कभी रेलवे स्टेशन पर बेची चाय; आज अमेरिका, जापान और यूरोप में फैला है चाय का एक्सपोर्ट बिजनेस
Evergreen Tea Group भारत की उन चुनिंदा कंपनियों में शुमार हैं, जो चाय एक्सपोर्ट करती हैं. राजीव बैद इसके सीएमडी हैं. बिहार के किशनगंज में रेलवे स्टेशन और बस स्टॉप पर चाय बेचने से लेकर चाय का एक्सपोर्ट बिजनेस खड़ा करने तक, राजीव ने लंबा सफ़र तय किया है.
भारत दुनिया के शीर्ष 5 चाय निर्यातकों (एक्सपोर्टर) में से एक है, जो कुल निर्यात का लगभग 10% है. अप्रैल-मई 2024 से, भारत से चाय निर्यात का कुल मूल्य 102.85 मिलियन अमेरिकी डॉलर था. ये आंकड़े IBEF (India Brand Equity Foundation) की आधिकारिक वेबसाइट से जुटाए गए हैं. भारत में असम, दार्जिलिंग और नीलगिरी की चाय को दुनिया में सबसे बेहतरीन माना जाता है. भारत दुनिया भर के 25 से ज़्यादा देशों को चाय का निर्यात करता है. रूस, ईरान, यूएई, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और चीन भारत से चाय के प्रमुख आयातक हैं.
Evergreen Tea Group भारत की उन चुनिंदा कंपनियों में शुमार हैं, जो चाय एक्सपोर्ट करती हैं. राजीव बैद (Rajeev Baid) इसके सीएमडी हैं. Chai Chun इसका एक रिटेल ब्रांड है, जबकि Okayti Tea Estate है, जहां चाय की पैदावार होती है. इसका हेडक्वार्टर सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल में है.
बिहार के किशनगंज में रेलवे स्टेशन और बस स्टॉप पर चाय बेचने से लेकर चाय का एक्सपोर्ट बिजनेस खड़ा करने तक, राजीव ने लंबा सफ़र तय किया है. हाल ही में YourStory ने राजीव बैद से बात की, जहां उन्होंने चाय कारोबार की शुरुआत, एक्सपोर्ट, और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया.
राजीव [बैद] बताते हैं, “चाय हमेशा से मेरे लिए सिर्फ़ एक पेय पदार्थ से कहीं बढ़कर रही है; यह एक ऐसा जुनून है जो परंपरा, संस्कृति और नवाचार को जोड़ता है. मेरी यात्रा न केवल भारतीय चाय को वैश्विक स्तर पर बेहतर बनाने की महत्वाकांक्षा से शुरू हुई, बल्कि घरेलू चाय पीने के अनुभव में भी क्रांति लाने की भी है. समय के साथ, यह विज़न अब Evergreen Tea Group में विस्तारित हुआ है.”
वे आगे बताते हैं, “हमने उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं, जिसमें सालाना 25 मिलियन किलोग्राम से ज़्यादा चाय का उत्पादन शामिल है - जो वैश्विक स्तर पर 900 करोड़ कप से ज़्यादा चाय के बराबर है. हमारे पोर्टफोलियो में प्रीमियम CTC चाय और बेहतरीन दार्जिलिंग किस्में शामिल हैं, जिन्हें जर्मनी, फ्रांस, यूके, जापान और यूएई सहित 20 से ज़्यादा देशों में उनकी बेहतरीन क्वालिटी के लिए सराहा जाता है. Chai Chun हमारा रिटेल बिजनेस है, जिसके जरिए हम स्टोर और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर चाय बेचते हैं. दार्जिलिंग में 447 हेक्टेयर में फैले चाय के बागान Okayti Tea Estate के साथ, हम प्रीमियम ऑर्गेनिक चाय तैयार कर रहे हैं, जिसकी यूरोप के सबसे प्रतिष्ठित चाय घरों में मांग है. साथ में, ये पहल दुनिया के भारतीय चाय के प्रति नजरिए को बदलने का मेरा तरीका है.”
बिहार, बंगाल और असम में Evergreen Tea Group की कुल 12 फैक्ट्रियां हैं, जहां मैन्युफैक्चरिंग, डिस्ट्रीब्यूशन, रिटेल सेल्स और व्हाइट लेबलिंग होती है. Okayti Tea Estate अपने 700 कुशल श्रमिकों के साथ प्रतिवर्ष लगभग 150,000 किलोग्राम ऑर्गेनिक चाय का उत्पादन करता है.
इस बिजनेस को खड़ा करने में किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा? इस सवाल के जवाब में राजीव बैद कहते हैं, “हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक भारतीय चाय के बारे में लंबे समय से चली आ रही धारणा को बदलना था. बहुत लंबे समय से, भारतीय चाय को प्रीमियम प्रोडक्ट के बजाय एक कमोडिटी के रूप में माना जाता रहा है, जिसे अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों ने पीछे छोड़ दिया है. इस मानसिकता को तोड़ने के लिए न केवल क्वालिटी पर ध्यान देने की आवश्यकता थी, बल्कि उपभोक्ताओं को शिक्षित करने के लिए एक ठोस प्रयास की भी आवश्यकता थी. हमें उन्हें दिखाना था कि भारतीय चाय का मूल्य इसकी कीमत से कहीं अधिक है. यह चाय के पीछे की कहानी, इसके बढ़ने वाले क्षेत्रों और उत्पादन के अनूठे तरीकों के बारे में है जो इसे बेहतरीन बनाते हैं.”
20 से ज़्यादा देशों में अपनी मज़बूत मौजूदगी के साथ, Evergreen Tea Group पहले से ही भारतीय चाय की बेजोड़ विविधता और गुणवत्ता को प्रदर्शित करने में आगे बढ़ रहा है.
राजीव बताते हैं, “हमारा लक्ष्य यहीं तक सीमित नहीं है. हम लगातार नए-नए प्रयोग कर रहे हैं - चाहे वह Restaurant on Wheels जैसी पहल के ज़रिए हो, जो भारतीय रेलवे में चाय संस्कृति को बढ़ावा देता है, या हमारा Chai Gyan प्रोग्राम, जो उपभोक्ताओं को चाय की किस्मों और चाय बनाने की तकनीकों के बारे में शिक्षित करता है. Okayti Tea Tours के जरिए हम दुनिया भर के विजिटर्स को चाय बागान का टूर करवाते हैं. इससे हमें रेवेन्यू हासिल करने में भी मदद मिलती है.”
राजीव बताते हैं, “इस साल हमने प्रीमियम चाय की बढ़ती मांग और Okayti Tea Tours में उछाल के साथ रेवेन्यू में तगड़ी वृद्धि देखी है. मुझे उम्मीद है कि साल के अंत तक हमारे रेवेन्यू में कम से कम 25% की वृद्धि होगी. आगे बढ़ते हुए, हम विशेष चाय मिश्रणों को लॉन्च करने और अपने पर्यटन का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं, जो विकास को और आगे बढ़ाएगा. इसके अलावा, भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर Chai Chun के रिटेल कारोबार का विस्तार निरंतर रेवेन्यू वृद्धि में योगदान देगा.”