प्रतिष्ठित डायना अवार्ड से नवाजा गया दिल्ली का 15 साल का छात्र, गरीब बच्चों को ऑनलाइन क्लास दिलाने में की थी मदद
दिल्ली के ईशान कपूर ने छात्रों को लैपटॉप और टैबलेट देने के साथ ही यह भी सुनिश्चित करने का काम किया कि उन छात्रों के पास बेहतर इंटरनेट कनेक्शन हो।
"डायना अवार्ड ब्रिटेन की राजकुमारी डायना की याद में शुरू किया गया था। इस अवार्ड को सामाजिक कार्यों में जुटे 9 से 25 साल की उम्र तक के दुनिया भर के युवाओं को उनके प्रयासों के लिए मिलने वाला सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माना जाता है।"
समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में जुटे 15 साल के एक लड़के को ब्रिटेन के प्रतिष्ठित डायना अवार्ड से सम्मानित किया गया है। दिल्ली के ईशान कपूर यूके के वेलिंगटन कॉलेज के छात्र हैं और वे नई दिल्ली के श्री रामकृष्ण आश्रम के साथ मिलकर समाजसेवा का काम करते हैं।
कोरोना महामारी के साथ ही जब देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा हुई तो तमाम छात्राओं को उनकी शिक्षा को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ा, जिसमें प्रमुख समस्या ऑनलाइन क्लास के लिए जरूरी संसाधनों जैसे मोबाइल और इंटरनेट सेवा का ना होना था। ईशान ने इसी समस्या को हल करने के उद्देश्य से अपने प्रयासों को गति देने का काम किया है।
इकट्ठे किए 100 लैपटॉप और टैबलेट
ईशान ने इस दौरान ऐसे जरूरतमंद छात्रों की मदद के लिए 5000 पाउंड की रकम जुटाने का काम किया है। इसी के साथ उन्होने जरूरतमन्द छात्रों की ऑनलाइन क्लास में उनकी मदद करने के लिए 100 लैपटॉप और टैबलेट इकट्ठे करने के लिए एक व्यापक अभियान चलाया और फिर उन्हें उन छात्रों में वितरित भी किया।
इतना ही नहीं, ईशान ने छात्रों को लैपटॉप और टैबलेट देने के साथ ही यह भी सुनिश्चित करने का काम किया कि उन छात्रों के पास बेहतर इंटरनेट कनेक्शन हो। ईशान गरीब लड़कियों को स्कूल ड्रेस भी उपलब्ध करवाने में उनकी मदद करते हैं।
क्या है डायना अवार्ड?
डायना अवार्ड ब्रिटेन की राजकुमारी डायना की याद में शुरू किया गया था। इस अवार्ड को सामाजिक कार्यों में जुटे 9 से 25 साल की उम्र तक के दुनिया भर के युवाओं को उनके प्रयासों के लिए मिलने वाला सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माना जाता है।
अवार्ड को इसी नाम की चैरिटी द्वारा दिया जाता है, जिसे राजकुमारी डायना के दोनों बेटों का समर्थन प्राप्त है। इस अवार्ड के लिए व्यक्ति का चयन नामांकन के बाद के मापदंडों के अनुसार एक पैनल द्वारा किया जाता है।
डायना अवार्ड की घोषणा के बाद डायना अवार्ड के सीईओ टेसी ओजो ने सभी अवार्ड विजेताओं को बधाई दी है, इसी के साथ उन्होने इन सभी विजेताओं को ‘चेंजमेकर’ बताया है। अवार्ड के निर्णायकों ने ईशान के बारे में टिप्पणी करते हुए उन्हें करुणा और समर्पण से सम्पन्न बताया है।
जामिया के छात्र ने भी जीता डायना अवार्ड
जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्र कैफ अली को भी डायना अवार्ड से सम्मानित किया गया है। कैफ ने कोरोना महामारी के दौरान एक खास शेल्टर का डिजाइन किया है, जिसके जरिये कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हुए लोग खुद को पूरी तरह से आइसोलेट कर सकते हैं।
मीडिया से बात करते हुए कैफ ने बताया है कि कोरोना महामारी से साथ उन्होने यह महसूस किया कि आमतौर पर तमाम कोरोना संक्रमित खुद को पूरी तरह से आइसोलेट करने में असमर्थ हैं और इसी वजह से वे खुद को और दूसरों को भी खतरे में डाल रहे हैं।
कैफ ने इस समस्या को हल करने के लिए एक पोर्टेबल शेल्टर डिजाइन किया है, जिसे आसानी से तैयार किया जा सकता है। कैफे इसके पहले अपने कॉलेज के एक प्रोजेक्ट के तहत एक रिफ़्यूजी कैंप भी डिजाइन कर चुके हैं।
Edited by Ranjana Tripathi