दिसंबर तिमाही में TCS का रेवेन्यु 7 अरब डॉलर के पार, FY24 में 1.25 लाख से ज्यादा लोगों को देगी नौकरी
TCS का कहना है कि विदेशी मुद्रा में आय बढ़ने और कुल वृद्धि से उसका लाभ बढ़ा है.
सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (
) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 11 प्रतिशत बढ़कर 10,846 करोड़ रुपये रहा. हालांकि कंपनी का लाभ मार्जिन घटा है, लेकिन भविष्य के सौदों को लेकर कंपनी काफी आशान्वित है. TCS (Tata Consultancy Services) का कहना है कि विदेशी मुद्रा में आय बढ़ने और कुल वृद्धि से उसका लाभ बढ़ा है. इसके साथ ही कंपनी ने कई साल बाद कर्मचारियों की संख्या में कमी की सूचना भी दी. हालांकि कंपनी ने कहा है कि इस गिरावट का कारण मांग का कमजोर होना नहीं है और वह अगले वित्त वर्ष 2023-24 में करीब 1.25 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को नियुक्त करेगी.तीसरी तिमाही में टीसीएस का कुल राजस्व 19.1 प्रतिशत बढ़कर 58,229 करोड़ रुपये हो गया. डॉलर में आंकें तो यह आंकड़ा 7 अरब डॉलर से ज्यादा होता है. हालांकि इस अवधि में कंपनी का परिचालन लाभ मार्जिन 0.50 प्रतिशत घटकर 24.5 प्रतिशत पर आ गया. अक्टूबर-दिसंबर 2021 की अवधि में राजस्व 48,885 करोड़ रुपये रहा था.
75 रुपये प्रति शेयर का लाभांश
कंपनी के निदेशक मंडल ने 75 रुपये प्रति शेयर का लाभांश देने की भी सिफारिश की है. इसमें 67 रुपये प्रति शेयर का विशेष लाभांश शामिल है. इसके लिए कंपनी को 33,000 करोड़ रुपये भुगतान करने होंगे. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, टीसीएस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक राजेश गोपीनाथन का कहना है कि वह उत्तरी अमेरिकी और ब्रिटिश परिचालन को लेकर अधिक आश्वस्त हैं. इन क्षेत्रों का कंपनी के राजस्व में दो-तिहाई योगदान है. लेकिन अल्पकालिक अनिश्चितताएं भी हैं. यूरोप पर नजर रखने की जरूरत है क्योंकि वैश्विक तनाव को देखते हुए ग्राहक आईटी पर खर्च करने से बचते हैं.
कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी एन गणपति सुब्रमण्यम ने कहा कि सौदे अच्छे दिख रहे हैं और ऐसा लगता है कि इस परिवेश में भी प्रौद्योगिकी पर खर्च को लेकर स्थिति पहले जैसी बनी हुई है. कंपनी ने नये सौदों के तहत तिमाही के लिये 7.9 अरब डॉलर के कुल अनुबंध की सूचना दी. गोपीनाथन ने कहा कि यह 7-9 अरब डॉलर डालर के लक्ष्य की सीमा में है.
कर्मचारी कितने हुए कम
दिसंबर तिमाही में टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या में 2,197 की कमी दर्ज की गई और उसके कुल कर्मचारियों की संख्या 6,13,974 रह गई है. यह कई साल बाद ऐसी पहली तिमाही है, जिसमें कर्मचारियों की संख्या घटी है. इस पर कंपनी के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी मिलिंद लक्कड ने कहा है कि कर्मचारियों की संख्या में कमी का कारण कंपनी छोड़कर जाने वालों के मुकाबले नई नियुक्तियां कम होना है. कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में 42,000 नए ग्रेजुएट्स को नौकरियां दी. अंतिम तिमाही में कंपनी कुछ और नियुक्तियां भी करेगी. गोपीनाथन ने कहा है कि कंपनी वित्त वर्ष 2023-24 में 1.25 से 1.5 लाख तक नए कर्मचारियों की नियुक्ति करेगी.
Edited by Ritika Singh