नियोबैंकिंग क्षेत्र में तेजी से अपनी जगह बनाना चाहता है ऋण ऐप ट्रू बैलेंस
छोटे ऋणों में विशेषज्ञता रखने वाली सियोल और गुरुग्राम मुख्यालय वाली कंपनी इस वर्ष अपनी नियो-बैंकिंग महत्वाकांक्षाओं को तेजी से पूरा करने के लिए एक लघु वित्त बैंक लाइसेंस प्राप्त करने की योजना बना रही है।
सियोल और गुरुग्राम स्थित मुख्यालय वाली ऐप
नियोबैंकिंग स्पेस में प्रवेश करने वालों में से सबसे नई खिलाड़ी है। यह ऐप ब्लू और ग्रे-कॉलर श्रमिकों के साथ-साथ गिग-इकोनॉमी वर्कफोर्स को भी छोटे ऋण प्रदान करती है। कंपनी अब 18 से 20 आयु वर्ग के ग्राहकों के लिए अपनी सेवाओं के सूट का विस्तार करने की योजना बना रही है।बैलेंसहीरो के सह-संस्थापक और सीईओ चार्ली ली ने योरस्टोरी से बात करते हुए बताया है, कि सॉफ्टबैंक से समर्थित ये कंपनी 2022 की दूसरी छमाही में अपनी वित्तीय सेवाओं को बढ़ाने के लिए अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए एक लघु वित्त बैंक लाइसेंस प्राप्त करने की योजना बना रही है।
चार्ली ली कहते हैं, "हम आने वाले वर्ष के लिए सूक्ष्म ऋणों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और अपने नियोबैंक को शुरू करेंगे क्योंकि यह हमारे यूजर्स की स्वाभाविक आवश्यकता है। वे एक ही जगह पर सभी वित्तीय सेवाओं का आनंद लेना चाहते हैं। हम अपने नियोबैंक डोमेन को आक्रामक रूप से विकसित करने के लिए इक्विटी पूंजी भी जुटाएँगे।”
कंपनी ने पिछली बार 2020 में सॉफ्टबैंक वेंचर्स एशिया, बोनएंजेल्स और अन्य से इक्विटी राउंड में 28 मिलियन डॉलर जुटाए थे। ट्रू बैलेंस ने 2021 में नॉर्दर्न आर्क, हिंदुजा और अन्य कंपनियों से कर्ज के रूप में करीब 55 मिलियन डॉलर जुटाए थे। कंपनी ने कैलेंडर वर्ष 2021 के लिए 600 करोड़ रुपये के ऋण का वितरण करने का दावा किया है।
चार्ली ने कहा कि बाजार के पूर्वानुमानों को ध्यान में रखते हुए, छोटे ऋण (स्माल टिकेट लोन) की आवश्यकता प्लेटफॉर्म पर औसतन 7,000 रुपये के आकार में बढ़ी है। TransUnion CIBIL और Google की एक रिपोर्ट के अनुसार, 25,000 रुपये से कम के व्यक्तिगत ऋण में 2017 से 2020 तक 23 गुना की वृद्धि हुई और इनमें से लगभग 73 प्रतिशत ऋण टियर 1 शहरों से बाहर जारी हुए हैं।
बैलेंसहीरो इंडिया के सीओओ सौपर्णो बागची ने कहा, "जब हम नियोबैंक के बारे में बात करते हैं, तो हम अगले एक अरब लोगों के लिए नियोबैंक की सुविधाओं को लेकर बात कर रहे हैं।"
ग्राहकों के लिए अपने मोबाइल टॉप-अप प्लान या प्री-पेड बैलेंस की जांच करने के लिए 2014 में स्थापित ट्रू बैलेंस अपने ग्राहकों को छोटे टिकट ऋण और उपयोगिता बिल भुगतान सेवाएं प्रदान करता है। इसकी प्रतिस्पर्धा एक्सेल और लाइटरॉक समर्थित
और फिनटेक के दिग्गज जितेंद्र गुप्ता के नेतृत्व वाली से है।ट्रू बैलेंस अपने लक्षित यूजर्स के लिए बैंक खाता, बीमा, धन प्रबंधन, और धन ट्रांसफर सहित अन्य सेवाओं की पेशकश करना चाहता है। चार्ली के अनुसार, व्यापार की नई लाइनें राजस्व धारा में जोड़ने में भी मदद करेंगी। अन्य नियोबैंक के अलावा, व्यवसाय की नई लाइनें उन्हें
, जैसी भुगतान कंपनियों के साथ-साथ बीमा खिलाड़ियों जैसे बचत ऐप और स्माल-टिकट बीमा खिलाड़ियों जैसे और अन्य के साथ प्रतिस्पर्धा में भी खड़ा करती है।कंपनी की योजना आरबीआई द्वारा स्थापित अकाउंट एग्रीगेटर (एए) फ्रेमवर्क और अपने वित्तीय सेवाओं के कारोबार को बढ़ाने के लिए ओपन क्रेडिट इनेबलमेंट नेटवर्क (ओसीईएन) का लाभ उठाने की है। यहाँ पर एए नेटवर्क बैंकों को लेन-देन डेटा या किसी व्यक्ति के बैंक विवरण साझा करने की अनुमति देता है, इसका उद्देश्य व्यक्तियों के लिए ऋण तक पहुंच में सुधार करना है। ISPIRT द्वारा विकसित OCEN का उद्देश्य ऋण देने के स्थान में कई हितधारकों को डिजिटल रूप से जोड़ना हैऔर साथ ही यह ऋण स्वीकृति और वितरण के लिए आवश्यक समय को कम करता है।
स्टार्टअप ने कैलेंडर वर्ष 2021 के लिए वित्तीय रूप से भी हानिरहित होने का दावा किया है। चार्ली के अनुसार, कंपनी ने महामारी के प्रभाव के बावजूद साल 2019 से साल-दर-साल 2 गुना वृद्धि दर्ज की है। उन्होंने साल 2022 का जिक्र करते हुए कहा, "इस साल हम पिछले वर्ष की तुलना में लगभग पांच गुना बढ़ने की योजना बना रहे हैं।"
फिलहाल उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, बैलेंसहीरो इंडिया ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 56.7 करोड़ रुपये का घाटा देखा था, जो पिछले वित्त वर्ष में 82.3 करोड़ रुपये के नुकसान से 31 प्रतिशत कम है। पिछले वित्त वर्ष में 35 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 के लिए ऑपरेशन से राजस्व 63.3 करोड़ रुपये रहा है।
Edited by Ranjana Tripathi