TechSparks 2019: सिकोया के राजन ने स्टार्टअप से कहा- ईमानदार रहिए और छाप छोड़े जा सकने वाले सेक्टर की तलाश करिए
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और गूगल में इंडिया व साउथईस्ट एशिया वाइस प्रेसिडेंट रह चुके राजन आनंद अब देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक अहम शख्सियत हैं। राजन फिलहाल सिकोया कैपिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में सर्ज प्रोग्राम की अगुआई कर रहे हैं, जो भारत और साउथईस्ट एशिया में शुरुआती स्तर के स्टार्टअप को बढ़ावा देने का एक प्रोग्राम है। इसके साथ ही वह देश में उद्यमशीलता के माहौल को काफी करीबी से देख रहे हैं।
टेकस्पार्क्स 2019 में योरस्टोरी की फाउंडर और सीईओ श्रद्धा शर्मा के साथ बातचीत में राजन ने कहा कि उन्हें लगता है कि भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम का समय अब आ गया है।
उन्होंने कहा, 'हम एक नए चरण में प्रवेश कर रहे हैं। मैं इसे भारतीय इंटरनेट स्टार्टअप इकोसिस्टम का वर्जन 2.0 कहूंगा।' राजन ने कहा कि देश में स्टार्टअप के लिए चीजें सही दिशा में जा रही हैं और इंटरनेट और स्मार्टफोन की लोगों तक बढ़ती पहुंच ने नए बिजनेसों के दरवाजे खोले हैं।
राजन ने इसके लिए खाताबुक का उदाहरण दिया, जिसके पास फिलहाल 35 लाख यूजर्स हैं। उन्होंने कहा, 'एक साल पहले तक मैं इस सबका अनुमान नहीं लगा सकता था।'
यह पूछे जाने पर कि भारतीय स्टार्टअप के नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे हैं, राजन ने कहा कि नई और ज्यादा इनोवेटिव कंपनियों के उभार के साथ इकोसिस्टम अब 'थोडा और विस्तृत हो रहा है।' इसमें सोशल कॉमर्स, फिनटेक और SaaS जैसे कई सेगमेंट शामिल हैं।
उन्होंने कहा,
'अगले 10 सालों में कई अरबों-डॉलर के नए ब्रांड बनने जा रहे हैं और इसकी शुरुआत डिजिटल के साथ होने जा रही है।'
उद्यमशीलता से जुड़े इकोसिस्टम का विकसित होना
एक एंजेल इनवेस्टर के तौर पर राजन ने पिछले 15 सालों में इकोसिस्टम के विकास को भी देखा है और कई बदलाव देखे हैं। इन बदलावों में यह तथ्य भी शामिल है कि अब कई फाउंडर अनुभव के साथ इस इकोसिस्टम में प्रवेश कर रहे हैं और कंज्यूमर इंटरनेट कंपनियां अब ग्लोबल होने की बात कर रही हैं।
राजन ने बताया,
'एक एंजेल इनवेस्टर के तौर पर मैं ऐसी कंपनी देखना चाहता हूं जिसमें इंडिकॉर्न बनने की क्षमता हो। मैं इंडिकॉर्न को 1000 करोड़ रुपये के वैल्यूएशन से परिभाषित करता हूं। हालांकि एक संस्थागत निवेशक के तौर पर यह आइडिया 7,000-10,000 करोड़ रुपये छूने का है।'
सिकोया के सर्ज प्रोग्राम के बारे में जानकारी देते हुए राजन ने बताया कि स्टार्टअप इकोसिस्टम में यह वेंचर कैपिटल कंपनी अपना योगदान दे रही है।
उन्होंने कहा,
'शुरुआती चरण के फाउंडर के लिए फंड जुटाना काफी मुश्किल काम है। इसके चलते वह इसे लेकर काफी ज्यादा समय खर्च कर देते हैं, जबकि इस चरण में उन्हें अपने बिजनेस से जुड़ी दूसरी चीजों पर ध्यान देना चाहिए।'
सर्ज शुरुआती चरण के स्टार्टअप के लिए एक तेजी से बढ़ावा देने वाले एक कार्यक्रम के रूप में काम करता है। हम उनकी सिर्फ शुरुआती फंडिंग का ही ख्याल नहीं रखते हैं, बल्कि मेंटरशिप, मार्केट एक्सपोजर, बिजनेस को बढ़ाने की रूपरेखा और ग्रोथ के हर चरण पर मार्गदर्शन जैसे अन्य अहम पहलुओं का भी ध्यान रखते हैं।
राजन ने बताया, 'सिकोया इन सभी विषयों को एक व्यवस्थित ढंग से हल करना चाहती थी।' उन्होंने कहा कि स्टार्टअप के लिए अपने बोर्ड में अच्छे निवेशकों को शामिल करना काफी अहम है। उद्यमियों को एक मंच लाने को उत्सुक यह फर्म सेक्टरवादी नहीं है और इसके साथियों में बी2बी कंपनियां, डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर ब्रांड और अन्य शामिल हैं।
राजन ने बताया,
'हम हमेशा टीम की क्वालिटी देखते हैं और यह देखते हैं कि क्या वे ऐसे स्पेस हैं, जहां ग्रोथ की अच्छी संभावनाएं मौजूद हैं।'
राजन ने बातचीत के अंतर में फाउंडर्स और उद्यमियों को कुछ सलाह भी दिए। उन्होंने कहा,
'ऐसे सेक्टर को देखिए जहां छाप छोड़ा जा सके और जहां एक विशाल बिजनेस खड़ा करने की संभावना हो। आप जो भी कर रहे हों उसके प्रति जुनून हो और बिल्कुल ईमानदार रहिए।'
राजन ने कहा,
'स्टार्टअप बिल्कुल परफेक्ट नहीं होते हैं और हम इसे समझते हैं। इसलिए ठीक नहीं होना भी ठीक है, लेकिन इसी तरह से बने रहना, यह ठीक नहीं है।'