फूडटेक यूनिकॉर्न Zomato का हुआ क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म Blinkit, 4447 करोड़ रुपये में हुई डील
ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (
) ने क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म को खरीद लिया है. Blinkit को पहले ग्रोफर्स (Grofers) के नाम से जाना जाता था. यह डील 568.16 मिलियन डॉलर (4,447.48 करोड़ रुपये) में हुई है.Zomato ने तीसरी कोशिश में Blinkit को खरीदा है.
Zomato ने शुक्रवार को शेयर मार्केट की रेग्युलेटरी फाइलिंग में कहा कि यह डील शेयरों की अदला-बदला के तहत की जाएगी. कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने हाल ही में हुई बैठक में Blink Commerce के शेयरहोल्डर्स से 13.45 लाख रुपये प्रति इक्विटी शेयर की कीमत पर 33,018 शेयरों के एक्विजिशन को मंजूरी दी है. इस तरह, यह डील 4,447.48 करोड़ रुपये में तय हुई है.
डील के तहत जोमैटो के एक रुपये अंकित मूल्य के 62.85 करोड़ पूर्ण चुकता इक्विटी शेयर 70.76 रुपये प्रति इक्विटी के भाव पर जारी किए जाएंगे.
Zomato के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर दीपिंदर गोयल (Deepinder Goyal) ने कहा, "यह एक्विजिशन क्विक कॉमर्स बिजनेस में निवेश करने की हमारी रणनीति का हिस्सा है."
दीपिंदर ने आगे बताया, "क्विक कॉमर्स पिछले एक साल से हमारी रणनीतिक प्राथमिकता रहा है. हमने देखा है कि यह इंडस्ट्री केवल भारत ही नहीं, बल्कि और दुनियाभर में तेजी से बढ़ रही है. क्योंकि ग्राहकों को किराने का सामान और दूसरी जरुरी चीजों की क्विक डिलीवरी में बहुत अच्छा मूल्य मिला है."
Blinkit के सीईओ अलबिंदर ढींडसा (Albinder Dhindsa) ने बताया कि यह एक्विजिशन उनके लिए Zomato में वापसी का प्रतीक है. साल 2014 तक वह Zomato में इंटरनेशनल ऑपरेशंस के हेड थे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस डील की वैल्यू अभी Blinkit के पिछले साल के 1 अरब डॉलर की वैल्युएशन से करीब 40% कम है. कंपनी ने तब Zomato और Tiger Global से करीब 120 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई थी. इसके साथ ही Blinkit ने यूनिकॉर्न क्लब में भी एंट्री कर ली थी. Blinkit से पहले ग्रॉसरी मार्केट में Swiggy का Instamart, Reliance समर्थित Dunzo, JioMart, Zepto और BigBasket जैसे दिग्गज खिलाड़ी मौजूद थे.
वहीं अगर Zomato की Blinkit को लेकर भविष्य की योजनाओं की बात करें तो, यह (Zomato) अगले दो वर्षों में Blinkit पर लगभग 400 मिलियन डॉलर खर्च करने की योजना रही है. Zomato ने Blinkit को 1125 करोड़ का कर्ज भी दिया था. इसमें से 575 करोड़ रुपये अभी भी बकाया हैं.
इस डील से पहले, अप्रैल 2022 से Zomato ने घोषणा की थी कि कंपनी जितना प्लास्टिक उपयोग करेगी, उससे कहीं ज्यादा का रिसायकलिंग करेगी. कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि उसने अगले तीन साल में 10 करोड़ से अधिक डिलिवरी इकोफ्रेंडली बॉक्स में करने का लक्ष्य रखा है. दीपिंदर गोयल ने एक ब्लॉगस्पॉट में कहा कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना प्रकृति में स्वयं घुल-मिल जाने वाले और दूसरे गैर-प्लास्टिक विकल्पों को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि इन्हें बढ़ावा देकर ऐसे प्रोडक्ट्स को अधिक किफायती और उपलब्ध बनाया जा सकता है.
शुक्रवार को शेयर बाजार में Zomato का शेयर 1.37 फीसदी के उछाल के साथ 70.50 रुपये पर बंद हुआ है. हालांकि ये अभी भी अपनी IPO प्राइस, 76 रुपये से नीचे ट्रेड कर रहा है. Zomato का मार्केट कैप 55,509 करोड़ रुपये है. Zomato का शेयर 169 रुपये तक जा चुका है लेकिन उसके बाद से शेयर में भारी गिरावट आई है.