बेंगलूरु के स्टार्टअप की रीसाइक्लिंग कार्बन टेक्नोलॉजी को मिला 2021 का TDB नेशनल अवार्ड
जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च (JNCASR) में इनक्यूबेट किए गए एक स्टार्टअप Breathe Applied Sciences ने कार्बन डाइऑक्साइड को मेथनॉल एवं अन्य रसायनों में बदलने के लिए एक कुशल उत्प्रेरक एवं कार्यप्रणाली विकसित की है।
कार्बन डाइऑक्साइड को रसायन एवं ईंधन में बदलने वाले एक वाणिज्यिक समाधान विकसित करने के लिए बेंगलूरु के एक स्टार्टअप को टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट बोर्ड (TDB) ने वर्ष 2021 का नेशनल अवार्ड दिया है।
जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च (JNCASR) में इनक्यूबेट किए गए एक स्टार्टअप Breathe Applied Sciences ने कार्बन डाइऑक्साइड को मेथनॉल एवं अन्य रसायनों में बदलने के लिए एक कुशल उत्प्रेरक एवं कार्यप्रणाली विकसित की है।
इस स्टार्टअप ने कोयला एवं प्राकृतिक गैस आधारित बिजली उत्पादन क्षेत्र, इस्पात उद्योग, सीमेंट उद्योग और रासायन उद्योग सहित विभिन्न स्रोतों से उत्पन्न मानवजनित कार्बन डाइऑक्साइड से रसायन एवं ईंधन के उत्पादन को बढ़ाने और सीसीयूएस (कार्बन कैप्चर, यूटिलाइजेशन एंड सीक्वेस्ट्रेशन) में शामिल विभिन्न घटकों को एकीकृत करने के लिए प्रक्रिया इंजीनियरिंग में सुधार किया है ताकि ग्लोबल वार्मिंग के कारण पर्यावरण संबंधी समस्याओं के लिए एक पूर्ण समाधान विकसित किया जा सके।
यह शोध JNCASR के न्यू केमिस्ट्री यूनिट के प्रो. सेबेस्टियन सी पीटर और उनके समूह द्वारा किया गया। वह Breathe Applied Sciences के को-फाउंडर और डायरेक्टर भी हैं जिसे डीएसटी नैनो मिशन से वित्त पोषण से शुरू किया गया था।
इस स्टार्टअप ने JNCASR के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। JNCASR कार्बन डाइऑक्साइड को मेथनॉल एवं अन्य उपयोगी रसायनों और ईंधन में बदलने के लिए प्रयोगशाला आधारित अनुसंधान के आधार पर प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के एक स्वायत्त संस्थान है।
इस एमओयू से कार्बन डाइऑक्साइड को उपयोगी रसायन एवं ईंधन में बदलने के लिए अनुसंधान को प्रयोगशाला स्तर से पायलट स्तर में सुचारु तौर पर आगे बढ़ाने में मदद मिली है।
प्रो. सेबेस्टियन सी पीटर ने कहा, 'पायलट स्तर पर वर्तमान क्षमता प्रति दिन 300 किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड को बदलने की है जिसे औद्योगिक स्तर पर कई 100 टन तक बढ़ाया जा सकता है। औद्योगिक उत्पादन के स्तर तक पहुंचने में अभी कुछ समय लगेगा। कुछ उद्योग हमारी इस तकनीक का जल्द से जल्द संभावित उपयोग के लिए ब्रीद के साथ चर्चा कर रहे हैं।'