SBI ने EBLR और RLLR में किया इजाफा, जानें आपकी लोन EMI बढ़ेगी या नहीं
EBLR और RLLR में बढ़ोतरी किए जाने से बैंक के इन रेट से लिंक्ड लोन 1 जून से महंगे हो जाएंगे.
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का होम लोन (Home Loan) और एजुकेशन लोन (Education Loan) 1 जून 2022 से महंगा होने जा रहा है. इसकी वजह है कि SBI ने एक्सटर्नल बेंचमार्क रेट (EBR) और रेपो रेट लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) में इजाफा किया है. EBR 1 जून से बढ़कर 7.05 फीसदी हो जाएगी, जो अभी 6.65 फीसदी है. इसके चलते एक्सटर्नल बेंचमार्क लिंक्ड लेंडिंग रेट यानी EBLR भी बढ़ेगी. SBI की वेबसाइट के मुताबिक, EBR में क्रेडिट रिस्क प्रीमियम जोड़ने के बाद EBLR प्राप्त होती है. वहीं RLLR 1 जून से बढ़कर 6.65 फीसदी+CRP होगी. अभी SBI में RLLR 6.25 फीसदी है.
EBLR और RLLR में बढ़ोतरी किए जाने से बैंक के इन रेट से लिंक्ड लोन 1 जून से महंगे हो जाएंगे. SBI, EBLR से लिंक्ड होम लोन और एजुकेशन लोन प्रॉडक्ट्स की पेशकश करता है.
फ्लोटिंग रेट है EBLR और RLLR
SBI साल 2019 से EBLR पर बेस्ड लोन्स की पेशकश कर रहा है. SBI ने अपने फ्लोटिंग रेट लोन्स के लिए एक्सटर्नल बेंचमार्क के तौर पर रेपो रेट को लिया है. RBI के रेपो रेट में बदलाव होने से EBLR और RLLR भी अपडेट होते हैं. मई की शुरुआत में RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने रेपो रेट में 0.40% की वृद्धि की थी.
किन ग्राहकों पर नहीं होगा असर
SBI की EBLR और RLLR बढ़ने से उन ग्राहकों के लोन की EMI पर कोई असर नहीं होगा, जिन्होंने MCLR (Marginal Cost of Fund Based Lending Rate) बेस्ड या फिर बेस रेट बेस्ड ब्याज दर पर कोई लोन लिया हुआ है. SBI ने एक सप्ताह पहले ही MCLR में 0.1 फीसदी की बढ़ोतरी की है. बढ़ी हुई दरें 15 मई 2022 से प्रभावी हो गई हैं. MCLR पर बेस्ड लोन्स की पेशकश अप्रैल 2016 से की जा रही है.