Covid 19 जैसे बुरे दिन कभी नहीं आने देगा ये स्टार्टअप
Aerobiosys Innovations इंटरनेट के इस्तेमाल से शहरी और ग्रामीण सुविधाओं के बीच का भेद मिटाने की ओर काम कर रहा है. इसमें अलग अलग मोड और सेटिंग शामिल हैं, जिससे व्यस्क और बच्चों, दोनों को वेंटिलेशन की सुविधा मिल सकेगी.
कोविड के जाने के बाद भी वो त्रासद दौर शायद ही कोई भूल पाया हो जब लोग ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए दर दर भटक रहे थे. हम सभी ने किसी न किसी अपने को खोया. उस दौर में डॉक्टर्स से लेकर आम व्यक्ति तक, सब यही सोच रहे थे कि काश हमारी मेडिकल सुविधाएं थोड़ी बेहतर होतीं.
मगर एक स्टार्टअप है जिसने कोविड के पहले ही इस समस्या को भांप लिया था. और एक ऐसे प्रोडक्ट पर काम करना शुरू कर दिया था जो अस्पतालों को कम खर्चे में बेहतर वेंटीलेटर प्रोवाइड कर सके.
और यहीं पिक्चर में आता है स्टार्टअप
एरोबायोसिस की शुरुआत 2019 में राजेश यादव और सिरिल एंटनी ने की थी. राजेश और सिरिल सेंटर फॉर हेल्थकेयर आंत्रप्रेन्योरशिप के बायोडिज़ाइन इनोवेशन प्रोग्राम में मिले थे.राजेश IISC बेंगलुरु और IIT बॉम्बे के पढ़े हुए हैं जबकि सिरिल ने अपनी पढ़ाई बिट्स पिलानी (BITS Pilani) से की है. स्टार्टअप IIT हैदराबाद के इन्क्युबेशन सेंटर से शुरू हुआ था.
एरोबायोसिस इंटरनेट के इस्तेमाल से शहरी और ग्रामीण सुविधाओं के बीच का भेद मिटाने की ओर काम कर रहा है. इसमें अलग अलग मोड और सेटिंग शामिल हैं, जिससे व्यस्क और बच्चों, दोनों को वेंटिलेशन की सुविधा मिल सकेगी.
एरोबायोसिस के इक्विपमेंट अस्पतालों, मेडिकल इंस्टिट्यूशन्स और प्राइवेट प्रैक्टिशनर्स के लिए उपलब्ध होंगे. इनका फ्लैगशिप प्रोडक्ट जीवनलाइट, दुनिया का पहला ऑटोमेटेड इंटेलीजेंट वेंटीलेटर है जो पेशेंट के लंग डैमेज को SpO2, ECG डेटा और सीटी स्कैन या एक्सरे की मदद से डिटेक्ट कर सकेगा.
Aerobiosys Innovations स्टार्टअप YourStory की साल 2022 की Tech30 लिस्ट का हिस्सा है.
YourStory हर साल अपने सिग्नेचर इवेंट TechSparks में आपके लिए कई हज़ारों में से चुनकर लाता है Tech30 लिस्ट में ऐसे 30 स्टार्टअप जो देश को बदल देने के साथ साथ अरबों की कंपनियां बनने की ताकत रखते हैं.
Tech30 ने बीते 11 साल में 330 से ज्यादा स्टार्टअप्स को प्रोफाइल कर उनके बारे में दुनिया को बताया है, 35,000 से ज्यादा नौकरियां देने में मदद की है, 300 करोड़ डॉलर से भी ज्यादा की फंडिंग इसकी मदद से आई है और 675 से भी ज्यादा युवा फाउंडर्स को हमने कुछ कर दिखाने की ताकत दी है. Tech30 लिस्ट का हिस्सा रहे 5 ऐसे स्टार्टअप हैं जो यूनिकॉर्न बन चुके हैं. यानी उनका वैल्यूएशन 100 करोड़ डॉलर से ज्यादा है और ये सिलसिला अभी रुका नहीं है.
Edited by Prateeksha Pandey