मुफ्त फोन कॉल के साथ जियो ने शुरू की मुफ्त ब्रॉडबैंड सेवा ‘जियो फाइबर’, पांच सितंबर से देशभर में उपलब्ध
रिलायंस समूह के प्रमुख मुकेश अंबानी ने सोमवार को रिलायंस जियो की ब्रॉडबैंड सेवा ‘जियो गीगा फाइबर’ को पांच सितंबर से देशभर में शुरू करने की घोषणा की। इसके साथ कंपनी न्यूनतम 100 एमबीपीएस की इंटरनेट गति, आजीवन मुफ्त फोन कॉल, मुफ्त एचडी टीवी और डिश उपलब्ध कराएगी। इसके लिए न्यूनतम शुल्क 700 रुपये मासिक होगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी यहां कंपनी की 42वीं वार्षिक आम सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जियो लैंड लाइन से 500 रुपये मासिक किराये पर अमेरिका और कनाडा में असीमित अंतरराष्ट्रीय फोन कॉल की भी पेशकश की। अंबानी ने कहा, ‘‘भारत में जियो गीगा फाइबर की सबसे न्यूनतम स्पीड 100 एमबीपीएस होगी। हमारे पास इसके तहत एक जीबीपीएस तक की स्पीड उपलब्ध कराने के प्लान हैं। हमने हर घर तक इसकी पहुंच बनाने के लिए अपने प्लान को वैश्विक दरों के दसवें हिस्से के बराबर रखा है।’’
उन्होंने कहा कि ‘जियो गीगा फाइबर’ के प्लान 700 रुपये मासिक से शुरू होकर 10,000 रुपये मासिक तक होंगे। इसके अलावा 2020 के मध्य तक जियो गीगा फाइबर के प्रीमियम ग्राहक घर बैठे फिल्म के रिलीज के दिन ही उसे देख सकेंगे। इसे जियो ने ‘फर्स्ट डे फर्स्ट शो’ का नाम दिया है।
साथ ही मुकेश अंबानी ने कंपनी को 18 माह के भीतर ऋण मुक्त करने की योजना भी पेश की। इसके तहत कंपनी अपने तेल एवं रसायन कारोबार में सऊदी अरामको और ईंधन खुदरा कारोबार में ब्रिटेन की बीपी को हिस्सेदारी बिक्री कर धन जुटाएगी। कंपनी की 42वीं वार्षिक आमसभा को संबोधित करते हुए अंबानी ने कहा, ‘‘हमें इस वित्त वर्ष में सऊदी अरामको और बीपी के साथ लेनदेन पूरा हो जाने की उम्मीद है। इससे कंपनी को 1.15 लाख करोड़ रुपये का निवेश मिलने की उम्मीद है।’’ इन लेनदेन से कंपनी पर कर्ज का बोझ कम होगा और अगले 18 माह के भीतर कंपनी को ऋणमुक्त बनाने में मदद मिलेगी।उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास अगले 18 महीनों में कर्ज मुक्त कंपनी बनने की एक सुस्पष्ट रुपरेखा है।’’
रिलायंस ने पिछले पांच साल में करीब 5.4 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। यह दशक भर से अधिक एक अरब डॉलर सालाना की परिचालन आय पैदा करेगा। अंबानी ने घोषणा की कि आने वाली कुछ तिमाहियों में उसकी दूरसंचार इकाई जियो और खुदरा क्षेत्र इकाई रिलायंस रिटेल वैश्विक साझेदारियां करेगी। वहीं आने वाले पांच सालों के भीतर इन दोनों कंपनियों को सूचीबद्ध कराया जाएगा।
मुकेश अंबानी ने कहा कि हम इस साल शून्य ऋण वाली कंपनी होने का लक्ष्य पूरा कर लेंगे। वह अपने शेयर धारकों को विश्वास दिलाते हैं कि वह उन्हें ऊंचा लाभांश, समय-समय पर बोनस निर्गम और अन्य लाभ उपलब्ध कराते रहेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले साल रिलायंस पर 1,54,478 करोड़ रुपये का शुद्ध ऋण था।