किसान की बेटी बनेगी गांव की पहली डॉक्टर, सचिन तेंदुलकर ने की मदद
सचिन ने कहा, "दीप्ति की यात्रा सपने देखने और उन्हें हकीकत बनाने का एक चमकदार उदाहरण है। उनकी कहानी कई अन्य लोगों को अपने लक्ष्यों के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगी। भविष्य के लिए दीप्ति को मेरी शुभकामनाएं!"
"पूर्व भारतीय क्रिकेटर एक चैरिटी फाउंडेशन एकम फाउंडेशन (Ekam Foundation) का भी हिस्सा हैं, जो सरकारी और ट्रस्ट अस्पतालों में इलाज कराने वाले बच्चों पर ध्यान केंद्रित करता है। फाउंडेशन के जरिए तेंदुलकर ने महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, असम, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में बच्चों की मदद की है।"
क्रिकेट के लीजेंड सचिन तेंदुलकर ने एक बार फिर अपना परोपकारी अवतार दिखाया है। उन्होंने एक गरीब किसान की बेटी दीप्ति विश्वासराव को मेडिकल डिग्री हासिल करने के उसके सपने को साकार करने में मदद की है।
सेवा सहयोग फाउंडेशन (Seva Sahyog Foundation), एक गैर-लाभकारी और एक स्वयंसेवी संचालित संगठन, ने एक ट्वीट में कहा,
"ज़ायरे, रत्नागिरी की दीप्ति विश्वासराव अब अपने गाँव की पहली डॉक्टर बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। सचिन तेंदुलकर को भागीदारी के लिए धन्यवाद! दीप्ति का मेडिकल कॉलेज जाने का सपना अब पूरा हो सकेगा। धन्यवाद, सचिन, दीप्ति और इसके जैसे कई अन्य छाओं की यात्रा का हिस्सा बनने के लिए।“
ट्वीट में शेयर किए गए एक वीडियो में, दीप्ति ने सपोर्ट के लिए सचिन को धन्यवाद दिया।
दीप्ति ने कहा,
"अभी, मैं सरकारी मेडिकल कॉलेज, अकोला से MBBS कर रही हूं। मेरे परिवार में, मेरे, मेरे माता-पिता और छोटे भाई सहित चार सदस्य हैं। मेरे पिता एक किसान हैं और मां एक गृहिणी हैं।"
उन्होंने आगे कहा,
"लेकिन जैसा कि, किसी ने कहा है - कड़ी मेहनत सफलता की कुंजी है और आखिरकार मेरी सारी मेहनत रंग लाई और मुझे सरकारी मेडिकल कॉलेज में सीट मिल गई। मुझे छात्रवृत्ति देने के लिए, मैं, सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन (Sachin Tendulkar Foundation) की आभारी हूं।"
सचिन तेंदुलकर ने अपनी ओर से कहा:
"दीप्ति की यात्रा सपने देखने और उन्हें हकीकत बनाने का एक चमकदार उदाहरण है। उनकी कहानी कई अन्य लोगों को अपने लक्ष्यों के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगी। भविष्य के लिए दीप्ति को मेरी शुभकामनाएं!"
आपको बता दें कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर एक चैरिटी फाउंडेशन एकम फाउंडेशन (Ekam Foundation) का भी हिस्सा हैं, जो सरकारी और ट्रस्ट अस्पतालों में इलाज कराने वाले बच्चों पर ध्यान केंद्रित करता है। फाउंडेशन के जरिए तेंदुलकर ने महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, असम, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में बच्चों की मदद की है।
वंचित परिवारों के बच्चे, गंभीर बीमारियों से पीड़ित और जो अपनी वैकल्पिक चिकित्सा लागतों को वहन नहीं कर सकते, उन्हें एकम फाउंडेशन से आवश्यक वित्तीय सहायता मिलती है।
Edited by Ranjana Tripathi