ग्रामीण महिला उद्यमी रुमा देवी को मिला प्रतिष्ठित जानकी देवी बजाज पुरस्कार
ग्रामीण क्षेत्र में सराहनीय काम करने के लिए महिला उद्यमी रुमा देवी को जानकी देवी बजाज पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्हे यह पुरस्कार मुंबई में आयोजित एक समारोह में प्रसून जोशी ने दिया।
मुंबई में 27वें जानकी देवी बजाज पुरस्कार वितरण का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बाड़मेर जिले की रुमा देवी को इस बार का जानकी देवी बजाज पुरस्कार दिया गया। यह पुरस्कार उन्हे आईएमसी लेडीज़ विंग द्वारा दिया गया। रुमा देवी काफी समय से ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही हैं।
पुरस्कार के साथ 10 लाख की राशि
रुमा देवी को पुरस्कार देश के जाने माने गीतकार, पटकथा लेखक, कवि और वर्तमान में सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने दिया। इस पुरस्कार के साथ रुमा देवी को एक प्रशस्ति पत्र, ट्राफी और दस लाख रुपये की राशि भी प्रदान की गई।
इस भव्य आयोजन में बाड़मेर के हस्तशिल्प और कामगारों के जीवन से प्रेरित एक डॉकयुमेंट्री का भी प्रदर्शन किया गया।
आयोजन में भारत की प्रमुख महिला उद्यमियों के प्रतिनिधि मंडल के साथ जमना लाल और जानकी देवी बजाज के पौत्र शेखर बजाज और नीरज बजाज भी शामिल हुए।
कार्यक्रम में इसी के साथ बजाज समूह के अन्य पदाधिकारियों ने भी शिरकत की। कार्यक्रम में बाढ़मेर से हस्तशिल्प में पारंगत मोहिनी देवी, गंवरी देवी समेत प्रवासी राजस्थानी महिलाओं ने बड़ी संख्या में शिरकत की।
गांधीवादी थीं जानकी देवी
जानकी देवी बजाज पुरस्कार उन महिला उद्यमियों को दिया जाता है, जो देश के ग्रामीण हिस्सों में बेहतरीन काम कर रही हैं।
1893 में जन्मी जानकी देवी का जन्म कम उम्र में ही सम्पन्न बजाज परिवार में कर दिया गया था। जानकी देवी शुरू से ही गांधीवाद से प्रेरित थीं और इसके चलते उन्होने अपने आभूषणों का भी त्याग कर दिया था।
जन्म शताब्दी पर हुई शुरुआत
जानकी देवी को समाज के लिए किए गए उनके कार्यों के लिए साल 1956 में भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण से भी नवाजा गया था। जानकी देवी पुरस्कार की स्थापना साल 1992 में आईएमसी महिला विंग जानकी देवी पुरस्कार की शुरुआत की थी। इस पुरस्कार की शुरुआत जानकी देवी की जन्म शताब्दी बजाज इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड द्वारा किया गया था। इस पुरस्कार से ग्रामीण इलाकों को महिला उद्यमियों के काम को बढ़ावा दिया जा रहा है।