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इन 3 लोगों ने लाखों की नौकरी छोड़ ज्वाइन की Meta, 2 दिन में ही कंपनी ने दिखाया बाहर का रास्ता

Meta ने अपने 13 प्रतिशत या लगभग 11,000 कर्मचारियों की छंटनी की है. मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने बुधवार को कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा कि कमाई में गिरावट और प्रौद्योगिकी उद्योग में जारी संकट के चलते यह फैसला करना पड़ा.

इन 3 लोगों ने लाखों की नौकरी छोड़ ज्वाइन की Meta, 2 दिन में ही कंपनी ने दिखाया बाहर का रास्ता

Friday November 11, 2022 , 4 min Read

सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज कंपनी मेटा द्वारा नौकरी से निकाले गए 11 हजार लोगों में कुछ ऐसे भी भारतीय तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं, जिन्होंने अपनी जमी-जमाई नौकरी छोड़ दो-तीन दिन पहले ही यहां नौकरी शुरू की थी. बता दें कि, फेसबुक ने खर्चों में कटौती के लिये विभिन्न देशों में अपने 11,000 कर्मियों की छंटनी की है.

दो दिन पहले ही मेटा से जुड़ीं एक सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) प्रोफेशनल नीलिमा अग्रवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘लिंक्डइन’ पर पोस्ट किया कि वह उन लोगों में से हैं जिन्होंने अपनी नौकरी खो दी है.

उन्होंने कहा, “वह एक हफ्ते पहले ही भारत से कनाडा गई थी और इतनी लंबी वीजा प्रक्रिया से गुजरने के बाद दो दिन पहले मेटा के साथ जुड़ीं, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण दुखद दिन आ गया और मुझे नौकरी से निकाल दिया गया.” वह दो साल से हैदराबाद स्थित माइक्रोसॉफ्ट के कार्यालय में काम कर रही थीं और उन्होंने मेटा के लिए अपनी यह नौकरी छोड़ दी थी.

तीन साल अमेजन में काम करने के बाद दो दिन पहले ज्वाइन किया था

विश्वजीत झा नाम के एक अन्य प्रोफेशनल ने बताया कि बेंगलुरू में अमेजन ऑफिस में तीन साल से अधिक समय तक काम करने के बाद उनकी तीन दिन पहले ही मेटा में नियुक्ति हुई थी और अब उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है.

लंबी वीजा प्रक्रिया के इंतजार के बाद मैं तीन दिन पहले मेटा में शामिल हुआ था. उन सभी लोगों को धन्यवाद जिन्होंने उस ट्रांजिशन को सुचारू बनाया. वास्तव में दुख की बात है कि ऐसा हुआ. मेरा दिल उन सभी के साथ है जो छंटनी से प्रभावित हैं.

ज्वाइन करने दो दिन पहले भारत से कनाडा गए थे

नीलिमा अग्रवाल और विश्वजीत झा की तरह ही हिमांशु वी. की भी कहानी है. केवल दो दिन पहले ही मेटा में अपनी नौकरी ज्वाइन करने के लिए भारत से कनाडा गए थे.

उनके लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, हिमांशु आईआईटी-खड़गपुर से ग्रेजुएट हैं और इससे पहले गिटहब, एडोब और फ्लिपकार्ट जैसे ब्रांडों में काम कर चुके हैं.

अपने लिंक्डइन पोस्ट में, उन्होंने लिखा, "मैं Meta में शामिल होने के लिए कनाडा गया था. नौकरी ज्वाइन करने के 2 दिन बाद ही मेरी यात्रा समाप्त हो गई क्योंकि मैं बड़े पैमाने पर छंटनी से प्रभावित हूं. मेरा दिल उन सभी के साथ है जो अभी एक कठिन परिस्थिति का सामना कर रहे हैं.''

अब पूर्व मेटा कर्मचारी हिमांशु ने कहा कि उन्हें अपने अगले कदम के बारे में कोई जानकारी नहीं है और उन्होंने लिंक्डइन यूजर्स से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के लिए किसी भी पोस्ट के बारे में जानकारी देने के लिए कहा.

भारतीय कर्मचारी आशंकित

मेटा द्वारा अपने वैश्विक कार्यबल में 13 प्रतिशत या 11,000 लोगों की कटौती करने की खबर के बाद उसके भारतीय कर्मचारी आशंकित हैं. हालांकि, अभी तक यह नहीं बताया गया है कि किस देश में कितनी कटौती की जाएगी. इस बीच, मेटा इंडिया के कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर अधर में हैं.

एक अनुमान के मुताबिक, भारत में मेटा के 300-400 कर्मचारी हैं. सबसे छोटी टीम व्हॉट्सऐप में 60 से अधिक कर्मचारियों की है.

मेटा इंडिया ने एक ईमेल के जवाब में कहा, ‘‘हम विशिष्ट टीम पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में ब्योरा नहीं दे रहे हैं.’’ मेटा इंडिया से विशेष देश पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में पूछा गया था.

इस महीने की शुरुआत में मेटा इंडिया के प्रमुख अजीत मोहन ने इस्तीफा दे दिया था. वह फरवरी से प्रतिद्वंद्वी स्नैप में शामिल होने जा रहे हैं.

निकाले गए कर्मचारियों के लिए कई घोषणाएं

बता दें कि, Meta ने अपने 13 प्रतिशत या लगभग 11,000 कर्मचारियों की छंटनी की है. मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने बुधवार को कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा कि कमाई में गिरावट और प्रौद्योगिकी उद्योग में जारी संकट के चलते यह फैसला करना पड़ा. छंटनी के बारे में जुकरबर्ग ने बयान में कहा, ‘‘दुर्भाग्य से, यह मेरी अपेक्षा के अनुरूप नहीं हैं.’’ 

Meta ने छंटनी से प्रभावित अपने कर्मचारियों के लिए कई तरह की घोषणाएं की हैं. इसमें भारत जैसे देशों वाले H-1B वीजा कर्मचारियों को इमिग्रेशन सहायता मुहैया कराने की बात कही गई है.

कंपनी प्रभावित होने वाले सभी कर्मचारियों को बिना किसी सीमा के सेवा के हर साल के लिए 16 सप्ताह का बेसिक पे और दो अतिरिक्त सप्ताह का भुगतान करेगी. इसके साथ ही मेटा छंटनी से प्रभावित होने वाले कर्मचारियों और परिवार के छह महीने के स्वास्थ्य बीमा का भी ख्याल रखेगी. वहीं, कंपनी ऐसे कर्मचारियों को किसी बाहरी वेंडर के साथ तीन महीने की करियर सहायता प्रदान करेगी और उन्हें ऐसी नौकरियों की भी सबसे पहले जानकारी मिलेगी जो अभी पब्लिश नहीं हुई हैं.


Edited by Vishal Jaiswal