ट्विटर पर भी अक्सर वायरल बिजनस टायकून आनंद गोपाल महिंद्रा
देश के दस सबसे बड़े औद्योगिक घरानों में एक 'महिंद्रा ग्रुप' के चेयरमैन आनंद गोपाल महिंद्रा अपने बिजनस टैलेंट ही नहीं, टायकून होने के बावजूद जिंदगी के 65वें वर्ष में हर वक़्त अपनी रोचक-रोमांचक एवं प्रेरक ट्विटर एक्टिविटी के लिए भी मशहूर हैं। इस समय भी उनका 'विपुल बर्थडे गिफ्ट' ट्वीट खूब वायरल हो रहा है।
भारत के दस बड़े औद्योगिक घरानों में एक 6.7 बिलियन डॉलर की कुल पूंजी वाले महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन और एमडी आनंद गोपाल महिंद्रा अपनी औद्योगिक महारत ही नहीं, बिजनेस टायकून होने के बावजूद अपनी जिंदगी के 65वें वर्ष में हर वक़्त अपनी ट्विटर एक्टिविटी के लिए भी मशहूर हैं। यद्यपि दुनिया की सबसे बड़ी तीन ट्रैक्टर निर्माता कंपनियों में से एक ग्रुप की घरेलू वाहन कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा का 2018-19 की चौथी तिमाही में एकल आधार पर शुद्ध लाभ 19.85 प्रतिशत घटकर 848.81 करोड़ रुपये रह गया है।
गौरतलब है कि सन् 1945 में, मूलत: इस ग्रुप की स्थापना 'महिन्द्रा एंड मोहम्मद' के नाम से हुई थी लेकिन भारत के विभाजन के बाद इसके संस्थापक गुलाम मोहम्मद के पकिस्तान का पहले वित्त मंत्री बन जाने के बाद 1948 में इसका नाम बदलकर महिंद्रा एंड महिंद्रा हो गया। गृह नगर लुधियाना (पंजाब) के रहने वाले आनंद गोपाल महिंद्रा के दादा जगदीश चंद्र महिंद्रा और कैलाशचंद्र महिंद्रा कम्पनी के सह-संस्थापक रहे। आज यह ग्रुप ग्रामीण भारत के साथ विदेशों में भी अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज करा रहा है।
मुंबई में 1 मई 1955 को पिता हरीश महिंद्रा और माता इंदिरा महिंद्रा के घर जनमे आनंद गोपाल महिंद्रा की प्रारंभिक शिक्षा लॉरेंस स्कूल लवडेल से हुई। बाद में उन्होंने 1977 में हार्वर्ड कॉलेज, कैम्ब्रिज (मैसाचुसेट्स) के मैग्ना मार्क (अमेरिका) से स्नातक बने और 1981 में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल, बोस्टन से एमबीए की पढ़ाई पूरी की। उनकी शादी अनुराधा महिंद्रा से हुई, जो प्रसिद्ध पत्रिका 'वर्व' और 'मेंस वर्ल्ड' की संपादक तथा 'रोलिंग स्टोन भारत' की एडिटर-इन-चीफ हैं।
एजुकेशन के बाद पिता की औद्योगिक विरासत संभालने लगे आनंद गोपाल महिंद्रा 26 अक्टूबर 2011 की फ़ोर्ब्स की रैंकिंग लिस्ट में कुल यूएस 825 मिलियन डॉलर सम्पति के साथ 68वें भारतीय धनाढ्य घोषित हुए। उसके बाद उन्होंने अपनी मेहनत से महिंद्रा अंपायर को भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में फैला दिया। आज महिंद्रा ट्रैक्टर, महिंद्रा बोलेरो, एसयूवी-500, महिंद्रा स्कूटी, महिंद्रा स्कॉर्पियो के निर्माण के अलावा फाइनेंस, टूरिज्म, इंफ्रास्ट्रक्चर डेव्हलपमेंट, ट्रेड एवं लॉजिस्टिक्स सेक्टर में भी इस ग्रुप की तूती बोल रही है। आज इस ग्रुप में 75 हजार से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। वह मुकेश अंबानी के साथ एक एपिक चैनल के हिस्सेदार भी रहे, बाद में उसे उन्होंने अंबानी से खरीद लिया।
