अब तुरंत आएगी ब्लड टेस्ट रिपोर्ट, Neodocs बना रहा है इंस्टैंट टेस्टिंग किट्स
इस स्टार्टअप का लक्ष्य कस्टमर्स को हेल्थ सेक्टर में सशक्त बनाने का है, जिसके लिए वो प्रीवेंटिव हेल्थकेयर की दिशा में काम कर रहा है. स्टार्टअप घर बैठकर ही टेस्ट करने की सुविधा दे रहा है.
डॉक्टर्स बताते हैं कि अगर कैंसर को उसकी पहली या दूसरी स्टेज पर डिटेक्ट करलिया जाए तो उसका इलाज़ आसान हो जाता है. इंसान बेहतर इलाज के चलते अपना नार्मल रूटीन फॉलो कर सकता है. कैंसर ही नहीं कोई भी बीमारी हो, अगर बीमारी का पता सही समय पर चल जाए, तो उसका इलाज अच्छे से हो सकता है और पेशेंट को ज्यादा परेशानी भी नहीं होती.
एक स्टार्टअप है जो घर बैठे इंस्टैंट टेस्टिंग की सुविधा मुहैया करवा रहा है, जिससे समय रहते हेल्थ से जुडी परेशानीयों को डिटेक्ट कर उनका इलाज किया जा सके.
यहां हम आपको बता रहे हैं स्टार्टअप नियोडॉक्स (
) के बारे में.इस स्टार्टअप का लक्ष्य कस्टमर्स को हेल्थ सेक्टर में सशक्त बनाने का है, जिसके लिए वो प्रीवेंटिव हेल्थकेयर की दिशा में काम कर रहा है. स्टार्टअप घर बैठकर ही टेस्ट करने की सुविधा दे रहा है, जिससे सही समय पर किसी भी तरह के हेल्थ डिसऑर्डर की पहचान की जा सके और उसका समय रहते ट्रीटमेंट हो सके. देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर पड़ने वाले बोझ को कम करने की दिशा में ये एक सार्थक कदम है.
कंपनी का दावा है कि NeoDocs 14 पैरामीटर्स को कैप्चर कर सकता है. कंपनी यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन, किडनी, बुजुर्ग, और गर्भावस्था देखभाल किट भी ऑफर करती है.
स्टार्टअप कस्टम टेस्ट कार्ड डिजाइन करता है जो केमिकल रिएक्शन के अंत में अलग-अलग रंगों के आउटपुट देता है. इन बदलते रंगों को NeoDocs का स्मार्टफ़ोन एप्लीकेशन स्टडी कर फाइनल रिजल्ट देता है. कस्टमर्स इन कस्टम टेस्ट कार्डों को ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं और स्टार्टअप उन्हें पोस्ट के जरिए भेजता है.
देश में सेल्फ टेस्टिंग मार्केट तेजी से बढ़ रहा है, जिसकी वैल्यू लगभग 420 मिलियन डॉलर है. नियोडॉक्स ने सेल्फ टेस्टिंग का एक अनोखा तरीका अपनाया जिसमे वो उरीन एनालिसिस और स्मार्टफ़ोन का इस्तेमाल कर करके प्रेगनेंसी से जुडी समस्याएं,किडनी और यूटीआई देखभाल किट सर्व करता है.
NeoDocs की शुरुआत निकुंज मालपानी, अनुराग मीना और प्रतीक लोढ़ा ने की थी. तीनों ही आई.आई.टी बॉम्बे के ग्रेजुएट हैं. निओडॉक्स शुरू करने से पहले, निकुंज बैन एंड कंपनी में सीनियर एसोसिएट कंसल्टेंट के तौर पर काम कर चुके हैं जबकि प्रतीक एस्टार्क वेंचर्स में एसोसिएट कंसल्टेंट रह चुके हैं.
अनुराग NeoDocs से पहले CareNX, Dynasense टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड जैसे हेल्थटेक स्टार्टअप्स के भी को-फाउंडर रह चुके हैं.
NeoDocs में निकुंज कंपनी के सीईओ, अनुराग चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, और प्रतीक मुख्य टेक्निकल ऑफिसर के तौर पर काम कर रहे हैं.
यह स्टार्टअप YourStory की साल 2022 की Tech30 लिस्ट का हिस्सा है.
YourStory हर साल अपने सिग्नेचर इवेंट TechSparks में आपके लिए कई हज़ारों में से चुनकर लाता है Tech30 लिस्ट में ऐसे 30 स्टार्टअप जो देश को बदल देने के साथ साथ अरबों की कंपनियां बनने की ताकत रखते हैं.
Tech30 ने बीते 11 साल में 330 से ज्यादा स्टार्टअप्स को प्रोफाइल कर उनके बारे में दुनिया को बताया है, 35,000 से ज्यादा नौकरियां देने में मदद की है, 300 करोड़ डॉलर से भी ज्यादा की फंडिंग इसकी मदद से आई है और 675 से भी ज्यादा युवा फाउंडर्स को हमने कुछ कर दिखाने की ताकत दी है. Tech30 लिस्ट का हिस्सा रहे 5 ऐसे स्टार्टअप हैं जो यूनिकॉर्न बन चुके हैं. यानी उनका वैल्यूएशन 100 करोड़ डॉलर से ज्यादा है और ये सिलसिला अभी रुका नहीं है.
Edited by Prateeksha Pandey