निजी कंपनियों द्वारा चलाई जाने वाली ट्रेनों में मिल सकतीं हैं कुछ ऐसी खास सुविधाएं
निजी ट्रेनों में विश्व स्तरीय सुविधाएं देखने को मिल सकती हैं, लेकिन इसी के साथ रेलवे ने इन ट्रेनों के किराए से जुड़े अधिकार भी उन्हीं कंपनियों को देने का मन बना लिया है।
भारतीय रेलवे पीपीपी मॉडल के तहत अब प्राइवेट ट्रेनों के संचालन की ओर तेजी से बढ़ रही है। प्राइवेट ट्रेनों के संचालन के साथ ही रेलवे इन ट्रेनों से बेहतर सुविधा की उम्मीद लगा रही है, ऐसे में इन ट्रेनों में यात्रियों को किस तरह की सुविधाएं मिल सकती हैं, इस पर सभी की नज़र बनी हुई है।
कहा जा रहा है कि प्राइवेट ट्रेनों की सुविधाएं वंदे भारत एक्सप्रेस या ट्रेन 18 जैसी हो सकती हैं, ऐसे में जो सुविधाएं इस ट्रेनों में पहले से मौजूद हैं हम यहाँ आपको उनसे अवगत करा रहे हैं।
यात्रियों के लिए इन ट्रेनों में हवाई जहाज की तरह से एयर कंडीशनिंग मिल सकती है, जिसमें स्वचालित तापमान और हयूमिडिटी नियंत्रण की सुविधा हो सकती है। यात्रियों के कंफर्ट को ध्यान में रखते हुए विश्वस्तरीय टॉइलेट और इंटीरियर के साथ ही दिव्यांग यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए खास बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से भी विश्वस्तरीय फीचर देखने को मिल सकते हैं। साथ ही ये ट्रेनें 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हुई दिखाई दे सकती हैं, जिससे यात्रियों के समय की ख़ासी बचत होगी।
इन निजी ट्रेनों में आधुनिक डिजाइन की बोगियों, स्टेनलेस स्टील या एल्यूमीनियम एक्सटीरियर, ब्रेक सिस्टम आदि के उपयोग के माध्यम से कम रखरखाव आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है।
इस ट्रेनों में यात्री किराए को लेकर रेलवे निजी कंपनियों को ही अधिकार देने के उद्देश्य से आगे बढ़ रही है, ऐसे में किराए से संबन्धित सभी फैसले लेने का अधिकार उन कंपनियों के पास ही होगा।