सिलीगुड़ी की यह होटल मैनेजमेंट फर्म बनना चाहती है पूर्वोत्तर भारत की OYO

2018 में शुरू हुआ, SayRooms घातक COVID-19 महामारी की तीन लहरों की चपेट में आ गया था। अब, बूटस्ट्रैप्ड स्टार्टअप अपने हॉस्पिटैलिटी बिजनेस को बढ़ाने के लिए रिवेंज ट्रैवलिंग को भुना रहा है।

सिलीगुड़ी की यह होटल मैनेजमेंट फर्म बनना चाहती है पूर्वोत्तर भारत की OYO

Monday March 14, 2022,

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जब Oravel Stays Pvt Ltd द्वारा संचालित OYO Rooms ने 2014 में बड़े पैमाने पर फंडिंग राउंड बढ़ाकर स्टार्टअप इकोसिस्टम को जगाया, तो बजट होटलों को अगली बड़ी चीज के रूप में देखा गया। जहां उस समय कई कंपनियों ने इस स्पेस में एंट्री ही की थी- जिसमें Zo Rooms, FabHotelsऔर Treebo- ही कुछ कुछ मुट्ठी भर हैं जो सर्वाइव कर पाईं थीं।


2018 तक, गुरुग्राम स्थित Oyoने चीन और इंडोनेशिया में विस्तार करना शुरू कर दिया, साथ ही जापान में प्रवेश करने की योजना बनाई। जब कई लोगों ने OYO के सिग्नेचर रेड एंड व्हाइट लोगो को पहचानना शुरू किया, तब कोलकाता में राहुल चौधरी और जयदीप बोस अपनी खुद की एक होटल मैनेजमेंट सर्विस शुरू करने की प्रक्रिया में थे।


SayRooms के सह-संस्थापक जयदीप ने YourStory को बताया, “2018 में अधिकांश बजट होटल OYO द्वारा संचालित थे; उनमें से सैकड़ों पश्चिम बंगाल में थे। लेकिन पूर्वोत्तर राज्यों में इनमें से किसी भी फर्म की घुसपैठ नहीं थी। यहीं पर हमने एक अवसर देखा।”


भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के एक पूर्व कार्यकारी, जयदीप ने राहुल चौधरी के साथ हाथ मिलाया, जो पहले उत्तर बंगाल और सिक्किम क्षेत्रों के लिए OYO में बिक्री और संचालन को संभालते थे। दोनों ने होटल मैनेजमेंट में अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल करते हुए 2018 में SayRoomsको एक बूटस्ट्रैप्ड स्टार्टअप के रूप में शुरू किया।


SayRooms के फाउंडर राहुल कहते हैं, 'होटल कोई भी बना सकता है लेकिन उसे मैनेज करना एक बड़ा काम है।'


अब तक, संस्थापकों ने स्टार्टअप को बूटस्ट्रैप करने के लिए अपनी जेब से लगभग 70 लाख रुपये लगाए हैं और सिलीगुड़ी से इसे चलाने के लिए 10 सदस्यीय टीम है।

होटल संचालन

Say Trip Hospitality Pvt Ltd द्वारा संचालित, SayRooms होटल मालिकों को फ्रंट और बैक-एंड सहायता प्रदान करता है - उन्हें सस्ती कीमतों पर अच्छी गुणवत्ता वाले लिनन की सोर्सिंग के लिए कनेक्शन प्रदान करने से लेकर ऑनलाइन ग्राहक सहायता को संभालने तक, सब कुछ ऑफर करता है।


जयदीप कहते हैं, “छोटे शहरों में कई मैनेजर कभी-कभी यह नहीं जानते कि ऑनलाइन सवालों का जवाब कैसे दिया जाए। प्रॉपर्टीज में से एक की Google पर किसी ने खराब रिव्यू की थी और मैनेजमेंट ने उसे 'धन्यवाद' कहकर जवाब दिया।"

जहां निश्चित खर्च प्रॉपर्टी के मालिक द्वारा वहन किया जाता है, वहीं SayRooms दिन-प्रतिदिन के संचालन और प्रबंधन का ध्यान रखता है। फर्म प्रॉपर्टी के मालिकों से लीड जेनरेट करती है जो सीधे उन तक पहुंचते हैं, और साथ ही टियर- II और III शहरों में सक्रिय ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से भी ऐसा करती है।

