5 सितंबर को खुल रहा है 100 साल पुराने इस बैंक का IPO, 500-525 रु/शेयर है प्राइस बैंड
तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक देश के सबसे पुराने निजी क्षेत्र के बैंकों में से एक है. यह लगभग 100 साल पुराना है.
निजी क्षेत्र के तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक (Tamilnad Mercantile Bank) ने अपने 832 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए प्रति शेयर 500-525 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. आईपीओ 5 सितंबर को खुलेगा और 7 सितंबर को बंद होगा. एंकर निवेशकों के लिए बोली 2 सितंबर को खुलेगी. आईपीओ दस्तावेज (Red Herring Prospectus or RHP) के अनुसार निर्गम के तहत 1,58,40,000 नए शेयर जारी किए जाएंगे, जिनकी फेस वैल्यू 10 रुपये प्रति शेयर होगी. निवेशक, मिनिमम 28 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं.
तूतीकोरिन स्थित तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक नए निर्गम से प्राप्त आय का उपयोग भविष्य की पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने और अपने टियर-1 पूंजी आधार को बढ़ाने के लिए करेगा. तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक देश के सबसे पुराने निजी क्षेत्र के बैंकों में से एक है. यह लगभग 100 साल पुराना है. यह मुख्य रूप से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (MSME), कृषि एवं रिटेल ग्राहकों को बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं मुहैया कराता है.
831.6 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद
बैंक को आईपीओ के माध्यम से 831.6 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है. शेयरों को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है. इश्यू का 75 प्रतिशत, क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए और 15 प्रतिशत, नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व रखा गया है. बाकी का 10 प्रतिशत रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए है. आईपीओ के लिए Axis Capital Limited, Motilal Oswal Investment Advisors Limited, SBI Capital Markets Limited बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं. शेयरों की लिस्टिंग 15 सितंबर को हो सकती है.
बैंक के 50.8 लाख कस्टमर
मार्च 2022 के आखिर तक के आंकड़ों के अनुसार, इसकी 509 शाखाओं में से 369 तमिलनाडु में हैं और बैंक का 70 प्रतिशत बिजनेस, इसी राज्य से है. 509 शाखाओं में से 106 ग्रामीण, 247 अर्धशहरी, 80 शहरी और 76 मेट्रोपोलिटन हैं. बैंक के 50.8 लाख कस्टमर हैं. इसमें से लगभग 85 प्रतिशत यानी 41.8 लाख ग्राहक तमिलनाडु में हैं. बैंक की गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और दिल्ली में भी मौजूदगी है. वित्त वर्ष 2021-22 में बैंक ने 4656.44 करोड़ रुपये का रेवेन्यु दर्ज किया था. नेट प्रॉफिट 821.9 करोड़ रुपये रहा था. इससे पहले के वित्त वर्ष यानी 2020-21 में रेवेन्यु 4253.4 करोड़ रुपये और नेट प्रॉफिट 603.33 करोड़ रुपये रहा था. वित्त वर्ष 2021-22 में बैंक का ग्रॉस NPA (Non-Performing Assets) 1.69 प्रतिशत रहा था. इससे पहले के वित्त वर्ष में यह 3.44 प्रतिशत रहा था. बैंक का नेट NPA भी कम होकर 0.95 प्रतिशत रह गया.
Edited by Ritika Singh