इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ये 5 शहर हैं बेस्ट, जानिए कितने चार्जिंग स्टेशन लगे
देशभर में साल 2018 में लगभग 20,000 इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण किया गया था, जबकि इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री अप्रैल और सितंबर के बीच लगभग 300,000 यूनिट तक बढ़ गई है.
इलेक्ट्रिव व्हिकल्स (EVs) को लेकर देश में बेहद तेजी से आकर्षण बढ़ रहा है. खासकर युवा इसको लेकर बेहद उत्साहित नजर आ रहे हैं. यही कारण है कि भारत सरकार भी क्लीन ट्रांसपोर्ट की जरूरत को समझते हुए ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए नई नीतियां ला रही है और उन्हें लागू कर रही है.
देशभर में साल 2018 में लगभग 20,000 इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण किया गया था, जबकि इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री अप्रैल और सितंबर के बीच लगभग 300,000 यूनिट तक बढ़ गई है.
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में तेजी लाने के लिए पर्याप्त चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता प्रमुख बाधा रही है. बिजली मंत्रालय ने पिछले साल देशभर में सार्वजनिक ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की तत्काल तैनाती के लिए केंद्र और राज्य स्तर पर विभिन्न स्टेकहोल्डर्स की भूमिका और जिम्मेदारियों का वर्णन करते हुए "इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर- दिशानिर्देश और मानक" जारी किया था.
इसमें सार्वजनिक ईवी चार्जिंग स्टेशन संचालकों और मालिकों और ईवी मालिकों द्वारा सस्ती टैरिफ के प्रावधान और ग्राहकों के लिए उनके निवास या कार्यालयों में चार्जिंग सुविधा जैसी सुविधाओं को शामिल किया गया था. ईवी चार्जिंग इंस्टालेशन में सरकार ने प्राइवेट और पब्लिक एजेंसियों दोनों को शामिल किया है. कई प्राइवेट कंपनियां भी ईवी चार्जिंग स्टेशन इंस्टॉल करने के लिए सामने आई हैं.
हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों का तेजी से अंगीकरण और विनिर्माण (FAME) के तहत देश के बड़े शहरों में 350 इलेक्ट्रिक चार्जिंग प्वाइंट्स लगाए गए हैं. इस तरह, फिलहाल देशभर में 5151 पब्लिक ईवी चार्जिंग स्टेंशन हैं, जिनका इस्तेमाल हो रहा है. देश में निम्न पांच शहर इलेक्ट्रिक चार्जिंग प्वाइंट्स के मामले में सबसे आगे हैं.
1. दिल्ली
7 अगस्त, 2020 को दिल्ली सरकार ने घोषणा की कि पूरे शहर में इलेक्ट्रिक चार्जिंग पॉइंट स्थापित करके दिल्ली पर्यावरण संकट से निपटेगी. सरकार का उद्देश्य दिल्ली को भारत के लिए ईवी राजधानी और दुनिया को यात्रा के प्राथमिक स्रोत के रूप में इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने के लिए प्रेरित करने वाला शहर बनाना है.
दिल्ली सरकार के जुलाई 2022 के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में 597 चार्जिंग स्टेशन, 825 चार्जिंग पॉइंट्स और 165 बैटरी बदलने की सुविधा है. अगस्त, 2020 में ईवी नीति की शुरुआत के बाद से, दिल्ली में दिसंबर 2022 में कुल वाहनों की बिक्री में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का 16.8 फीसदी योगदान रहा.
ईवी नीति के लॉन्च होने के बाद से दिल्ली में 31 दिसंबर 2022 तक 93,239 इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत किए गए हैं. 2021 में 25,809 जबकि 2022 में 62,241 इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत किए गए थे.
2. चंडीगढ़
चंडीगढ़ शहर इलेक्ट्रिव वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन लगाने के मामले में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाले शहरों में से एक है. यूटी प्रशासन ने 20 सितंबर, 2022 को ईवी नीति को अधिसूचित किया था और धीमी और मध्यम चार्जिंग के लिए 8 रुपये प्रति यूनिट, फास्ट चार्जिंग के लिए 10 रुपये प्रति यूनिट और बैटरी स्वैपिंग के लिए 11 रुपये प्रति यूनिट चार्ज टैरिफ तय किया था.
पिछले साल दिसंबर में फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ हाइब्रिड एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (FAME-II) इंडिया स्कीम के तहत स्वीकृत 37 में से 23 फास्ट-चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए गए. इन स्टेशनों पर कुल 92 चार्जिंग पॉइंट्स हैं, जिनसे एक साथ इतनी ही संख्या में वाहनों को चार्ज किया जा सकेगा.
पूरे शहर को कवर करने के लिए 'चंडीगढ़ डेवलपर मोड' के तहत 44 और चार्जिंग स्टेशन लगाने का काम भी फर्मों को आवंटित किया गया है. इसके बाद शहरभर में एक साथ 328 इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज किया जा सकता है. पहले चरण में 26 स्थानों पर चार्जिंग स्टेशनों के साथ बैटरी-स्वैपिंग स्टेशन भी स्थापित किए जाएंगे. पिछले पांच वर्षों में शहर में 1,004 दोपहिया, 2,683 तिपहिया, 391 कारों सहित 4,161 इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत किए गए हैं.
3. जयपुर
ईवीएस के लिए इलेक्ट्रिक चार्जिंग पॉइंट्स की गिनती में जयपुर तीसरा अग्रणी शहर है. जयपुर सरकार स्थानीय लोगों को शिक्षित करने और पर्यावरण के अनुकूल वाहन चुनने के लिए जागरूकता फैलाने के उपाय भी कर रही है. जयपुर में कुल 49 ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित हो चुके हैं.
4. रांची
ईवी चार्जिंग स्टेशन के लिए इलेक्ट्रिक चार्जिंग पॉइंट्स की गिनती में रांची चौथा अग्रणी शहर है. यहां पर 29 चार्जिंग पॉइंट्स लग चुके हैं.
5.आगरा
पिछले साल दिसंबर में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 4,14,978 इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत किए गए हैं. आगरा में 10 ईवी चार्जिंग स्टेशन लग चुके हैं.
ऑयल पीएसयू की 22 हजार ईवी चार्जिंग स्टेशन लगाने की तैयारी
केंद्र की योजना चरणबद्ध तरीके से अन्य शहरों में इस कवरेज का विस्तार करने की है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) और भारत पेट्रोलियम जैसी तेल विपणन कंपनियों ने शहरों और राष्ट्रीय राजमार्गों पर 22,000 ईवी चार्जिंग स्टेशन लगाने का एलान किया है. आईओसी ने 10,000 ईवी चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए प्रतिबद्ध जाहिर की है.
इसके अलावा बीपीसीएल 7,000 ईवी चार्जर लगाएगा. जबकि हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन 5,000 ईवी चार्जर स्थापित करेगा.
IOCL ने पहले ही 439 ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर दिए हैं और अगले वर्ष में 2,000 और लगाने करने की योजना है. बीपीसीएल ने अब तक 52 चार्जिंग स्टेशन लगा दिए हैं, जबकि एचपीसीएल ने अब तक 382 चार्जिंग स्टेशन लगाए हैं.
भारी उद्योग विभाग ने हाल ही में 25 राजमार्गों और एक्सप्रेसवे के लिए 1,576 सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशनों को मंजूरी दी है जो इन राजमार्गों के दोनों किनारों पर हर 25 किमी की सीमा के भीतर मौजूद होंगे.
Edited by Vishal Jaiswal