कहीं लोन गारंटर बनना भारी न पड़ जाए, इसलिए बरतें यह सावधानियां
यदि आप गलती से किसी ऐसे व्यक्ति के लोन गारंटर बन गए, जो बाद में डिफॉल्टर निकला तो बैंक की देनदारी का बोझ आपके सिर आ जाएगा.
अभिजीत कारुलकर मुंबई में एक एनिमेशन स्टूडियो में सीनियर एनीमेटर हैं. कुछ साल पहले अपने एक मित्र और सहकर्मी के कहने पर उन्होंने उसके बैंक लोन का गारंटर बनने का फैसला किया. उसे बैंक से लोन लेने के लिए गारंटर की जरूरत इसलिए पड़ी थी क्योंकि उसका सिबिल स्कोर कम था. गांरटर को सिर्फ लोन के कागज पर दस्तखत ही नहीं करते थे. उनका पैन नंबर, आधार, बैंक डीटेल्स भी बैंक के पास सुरक्षित थे.
बाद में दोनों की नौकरियां बदल गईं, शहर बदल गए और दोस्ती में भी दूरियां आ गईं. कुछ सात साल बाद अभिजीत को झटका तब लगा, जब उनके पास बैंक का नोटिस आया. वह बैंक नोटिस 18 लाख रुपए के बकाया लोन का था, जिसका ईएमआई पिछले 8 महीनों से भरा नहीं गया था. वो आदमी डिफॉल्टर बनकर गायब हो गया था और फंस गए थे अभिजीत कारुलकर क्योंकि वही लोन के कागजों पर गारंटर थे.
आपको अपने आसपास ऐसी ढेरों घटनाएं मिल जाएंगी, जिसमें लोन डिफॉल्टर के रफूचक्कर हो जाने के बाद लोन चुकाने की गारंटी देने वाला कोई सीधा-सादा शख्स फंस जाता है. बहुत सारे दोस्त, परिचित, रिश्तेदार और परिवार के लोग अकसर लोन गांरटर बनने की डिमांड करते हैं. आपको भी कभी लोन गारंटर की जरूरत पड़ सकती है.
लेकिन खतरा ये है कि इस काम में रिस्क बहुत है. यदि आप गलती से किसी ऐसे व्यक्ति के लोन गारंटर बन गए, जो बाद में डिफॉल्टर निकला तो बैंक की देनदारी का बोझ आपके सिर पर आ जाएगा.
सिबिल स्कोर अच्छा होने की स्थिति में आमतौर पर बैंक लोन देने के लिए गारंटर की डिमांड नहीं करते. यदि बैंक को भरोसा हो कि लोन लेने वाला व्यक्ति लोन चुकाने की क्षमता रखता है तो भी गारंटर की डिमांड नहीं की जाती. बैंक गारंटर उसी स्थिति में मांगते हैं, जब उन्हें आपके डिफॉल्टर होने का शक होता है. जैसेकि सिबिल स्कोर खराब होने की स्थिति में या किसी सीनियर सिटिजन को लोन देते हुए.
लोन गारंटर बनना एक रिस्की बिजनेस है, इसलिए यह फैसला बहुत सोच-समझकर और कुछ जरूरी सावधानियां बरतते हुए लिया जाना चाहिए.
सोच-समझकर खतरा उठाएं
कई बार लोगों को ये पता भी नहीं होता कि लोन गारंटर का मतलब क्या होता है और वह पूरी जानकारी लिए बगैर लोन के डॉक्यूमेंट्स पर साइन कर देते हैं. इसलिए लोन गारंटर बनने से पहले गारंटर बनने से पहले सारे लिखित नियम-कानून को ढंग से समझ लें.
लोन गारंटर बनने के क्या हो सकते हैं नतीजे
अगर आप किसी के लोन गारंटर बन रहे हैं तो भविष्य में इसका असर आप पर किन-किन रूपों में पड़ सकता है, इस बात को समझना जरूरी है. जैसेकि आपको आगे चलकर अपने लिए लोन लेने में दिक्कत आ सकती है क्योंकि आप पर प्रकारांतर से ऑलरेडी एक लोन है. लोन गारंटर की बैंक पर सीधे लायबिलिटी नहीं होती, लेकिन बैंक उस इनडायरेक्ट लायबिलिटी मानता है.
यदि लोन लेने वाला व्यक्ति समय पर EMI नहीं दे रहा या लोन चुकाने में किसी भी तरह का डिफॉल्ट कर रहा है तो उसका असर आपके सिबिल यानि क्रेडिट स्कोर पर भी पड़ेगा क्योंकि आप उस बैंक लायबिलिटी के गारंटर हैं.
गारंटी लेने से पहले एक बार और सोच लें
बहुत सारे लोगों को लगता है कि लोन लेने के वाले व्यक्ति के डिफॉल्टर होने की स्थिति में बैंक गारंटर के पास तभी जाता है, जब उसके बाकी सारे विकल्प खत्म हो चुके होते हैं. अगर आपको भी ऐसा लगता है तो रिएलिटी चेक कर लें. बैंक डिफॉल्टर के पास जाने से पहले सीधे आपके पास भी आ सकता है. बाकी विकल्पों से पहले सीधे आपको भी नोटिस थमाया जा सकता है. लोन गारंटर बनकर आपने बैंक को यह वचन दिया है कि लोन लेने वाले के न चुकाने की स्थिति में आप बैंक के प्रति देनदार होंगे.
क्या आप लोन गारंटर की भूमिका से बाहर भी निकल सकते हैं
मुमकिन है किसी का लोन गारंटर बनने के बाद आपको लगे कि आपसे गलती हो गई. या आप खुद अपने लिए लोन लेना चाहते हैं और अब लोन गारंटर नहीं बने रह सकते. ऐसी स्थिति में क्या आप लोन गारंटर की भूमिका से एक्जिट कर सकते हैं. यह मुमकिन है, लेकिन फिर लोन लेने वाले व्यक्ति को आपकी जगह किसी और को गारंटर बनाना होगा. जरूरी नहीं कि बैंक लोन गारंटर स्विच किए जाने को स्वीकार भी कर ले. किसी भी स्थिति में अंतिम फैसला बैंक के पास ही सुरक्षित होता है.
लोन गारंटर बनने से पहले क्या करें
किसी का लोन गारंटर बनने से पहले उस व्यक्ति की लोन चुकाने की क्षमता का आंकलन करें. सिर्फ अच्छी सैलरी के भरोसे आप यह आंकलन नहीं कर सकते क्योंकि नौकरी कल को छूट भी सकती है. आप उस व्यक्ति के एसेट्स का पूरा ब्यौरा लें कि उसके पास सैलरी के अलावा और क्या-क्या जमीन, मकान, संपत्ति और संसाधन हैं. गारंटर बनने का फैसला तभी करें, जब वह व्यक्ति आपके बहुत करीब हो और आप उसकी लोन चुकाने की क्षमता को लेकर 100 फीसदी सुनिश्चित हों.
लोन गारंटर बन चुके हैं तो क्या करें
यदि आप किसी के लोन गारंटर बन चुके हैं और वह व्यक्ति करीबी पारिवारिक सदस्य नहीं है तो ऐसे व्यक्ति के साथ दोस्ती, संबंध और बातचीत कभी खत्म न करें. लगातार उसके संपर्क में रहें, उससे बात करते रहें तो लोन की स्थिति का जायजा लेते रहें. आप बैंक से संपर्क करके भी यह पता कर सकते हैं कि आपकी गारंटी पर लिया गया लोन समय पर चुकाया जा रहा है या नहीं.
Edited by Manisha Pandey