Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Youtstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

26 साल के इस युवक ने कोरोना महामारी के बीच गोद लिए 100 बच्चे, इस वजह से उठाया है ये बड़ा कदम

देहरादून के जय शर्मा ने ऐसे 100 अनाथ बच्चों को गोद लेने का निर्णय लिया है, जिन्होने अपने माता-पिता को कोरोना वायरस महामारी के चलते खो दिया।

 26 साल के इस युवक ने कोरोना महामारी के बीच गोद लिए 100 बच्चे, इस वजह से उठाया है ये बड़ा कदम

Tuesday July 06, 2021 , 3 min Read

"26 साल के समाजसेवी जय शर्मा Just Open Yourself (जॉय) नाम के एक एनजीओ के संस्थापक भी हैं। जय के इस एनजीओ ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज के जरिये यह घोषणा की है कि वह ऐसे 100 बच्चों को गोद लेने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। गौरतलब है कि इसके अलावा एनजीओ पहले से ही 20 अन्य बच्चों की देखभाल का जिम्मा उठा रहा है।"

k

फोटो साभार : Instagram

कोरोना वायरस महामारी ने देश भर में ना जानें कितने बच्चों के सिर से माँ-बाप का साया छीन लिया है। तमाम मामलों में अन्य परिजनों के ना होने पर उन बच्चों की देखभाल अब अनाथालयों के जिम्मे आ गई है। ऐसे ही कुछ बच्चों की ज़िंदगी में एक बार फिर से रोशनी लाने का बेहद सराहनीय प्रयास जय शर्मा ने किया है।


देहरादून के जय शर्मा ने ऐसे 100 अनाथ बच्चों को गोद लेने का निर्णय लिया है, जिन्होने अपने माता-पिता को कोरोना वायरस महामारी के चलते खो दिया है।

एनजीओ ने की घोषणा

k

फोटो साभार : सोशल मीडिया

26 साल के समाजसेवी जय शर्मा Just Open Yourself (जॉय) नाम के एक एनजीओ के संस्थापक भी हैं। जय के इस एनजीओ ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज के जरिये यह घोषणा की है कि वह ऐसे 100 बच्चों को गोद लेने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। गौरतलब है कि इसके अलावा एनजीओ पहले से ही 20 अन्य बच्चों की देखभाल का जिम्मा उठा रहा है।


मीडिया से बात करते हुए जय ने बताया है कि ये बच्चे उत्तरकाशी, जोशीमठ, रुद्रप्रयाग और देहरादून जिलों से हैं। एनजीओ ने इन सभी बच्चों कि तब तक देखभाल करने का लक्ष्य बनाया है जब तक ये बच्चे स्वयं आत्मनिर्भर नहीं हो जाते हैं।

दूसरी लहर ने झकझोर दिया

क

कोरोना वायरस महामारी की दूसरी घातक लहर ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। जय के अनुसार इस दौरान वे शुरुआती दो हफ्तों में ही ऐसे पाँच परिवारों से मिले थे जहां पर माता और पिता दोनों की ही मृत्यु हो गई थी। इन घरों में अधिकतर बच्चे बेहद कम उम्र के थे। जय ने तब ही यह अनुमान लगा लिया था कि यह संख्या अभी और अधिक बढ़नी है।


फिलहाल एनजीओ पहले चरण में 50 बच्चों को गोद लेने की ओर बढ़ रहा है। जॉय एनजीओ अब इन सभी बच्चों की शिक्षा, चिकित्सा सहायता और वित्त समेत अन्य सभी जरूरी पहलुओं का ख्याल रखेगा।


जॉय एनजीओ सिर्फ देहरादून के ही नहीं बल्कि पहाड़ी इलाकों और ग्रामीण इलाकों से भी अनाथ बच्चों को गोद ले रहा है। एनजीओ लगातार पहाड़ियों के गांवों की ग्राम पंचायतों के संपर्क में है,जो टीम को उन अनाथ बच्चों की जानकारी देंगे जिन्हें फौरन मदद की जरूरत है। इसके बाद उन बच्चों के आत्मनिर्भर होने तक उनकी मदद करने की जिम्मेदारी संस्था की होगी।

कोरोना महामारी में पहुंचाई मदद

क

अपने एनजीओ जॉय के तहत जय शर्मा ने कोरोना महामारी के दौरान लगातार जरूरतमंद लोगों की मदद करने का काम किया है। इस दौरान एनजीओ ने जरूरतमंद लोगों तक मुफ्त ऑक्सीजन सिलेंडर, जरूरी दवाएं, मेडिकल किट और राशन जैसी जरूरी चीजें पहुंचाई हैं।


गौरतलब है कि टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार इन समाजसेवियों के साथ ही देहरादून के तमाम कॉलेजों ने आगे आते हुए ऐसे बच्चों की शिक्षा में मदद करने का फैसला भी किया है। इस सूची में एसएमआर डिग्री कॉलेज और UIHMT/CIMS ग्रुप के कॉलेज शामिल हैं। 


मालूम हो कि कोरोना महामारी के चलते अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों की संख्या काफी अधिक है। मीडिया में सामने आए आंकड़ों के अनुसार सिर्फ दिल्ली क्षेत्र में ऐसे बच्चों की संख्या 2 हज़ार से अधिक है।


Edited by Ranjana Tripathi