Real Estate: अपना घर लेने जा रहे हैं तो इन चीजों को जरूर ठोक बजाकर चेक कर लें
अगर आप किराये पर रहने के बाद अपना घर लेने की सोच रहे हैं तो इन चीजों के बारे में जरूर समझ लें या जानकारी इकट्ठा कर लें. दरअसल रियल एस्टेट में इनवेस्टमेंट कोई छोटी मोटी रकम नहीं बड़ी रकम मांगती है. छोटी मोटी गलती भी आप पर भारी पड़ सकती है.
भारतीयों के बीच निवेश का सबसे ज्यादा पुराना और डिमांड में रहने वाला इंस्ट्रूमेंट रियल एस्टेट ही रहा है. रियल एस्टेट में निवेश करके आपके पास मालिकाना हक आ जाता है दूसरा उसे रेंट पर देकर आप रिटर्न भी हासिल कर सकते हैं. इसलिए किराये पर रहने और अपना घर खरीदने के बीच कितनी भी बहस हो जाए, लोग घर खरीदने के विकल्प को ज्यादा भाव देते हैं.
अगर आप किराये पर रहने के बाद अपना घर लेने की सोच रहे हैं तो इन चीजों के बारे में जरूर समझ लें या जानकारी इकट्ठा कर लें. दरअसल रियल एस्टेट में इनवेस्टमेंट कोई छोटी मोटी रकम नहीं बड़ी रकम मांगती है. छोटी मोटी गलती भी आप पर भारी पड़ सकती है.
1. प्रॉपर्टी लोकेशन
रियल एस्टेट यानी आपकी प्रॉपर्टी की लोकेशन ही सबसे अहम चीज होती है. जरूरी है कि आप ऐसी जगह पर प्रॉपर्टी देखें जहां से रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन, मार्केट और स्कूल जैसी जरूरी सर्विसेज की दूरी पास हो. अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर्स पर रिटर्न ऑन इनवेस्टमेंट और रेंटल इनकम भी अधिक होती है.
यानी, कल को आप उस प्रॉपर्टी को रेंट पर देते हैं तो लोकेशन अच्छी होने की वजह से किराया भी बाकी जगहों के मुकाबले अधिक होगा. अगर लॉन्ग टर्म उद्देश्य से देख रहे हैं तो उन जगहों को भी देख सकते हैं जो एरिया अभी अंडर कंस्ट्रक्शन चल रहा है और आने वाले सालों में अच्छी ग्रोथ दिखा सकता है.
2. प्रॉपर्टी टाइप
घर खरीदने जा रहे हैं तो ये भी समझना होगा कि आप अंडर कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स में निवेश करने को तैयार हैं या बने बनाए घर में. या फिर रिसेल प्रॉपर्टीज खरीदना चाहते हैं या नई प्रॉपर्टी लेना चाहते हैं.
हालांकि, अंडर कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट को खरीदने का फायदा ये होता है कि आप सस्ते दाम में भी खरीद सकते हैं. साथ ही कई तरह के टैक्स बेनेफिट भी उठा सकते हैं. किस तरह की प्रॉपर्टी में आप निवेश कर रहे हैं उसके फायदे और नुकसान दोनों देख लें.
3. इनवेस्टमेंट का मकसद
किस तरह की प्रॉपर्टी में इनवेस्टमेंट करना है यह आपके इनवेस्टमेंट गोल पर निर्भर करेगा. लॉन्ग टर्म इनवेस्टर्स के लिए उन प्रॉपर्टीज में निवेश करना बेहतर होता है जो ऐसे इलाकों में होती हैं जिनका अभी विकास हो रहा है और कुछ सालों में वो इलाका पूरा बस जाएगा.
अगर किराये पर देने के इरादे से ले रहे हैं तो जरूरी सुविधाओं के पास वाली प्रॉपर्टी लेना ज्यादा फायदेमंद होगा. लेकिन प्रॉपर्टी कहीं भी लें आपके मन में इनवेस्टमेंट गोल क्लियर होना चाहिए.
4. डिवेलपर कौन है?
रियल एस्टेट में निवेश करते समय डिवेलपर के बारे में भी गहरी जानकारी पता कर लेनी चाहिए. डिवेलपर के पुराने प्रोजेक्ट्स के बारे में पता कर लीजिए, क्या उसने पुराने प्रोजेक्ट्स समय पर डिलीवर किए हैं, क्या प्रोजेक्ट्स RERA के अंतर्गत रजिस्टर्ड हैं या नहीं. डिवेलपर की विश्वसनीयता कैसी इसा पता लगाना बेहद जरूरी होता है.
इन पॉइंट्स के अलावा कोई भी फैसला लेने से पहले ये जरूर सुनिश्चित कर लीजिएगा कि इनवेस्टमेंट पर अच्छा रिटर्न आने वाला है. आपका इनवेस्टमेंट वाकई बढ़िया साबित होगा ये आप रिसर्च और प्लानिंग के जरिए ही तय कर सकेंगे.