आनंद गोपाल महिंद्रा एशिया बिजनेस काउंसिल, हार्वर्ड बिजनेस स्कूल सलाहकार समिति, भारत सरकार की राष्ट्रीय खेल विकास कोष कार्यकारी परिषद, एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च केंद्र की राष्ट्रीय परिषद राष्ट्रीय बैंक प्रबंधन संस्थान आदि के जाने-माने सदस्य, 'मुंबई महोत्सव' के संस्थापक अध्यक्ष, 'एशिया सोसायटी अंतर्राष्ट्रीय परिषद' न्यूयॉर्क के सह-अध्यक्ष होने के साथ ही फ्रांस के राष्ट्रपति द्वारा 'ऑर्डर ऑफ मेरिट', भारत के 'राजीव गांधी पुरस्कार', 2005 के 'पर्सन ऑफ द ईयर', 'ऑटो मॉनिटर लीडरशिप अवार्ड', 'एशिया बिजनेस लीडर' पुरस्कार, लुधियाना मैनेजमेंट एसोसिएशन के 'उद्यमी पुरस्कार', एनडीटीवी के 'कॉरपोरेट लीडर' सम्मान, 'इकॉनोमिक टाइम्स पुरस्कार', 'जापान क्वालिटी मेडल', ट्रैक्टर निर्माण क्षेत्र में विश्व में एक मात्र डेमिंग पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं।
उन्नीस सौ नब्बे के दशक में वह 'रियल स्टेट डेवलपमेंट और हॉस्पिटैलिटी' के अध्यक्ष और 1997 में महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के उप-प्रबंध निदेशक, 2003 में वाइस चेयरमैन बने। उन्होंने ही 'कोटक महिंद्रा' नाम से अपनी दूसरी संस्था की स्थापना की, जो बाद में बैंक बन गई। उन्ही के औद्योगिक नेतृत्व में 'स्कार्पियो' का जन्म हुआ, जो आज पूरे विश्व में जानी जाती है। उन्होंने 'महिंद्रा सिस्टम एंड ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी' की नींव रखने के साथ ही अमेरिका में तीन असेम्बलिंग संयंत्र भी स्थापित किए हैं। वह अपनी मां के नाम पर हार्वर्ड विश्वविद्यालय को 100 करोड़ डॉलर की आर्थिक मदद भी कर चुके हैं।
आनंद महिंद्रा ने कोटक ग्रुप में एक लाख रुपये का निवेश किया था जिसकी मार्केट वैल्यु आज 1400 करोड़ रुपये से भी अधिक हो चुकी है। इतनी ऊंचाई पर पहुंचने के बावजूद वह अन्य कारोबारियों की तरह बिजनेस में ही व्यस्त न रह कर आनंद ट्विटर पर भी लगातार सक्रिय रहते हैं। सोशल मीडिया में उनकी पोस्ट अक्सर वायरल हो जाती हैं। वह अपनी अमीरी के नशे में चूर होने की बजाए ट्विटर के माध्यम से अपने सामाजिक सरोकारों के नाते ज्यादा लोकप्रिय हैं। वह एक ट्वीट वीडियो में तीन तकियों के सहारे नीचे उतरने की कोशिश कर रहे बच्चे को जॉब ऑफर कर चुके हैं। उन्होंने उस पर ट्विट किया- 'यह बच्चा उनके प्रोजेक्ट्स को आसान तरीके से पूरा करने में मदद करेगा।' आइपीएल मैच के दौरान उन्होंने ट्वीट किया - 'सुरक्षा कारणों को देखते हुए गेंदबाज और फील्डर्स को हेलमेट पहनने का सुझाव क्यों नहीं देना चाहिए?' वह अपने एक ट्वीट में खुलासा कर चुके हैं कि वह पांच मिनट भी फोन के बिना नहीं रह सकते हैं।
अपनी पत्नी की बातें सुनने से बचने के लिए 62 साल तक गूंगा-बहरा होने का नाटक करने वाले एक व्यक्ति का ट्वीट पढ़कर वह देर तक हंसते रहे, फिर उन्होंने अपनी पत्नी अनुराधा महिंद्रा से कहा- 'काश वह भी इस तरह मूर्ख बना पाते। इस पर उनकी पत्नी ने उनसे सवाल किया कि 'क्या वे पांच मिनट के लिए भी फोन पर बात किए बिना रह सकते हैं', इस पर आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया- 'यह स्मार्ट वाइफ होने का नुकसान है।' जहां तक खुद के अमीर होने की बात है, उसमें भी उनके अलग अंदाज होते हैं। मसलन, कोच्चि में चाय की दुकान चलाकर दुनिया घूमने का अपना शौक पूरा कर रहे एक 70 वर्षीय कपल का वीडियो उन्होंने शेयर करते हुए ट्वीट किया- 'यह दंपति बेशक फोर्ब्स रिच लिस्ट का हिस्सा नहीं है मगर मेरे विचार से यह देश के सबसे धनी लोगों में से एक हैं। इनकी पूंजी जीवन के प्रति इनकी सोच है। अब जब कभी वह कोच्चि जाएंगे, तो विजयन और मोहना (बुजुर्ग दंपति) से जरूर मिलेंगे।'
