सिविल सर्विस के लिए आयु-सीमा, अटेम्प्ट बढ़ाने को लेकर क्या है सरकार की मंशा?
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने बुधवार को कहा कि सरकार ने सिविल सेवा परीक्षाओं (Civil Services Exam) के संदर्भ में प्रयासों की संख्या और आयु-सीमा के मौजूदा प्रावधानों को बदलना व्यवहार्य नहीं पाया है.
कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि कोविड-19 के कारण सिविल सेवा परीक्षा के अभ्यर्थियों को आयु-सीमा में छूट और एक अतिरिक्त प्रयास देने का विषय कुछ उम्मीदवारों की रिट याचिकाओं के माध्यम से हाई कोर्ट के समक्ष आया था.
उन्होंने कहा, "हाई कोर्ट के फैसलों के आधार पर मामले पर विचार किया गया और सिविल सेवा परीक्षाओं के संदर्भ में प्रयासों की संख्या और आयु-सीमा के मौजूदा प्रावधानों को बदलना व्यवहार्य नहीं लगा."
सिंह ने कहा कि हालांकि कोविड-19 के कारण कर्मचारी चयन आयोग (Staff Selection Commission - SSC) के भर्ती चक्र में देरी हुई है. इसलिए 2022 में जिन परीक्षाओं के विज्ञापन निकाले जा रहे हैं, उनके लिए SSC ने आयु निर्धारित करने के लिए महत्वपूर्ण तारीख एक जनवरी, 2022 तय करने का फैसला किया है.
आपको बता दें कि वर्तमान में यूपीएससी (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा में एक उम्मीदवार को अधिकतम छह प्रयासों की अनुमति है. लेकिन यह संख्या श्रेणी वार अलग-अलग है. UPSC के मुताबिक सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए उम्र सीमा 21 से लेकर 32 साल तक है. ओबीसी वर्ग के कैंडिडेट्स को इसमें 3 साल की छूट दी जाती है. इसके अलावा एससी और एसटी वर्ग के उम्मीदवारों को 5 साल की छूट उम्र सीमा में यूपीएससी की तरफ से दी जाती है. सामान्य वर्ग के कैंडिडेट्स उम्मीदवार 6 बार परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. ओबीसी वर्ग के उम्मीदवार 9 बार और एससी-एसटी के उम्मीदवार अधिकतम उम्र तक यह परीक्षा दे सकते हैं.