ShareChat ने खर्चों में कटौती का हवाला देकर अपने 15% कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
ShareChat ने इस साल जनवरी में अपने 20% कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था. फरवरी में, इसने अपने लाइव कॉमर्स डिवीजन को छोटा करने के बाद वर्कफोर्स में और अधिक कटौती की.
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ने अपने लगभग 15% कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है क्योंकि इसका लक्ष्य अपने लागत आधार को सुव्यवस्थित करना और लाभप्रदता हासिल करना है.कंपनी ने एक बयान में कहा, "शेयरचैट ने आज वर्ष 2024 के लिए अपनी वार्षिक योजना के हिस्से के रूप में एक रणनीतिक पुनर्गठन किया. यह निर्णय कंपनी की लागत आधार को सुव्यवस्थित करने और अगली 4-6 तिमाहियों के भीतर लाभप्रदता प्राप्त करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है."
इस साल शेयरचैट द्वारा की गई यह तीसरी ऐसी कार्रवाई है. जनवरी में इसने अपने 20% कर्मचारियों की छंटनी की थी, जिससे 420 कर्मचारियों की नौकरी गई. फरवरी में, इसने अपने लाइव कॉमर्स डिवीजन को छोटा करने के बाद और अधिक छंटनी की.
कंपनी ने तर्क दिया कि वह परिचालन को सुव्यवस्थित करना, उत्पादकता बढ़ाना और कंपनी को सतत विकास के लिए स्थापित करना चाहती है. बयान में कहा गया है, "परिणामस्वरूप, संगठन एक सपाट संगठनात्मक संरचना और प्राथमिकता वाले उत्पाद पहल की ओर बढ़ गया है."
कंपनी ने अपने दो को-फाउंडर — फरीद अहसन और भानु प्रताप सिंह — को भी अपनी सक्रिय भूमिकाओं से हटते हुए देखा और बाद में एक रोबोटिक्स स्टार्टअप, General Autonomy की स्थापना की.
इससे पहले, YourStory ने बताया था कि शेयरचैट और शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म Moj की पैरेंट कंपनी Mohalla Tech का घाटा वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 5,144.25 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 22 में 2,988.63 करोड़ रुपये से 72% अधिक है. कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू वित्त वर्ष 2023 में 552.73 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 2,988.63 करोड़ रुपये था.
मुख्य खर्च शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म, Takatak से संबंधित बट्टे खाते में डालने से आया. मार्च 2023 को समाप्त अवधि में, Takatak से जुड़े मूल्यह्रास और परिशोधन से संबंधित खर्च पिछले वर्ष के 24.4 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,920 करोड़ रुपये हो गया. शेयरचैट ने पिछले साल फरवरी में Takatak का अधिग्रहण किया था.
(Translated by: रविकांत पारीक)