आनंद गोपाल महिंद्रा का एक नया ट्वीट इस समय भी खूब वायरल हो रहा है। गत शुक्रवार को एक विपुल नाम के व्यक्ति ने उन्हे ट्वीट किया कि 'सर, मैं आपका बहुत बड़ा फैन हूं, क्या आप मुझे मेरे जन्मदिन पर महिंद्रा थार उपहार में दे सकते हैं?' इसे नजरंदाज करने की बजाए उन्होंने विपुल के साहस को सराहते हुए लिखा- 'दुर्भाग्यवश मैं हां नहीं कर सकता। मेरा धंधा बंद हो जाएगा।' इस तरह आनंद गोपाल महिंद्रा नियमित रूप से ट्विटर पर अपने फॉलोअर्स के पोस्ट के जवाब देने के साथ ही उनसे अपने विचार भी साझा करते हैं। गत माह जुलाई में उन्होंने क्रिएटिविटी का कमाल मानते हुए कवर्ड पॉर्किंग के काम आ रही प्लास्टिक की उस टंकी की फोटो को ट्वीट किया, जिसमें एक बाइक और स्कूटी खड़ी थी। अपने रोचक-रोमांचक ट्वीट के साथ ही वह अपनी मजाकिया किसम की व्यावसायिक गतिविधियों के लिए भी अक्सर सुर्खियां बन जाया करते हैं। मसलन, अपनी ही कंपनी महिन्द्रा की नई प्रीमियम लग्जरी एसयूवी खुद को गिफ्ट कर लेते हैं।
इस पंद्रह अगस्त पर आनंद महिंद्रा ने एक सब्जी विक्रेता की राष्ट्रभक्ति को सराहते हुए गाजर-मूली-भिंडी से बने तिरंगे वाली उसकी तस्वीर को शेयर करके लिखा- 'दिन ढल चुका है। यह तस्वीर मेरे दिमाग में मजबूती से ठहर जाएगी। यह एक विनम्र सब्जी विक्रेता की देश के प्रति जिम्मेदारी और भरोसा है। भावनाओं के इजहार के लिए यह सबसे सस्ता लेकिन शक्तिशाली संकेत है। जय हिंद।'
पंद्रह अगस्त पर अपने एक अन्य ट्वीट में उन्होंने पीएम मोदी का आभार जताते हुए लिखा- 'आपने स्पष्ट रूप से सभी को याद दिलाया है कि कानून-व्यवस्था को मानने वाले कारोबारी 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के सपने का केंद्र हैं। हम भी आश्वस्त करते हैं कि आपका भरोसा नहीं तोड़ेंगे।' इससे पहले अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद उन्होंने ट्वीट किया था- 'कुछ फैसले ऐसे होते हैं जो लिए जाने के बाद कहा जाता है- 'यह पहले क्यों नहीं हुआ?' इस तरह का फैसला भी आज हुआ। यह अखंड कश्मीरियों को गले लगाने का समय है।' उनके दो और ट्वीट सोशल मीडिया में खूब वायरल हो चुके हैं। एक वह, जब रोड रोलर के रोलर पर चिपकी बॉडी मसाज के विज्ञापन की तस्वीर देखकर वह हैरान रह गए। उन्होंने उस पर ट्वीट किया- 'इस मालिश के बाद, आपको कभी भी दूसरे की आवश्यकता नहीं होगी; यह सभी बीमारियों के लिए एक स्थायी उपाय होगा (जिस व्यक्ति ने इस पोस्टर को प्लास्टर किया या तो उसका सेंस ऑफ ह्यूमर शानदार होगा या फिर उसमें जरा सी भी समझ नहीं होगी।)' इसी तरह जब उनकी पत्नी अनुराधा महिंद्रा ने बारिश के मौसम में उनसे खाना बनाने में मदद मांगी तो उन्होंने रिप्लाई में वह तस्वीर पोस्ट कर दी, जिसमें एक व्यक्ति आयरन से रोटी तैयार कर रहा है। साथ में, उन्होंने जवाब के दौर पर उस फोटो के कैप्शन में लिख दिया- 'मैं इस तरह काम करता हूं।'