Spicejet के विमानों पर लगी यह पाबंदी आगे भी जारी रहेगी, DGCA ने पाबंदी 1 महीने बढ़ाई
स्पाइसजेट काफी समय से नकदी संकट का सामना कर रही है. स्पाइसजेट ने जून तिमाही में 789 करोड़ रुपये और मार्च तिमाही में 458 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था.
स्पाइसजेट की उड़ानों पर 50 प्रतिशत की अधिकतम सीमा को एक महीने से थोड़ा अधिक वक्त के लिए बढ़ा दिया गया है. नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस संबंध में बुधवार को एक आदेश जारी किया. डीजीसीए ने 27 जुलाई को स्पाइसजेट को अधिकतम 50 प्रतिशत उड़ानें संचालित करने का आदेश दिया था. यह आदेश आठ सप्ताह के लिए था. एयरलाइन की उड़ानों में लगातार खामियों के चलते यह फैसला किया गया था.
डीजीसीए ने अपने आदेश में कहा, ‘‘...समीक्षा से पता चलता है कि सुरक्षा संबंधी घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है. हालांकि, अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए सक्षम प्राधिकारी ने फैसला किया है कि 27 जुलाई, 2022 के आदेश में लगाए गए प्रतिबंध ग्रीष्मकालीन कार्यक्रम (जो 29 अक्टूबर 2022 तक चलेगा) के अंत तक लागू रहेंगे.''
इस दौरान 2022 की ग्रीष्मकालीन अनुसूची के तहत स्वीकृत प्रस्थानों में 50 प्रतिशत तक उड़ानें संचालित की जा सकती हैं. इसके अतिरिक्त उड़ानों के संचालन के लिए डीजीसीए की अनुमति लेनी होगी. स्पाइसजेट काफी समय से नकदी संकट का सामना कर रही है. स्पाइसजेट ने जून तिमाही में 789 करोड़ रुपये और मार्च तिमाही में 458 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था.
कंपनी ने 21 सितंबर से 80 पायलटों को तीन महीने के लिए बिना वेतन छुट्टी पर भेज दिया है. गुरुग्राम की विमानन सेवा कंपनी ने मंगलवार को कहा कि यह कदम लागत को सुसंगत करने के अस्थायी उपाय के तहत उठाया है. ‘जबरन’ बिना वेतन छुट्टी पर भेजे गए पायलट एयरलाइन के बोइंग और बाम्बार्डियर बेड़े के हैं.
इससे पहले अगस्त में डीजीसीए ने स्पाइसजेट के दो और बोइंग-737 विमानों का पंजीकरण रद्द कर दिया था. बता दें कि, केपटाउन संधि के तहत, अगर कोई चूक होती है, तो पट्टा देने वाले और ऋणदाता, पट्टे पर दिए गए विमान का पंजीकरण रद्द कर सकते हैं. इस तरह के अनुरोध आईडीईआरए के तहत किए जाते हैं.
जबकि अगस्त में ही डीजीसीए ने मुंबई तट के पास गहरे समुद्र में स्थित एक अपतटीय प्लेटफॉर्म पर एक हेलीकॉप्टर उतारने के दौरान हुई घटना के छह महीने बाद उसके एक पायलट का लाइसेंस छह महीने के लिए निलंबित कर दिया था.
हाल ही में, डीजीसीए ने बताया कि इस साल जनवरी से अगस्त के दौरान कुल 7.70 करोड़ लोगों ने घरेलू उड़ानों के जरिये यात्रा की. इसमें सालाना आधार पर 67.38 प्रतिशत और मासिक आधार पर 50.96 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस दौरान विमानों में सीटों के मुकाबले क्षमता उपयोग स्पाइसजेट में सबसे अधिक 84.6 प्रतिशत का रहा था.
Edited by Vishal Jaiswal