SBI और PNB: ग्राहकों को कॉल पर मिलती हैं ये बैंकिंग सर्विसेज, कहीं जाने की नहीं होगी जरूरत
ग्राहक फोन कॉल के जरिए घर बैठे कुछ बैंकिंग सर्विसेज का लाभ ले सकते हैं.
आज के टाइम में बैंक से जुड़े कामों के लिए इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग की मदद लेना बेहद आम हो चला है. घर बैठे ही आपके कई काम हो जाते हैं और आपको ब्रांच जाने की जरूरत नहीं पड़ती. लेकिन अगर कोई नेट बैंकिंग या ऐप इस्तेमाल करना न जानता हो तो? ऐसे में बैंकों की टोल फ्री सर्विस या कस्टमर केयर सर्विस काम की है. बात अगर देश के दो बड़े बैंकों की करें तो SBI (State Bank of India) और PNB (Punjab National Bank) ने ग्राहकों को कुछ खास फोन नंबर उपलब्ध कराए हुए हैं. इन नंबरों की मदद से ग्राहक फोन कॉल के जरिए घर बैठे कुछ बैंकिंग सर्विसेज का लाभ ले सकते हैं. आइए जानते हैं इस बारे में डिटेल में...
भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
SBI के टोल फ्री नंबर 18001234 और 18002100 हैं. इनकी मदद से SBI ग्राहक अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से कॉल के जरिए जिन सर्विसेज का फायदा ले सकते हैं, उनमें से कुछ इस तरह हैं...
- अकाउंट बैलेंस और आखिरी 5 ट्रांजेक्शन
- एटीएम/डेबिट कार्ड ब्लॉक करने और नए कार्ड का डिस्पैच स्टेटस
- चेकबुक का डिस्पैच स्टेटस
- ईमेल पर TDS डिटेल्स और डिपॉजिट इंट्रेस्ट सर्टिफिकेट
- पुराने एटीएम कार्ड को ब्लॉक करवाने के बाद नए एटीएम कार्ड को इश्यू करने की रिक्वेस्ट
पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
PNB के टोल फ्री नंबर 18001032222, 01202490000 और 18001802222 हैं. इनकी मदद से ग्राहक इन सर्विसेज का लाभ ले सकते हैं...
- डेबिट कार्ड ट्रांजेक्शन लिमिट जानना या अपडेट करना
- ई-स्टेटमेंट के लिए रजिस्ट्रेशन
- UPI/रिटेल व कॉरपोरेट IBS/MBS ब्लॉक करना
- चेक पेमेंट को रोकना
- अकाउंट फ्रीज कराना
- बैलेंस इंक्वायरी और लास्ट 5 ट्रांजेक्शन चेक करना
- डेबिट कार्ड ब्लॉक/इश्यू करने समेत डेबिट कार्ड से जुड़ी कुछ अन्य रिक्वेस्ट डालना
- एटीएम पिन जनरेट करना या बदलना
- ट्रांजेक्शन के लिए कार्ड को इनेबल या डिसेबल करना
- चेक बुक रिक्वेस्ट डालना या रिक्वेस्ट का स्टेटस चेक करना
- टीडीएस सर्टिफिकेट रिक्वेस्ट
SBI का कर्ज हुआ और महंगा
SBI ने अपनी कर्ज दरों को एक बार फिर बढ़ा दिया है. यह वृद्धि मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) में की गई है. SBI ने MCLR में 0.10 प्रतिशत का इजाफा किया है और यह बढ़ोतरी 15 जनवरी 2023 से प्रभावी हो गई है. हालांकि बैंक ने केवल 1 साल वाली MCLR को बढ़ाया है. ज्यादातर रिटेल लोन्स इसी MCLR पर बेस्ड होते हैं. एक महीने के अंदर SBI द्वारा MCLR में की गई यह दूसरी वृद्धि है. इससे पहले बैंक ने 15 दिसंबर 2022 को MCLR, एक्सटर्नल बेंचमार्क बेस्ड लेंडिंग रेट (EBLR), रेपो बेस्ड लेंडिंग रेट (RLLR), बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) और बेस रेट समेत सभी लोन रेट्स में बढ़ोतरी की थी.
SBI के ताजा कदम से MCLR पर बेस्ड नया लोन लेने वालों को तो कर्ज वर्तमान की तुलना में महंगा मिलेगा ही, साथ ही MCLR पर बेस्ड लोन लिए हुए मौजूदा बॉरोअर्स के लिए भी EMI बढ़ जाएगी. इस वृद्धि से MCLR के अलावा किसी और बेंचमार्क लेंडिंग रेट पर बेस्ड लोन लेने वालों की EMI पर कोई असर नहीं पड़ेगा.