की मंशा, रुपये में अस्थिरता को रोकने के लिए अपनी इच्छा से मुद्रा भंडार का उपयोग करने की है. उनके पास साधन है और उन्होंने इसका उपयोग करने की इच्छा का प्रदर्शन किया है. RBI रुपये की रक्षा के लिए जरूरत पड़ने पर और 100 अरब डॉलर भी खर्च कर सकता है.
सितंबर की शुरुआत में पीक पर था मुद्रा भंडार
RBI का मुद्रा भंडार सितंबर की शुरुआत में 642.450 अरब डॉलर के अपने पीक पर था. तब से इसमें 60 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट आई है. यह आंशिक रूप से मूल्यांकन में बदलाव के कारण है. लेकिन बड़े पैमाने पर इसके लिए डॉलर की बिक्री का हस्तक्षेप जिम्मेदार है. गिरावट के बावजूद, RBI का 580 अरब डॉलर का भंडार, दुनिया में पांचवां सबसे बड़ा मुद्रा भंडार है. इससे केंद्रीय बैंक को मुद्रा के किसी भी तेज, झटकेदार डेप्रिसिएशन को रोकने की क्षमता होने का आत्मविश्वास मिलता है.
Edited by Ritika Singh