महामारी व्यवधान पर काबू पाना

2018 और 2020 के बीच, यह फर्म होटल और होमस्टे सहित 25 से अधिक प्रॉपर्टीज को अपने दायरे में लाने में सक्षम थी। लेकिन महामारी ने इसकी योजनाओं को बाधित कर दिया और व्यापार को बुरी तरह प्रभावित किया। स्टार्टअप ने अपने राजस्व का खुलासा नहीं किया, लेकिन यह कहता है कि यह बुकिंग पर एक कमीशन लेता है और यह महामारी के दौरान गायब हो गया था जिससे राजस्व भी प्रभावित हुआ।


वे कहते हैं, “हमें पहली लहर के दौरान अपनी अधिकांश प्रॉपर्टीज को बंद करना पड़ा। जब चीजें थोड़ी ठीक हुईं तो हम फिर से खुल गए लेकिन दूसरी लहर वास्तव में बहुत भयानक थी और यात्रा एक बार फिर बंद हो गई।”


जयदीप कहते हैं, “हमने आखिरकार अगस्त 2021 में फिर से खोलने का फैसला किया, लेकिन फिर ओमिक्रॉन लहर आ गई। शुक्र है कि तीसरी लहर हमारे लिए उतनी बुरी नहीं थी।”


कोलकाता में पंजीकृत, SayRooms वर्तमान में लगभग 10 होटलों और होमस्टे का प्रबंधन करता है और दावा करता है कि इसकी ऑक्यूपेंसी (occupancy) रेट 45-48 प्रतिशत है। COVID-19 से पहले, ऑक्यूपेंसी 70-75 प्रतिशत थी ।

क्या है रिवेंज ट्रैवल

कोरोना महामारी के दौरान 'Revenge Travel' काफी चर्चा में रहा। इसका मतलब है कि जो लोग लॉकडाउन की वजह से लंबे समय तक घरों में बंधकर रह गए थे, वे अब घूमने फिरने के लिए घरों से बाहर निकल रहे हैं। जिससे बड़ी संख्या में होटल बुकिंग बढ़ रही है। इसे ही रिवेंज ट्रैवल कहा जाता है।

SayRooms

भविष्य की योजनाएं

लेकिन संस्थापक इस बात को लेकर बेहद आशावादी हैं कि यात्रा उद्योग में चीजें कैसे आगे बढ़ रही हैं। वे यात्रा उद्योग के पुनरुत्थान पर दांव लगा रहे हैं।


वे कहते हैं, "इतनी रिवेंज ट्रैवलिंग हो रही है और लोग विशेष घरों में रहना चाहते हैं, और पूर्वोत्तर राज्य यात्रियों के नक्शे पर बहुत अधिक हैं।"


इंडियन ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन ( IBEF ) के अनुसार, भारत का यात्रा बाजार FY2026-27 तक 125 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जबकि FY2019-20 में यह 75 बिलियन डॉलर था।


स्टार्टअप का लक्ष्य अप्रैल 2022 के अंत तक वर्तमान 10 से 30 प्रॉपर्टीज को बढ़ाना है। SayRooms, जिसकी वर्तमान में सिलीगुड़ी, कोलकाता और गंगटोक में मौजूदगी है, यह असम, मणिपुर, मेघालय, सिक्किम और अन्य शहरों को भी लक्षित कर रहा है । जयदीप कहते हैं, 'हम सभी सात राज्यों में अपनी मौजूदगी बनाना चाहते हैं।"


स्टार्टअप फंडिंग राउंड बढ़ाने पर भी विचार कर रहा है। SayRooms वर्तमान में सॉफ्टबैंक द्वारा समर्थित IPO- बाउंड OYO रूम्स, फैब होटल्स, व अन्य बैकपैकर हॉस्टल के एक समूह और अन्य बजट स्टे प्लेयर्स के साथ प्रतिस्पर्धा करता है।


Edited by Ranjana Tripathi

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