4 लाख पौधे लगा चुका है यह बस कंडक्टर, पीएम मोदी ने की तारीफ, सवारियों को दान करता है पौधे
एम योगनाथन एक पर्यावरण एक्टिविस्ट हैं। योगनाथन बीते 30 सालों से करीब चार लाख पौधे लगा चुके हैं। योगनाथन TNSTC कोयंबटूर में एक बस कंडक्टर भी हैं।
बीते रविवार अपने मासिक रेडियो प्रोग्राम ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने तमिलनाडु के एक बस कंडक्टर की प्रशंसा की, जो लोगों के बीच मुफ्त में पौधे बांटते हैं। 50 साल के एम योगनाथन को लोग ‘ट्रीमैन’ के नाम से भी जानते हैं।
एम योगनाथन एक पर्यावरण एक्टिविस्ट हैं। योगनाथन बीते 30 सालों से करीब चार लाख पौधे लगा चुके हैं। योगनाथन TNSTC कोयंबटूर में एक बस कंडक्टर भी हैं।
कैसे हुई शुरुआत?
बचपन में योगनाथन कोटागिरी जंगल में पेड़ के नीचे बैठकर कविताएं लिखा करते थे और यहीं से उनके भीतर पेड़ों को लेकर एक स्नेह पैदा हुआ। इस बीच वह पेड़ों को बचाने के लिए लकड़ी माफियाओं से भी भिड़े। बतौर बस कंडक्टर काम करते हुए योगनाथन ने बस की सवारियों को मुफ्त में पेड़ की कोपलें बांटनी शुरू कर दीं, जिसे लोग अपने घरों के आँगन या गमले में लगाते हैं।
चर्चित इको एक्टिविस्ट योगनाथन को भारत के उपराष्ट्रपति द्वारा "इको वारियर" पुरस्कार और फिल्म अभिनेता जॉन अब्राहम और वाइल्डलाइफ फिल्ममेकर माइक पांडे द्वारा दिल्ली के "टिम्बरलैंड" समारोह में ‘अनसंग हीरो’ पुरस्कार द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।
इतना ही नहीं योगनाथन छात्रों को भी पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का काम करते रहते हैं। योगनाथन ने अब तक करीब 4 हज़ार विश्वविद्यालयों, कॉलेजॉन, स्कूलों और कार्यालयों का दौरा किया है और लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया है।
ट्विटर पर हुए वायरल
इसके पहले एम योगनाथन को उनके कामों के लिए ट्विटर पर खूब सराहा गया, सराहना करने वालों में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल थे। पीएम मोदी द्वारा पहचाने जाने और सराहना किए जाने के बाद योगनाथन ने न्यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा, “मैं पिछले 34 वर्षों से कर रहा हूं। मुझे खुशी है और गर्व महसूस हो रहा है कि हमारे प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' के दौरान मेरे काम को पहचाना और सराहा।”
अन्य मीडिया हाउस से बात करते हुए योगनाथन ने यह भी कहा कि वो चाहते हैं कि रजनीकान्त उनके समर्थन में खड़े हों, इससे उन्हे और बल मिलेगा। योगनाथन ने जिक्र करते हुए कहा कि रजनीकान्त भी अपने शुरुआती दिनों में बस कंडक्टर रह चुके हैं और उनके समर्थन से योगनाथन का काम आसान हो जाएगा।
सवारियों को बांटते हैं पौधे
योगनाथन ने 30 सालों में जो 4 लाख पौधे लगाए हैं उनमें से 3 लाख पौधे पूर्ण वृक्ष बन चुके हैं। तमिलनाडु सरकार ने भी उनके काम को पहचानते हुए उन्हे ‘एनवायरनमेंटलिस्ट ऑफ द ईयर’ अवार्ड से सम्मानित कर चुकी है।
तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम के साथ बतौर एक बस कंडक्टर काम कर रहे योगनाथन अब यात्रियों के बीच मुफ्त पौधे वितरित करने के लिए जाने जाते हैं। इस पहल को उन्होंने पांच साल पहले शुरू किया था। योगनाथन के अनुसार वह हर रोज़ करीब 10 पौधे मुफ्त में वितरित करते हैं। उनका यह मानना है कि अगर वह किसी को पौधे काटने से नहीं रोक सकते हैं तो कम से कम उन्हे लगाने के लिए पौधे तो दे ही सकते हैं।