12वीं तक के छात्रों के लिए 10 लाख रुपये की स्कॉलरशिप, एडटेक स्टार्टअप ला रहा कोडिंग चैंपियनशिप
छठी से लेकर आठवीं क्लास और नौवीं से लेकर 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कॉलरशिप उपलब्ध है. इस प्रतियोगिता के लिए रजिस्ट्रेशन जारी है. ये प्रतियोगिता 25 दिसंबर 2022 को क्यूरियस जूनियर के ऐप पर आयोजित की जाएगी.
बच्चों के लिए ऑनलाइन कोडिंग प्लेटफॉर्म, क्यूरियस जूनियर बड़े पैमाने पर आयोजित की जाने वाली आल इंडिया कोडिंग चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण की मेजबानी की जोर-शोर से तैयारी कर रहा है.
छठी से लेकर आठवीं क्लास और नौवीं से लेकर 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कॉलरशिप उपलब्ध है. इस प्रतियोगिता के लिए रजिस्ट्रेशन जारी है. ये प्रतियोगिता 25 दिसंबर 2022 को क्यूरियस जूनियर के ऐप पर आयोजित की जाएगी.
छठी से लेकर 12वीं कक्षा तक के सभी छात्र इस प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए योग्य हैं. इसे दो श्रेणियों में विभाजित किया गया है, जिसमें पहली श्रेणी छठी से लेकर आठवीं कक्षा तक के छात्र हैं और दूसरी श्रेणी में नौवीं से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्र हैं.
पहले ग्रुप के स्टूडेंट्स के लिए ब्लॉक बेस्ड कोडिंग का टेस्ट होगा, जबकि दूसरे ग्रुप के छात्रों का टेस्ट जावा स्क्रिप्ट में होगा. सर्टिफिकेट के साथ हर श्रेणी में टॉप 500 छात्रों को यह स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी. हर श्रेणी में स्कॉलरशिप की राशि 10 लाख रुपये तक बढ़ाई गई है.
क्यूरिस जूनियर के सहसंस्थापक मृदुल रंजन साहू ने बताया, “इस प्रतियोगिता के पिछले संस्करण काफी सफल रहे हैं. देश के सभी भागों में रहने छात्रों ने इन संस्करणों के लिए हमारी सराहना की और हमें एक पहचान दी. हमें भरोसा है कि इस साल आयोजित होने वाले संस्करण में हमें और ज्यादा सफलता और सराहना मिलेगी. हमें उम्मीद है कि पहले से ज्यादा छात्र इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे.“
इस प्रतियोगिता में भाग लेने और आवेदन करने की प्रक्रिया बहुत ही साधारण हैं. सभी छात्र अपनी-अपनी श्रेणियों में इस प्रतियोगिता के लिए क्यूरियस जूनियर ऐप पर आवेदन कर सकते हैं. इस प्रतियोगिता का कुल समय 4 घंटे होगा.
पहले ग्रुप के लिए प्रतियोगिता 10 बजे सुबह से शुरू होगी, जबकि दूसरे ग्रुप के लिए प्रतियोगिता 2 बजे दोपहर से शुरू होगी. यह प्रतियोगिता 25 दिसंबर 2022 को आयोजित की जाएगी. इसमें एक प्रॉब्लम स्टेटमेंट स्क्रीन पर नजर आएगी. छात्रों को कोडिंग कर इस सवाल को हल करना होगा.
मृदुल रंजन साहू ने कहा, “चैंपियनशिप का लक्ष्य ज्यादा से ज्य़ादा स्टूडेंट्स को कोडिंग अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है. इस चैंपियनशिप का उद्देश्य उन छात्रों के लिए ऊर्जा से भरपूर माहौल बनाना है, जो कोडिंग में दिलचस्पी रखते हैं.“
ऑल इंडिया कोडिंग चैंपियनशिप से देश भर के बच्चों को अपने फैलो प्रोग्रामर्स के साथ राष्ट्रीय स्तर की चैंपियनशिप में हिस्सा लेने की इजाजत देता है. यह बच्चों को अपनी प्रतिभा की चमक बिखेरने और अपनी क्षमता से लोगों को परिचित करने और अपने हुनर का प्रदर्शन करने की इजाजत देता है.
क्यूरियस जूनियर गुड़गांव बेस्ड ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है. इसकी स्थापना 2020 में की गई थी. इस ऐप की स्थापना जानिसार अली और मृदुल रंजन साहू ने की थी. दोनों आईआईटी-बीएचयू के ग्रेजुएट्स हैं.
यह 8 से लेकर 17 साल तक के बच्चों को कोडिंग सीखने में सक्षम बनाती है. ये मोबाइल फर्स्ट प्लेटफॉर्म है. यह छात्रों को उनकी मातृभाषा या स्थानीय भाषा में पढ़ाई का कंटेंट प्रदान करता है. यह छात्रों को प्रकाशन और अपनी क्रिएटिविटी दूसरे लोगों से साझा करने में सक्षम बनाती है.
क्यूरियस जूनियर का उद्देश्य इसे सबसे विश्वसनीय लर्निंग प्लेटफॉर्म बनाना है, जो 2030 तक दुनिया के 500 मिलियन बच्चों के साथ जो टेक्नोलॉजी की मदद से दी जाने वाली प्रभावपूर्ण शिक्षा का ऑफर देता है.
Edited by Vishal Jaiswal