ऑनलाइन सेलर्स को ब्रांड अधिग्रहण के बाद सफल एक्जिट का मौका देता है मुंबई का यह स्टार्टअप
जब उत्सव अग्रवाल ने 2019 में यूएस-आधारित थ्रेसियो के बिजनेस मॉडल के बारे में सुना, तो उन्होंने इस क्षेत्र में उद्यम करने का फैसला किया।
केवल तीन वर्षों में $4 बिलियन की वैल्यू वाली कंपनी थ्रेसियो अमेजॉन और अन्य डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (डी2सी) स्टार्टअप पर विक्रेताओं यानी सेलर्स (sellers) का अधिग्रहण करती है और उनका विस्तार करती है।
उबेर के एक पूर्व कर्मचारी और सिलिकॉन वैली स्थित वीसी उत्सव ने 2020 में इस आइडिया पर काम करना शुरू किया था। उन्होंने 100-150 विक्रेताओं से उनकी पीड़ा को समझने के लिए बात की।
ईवनफ्लो के सह-संस्थापक और सीईओ उत्सव अग्रवाल ने योरस्टोरी को बताया,
"एक मुकाम के बाद, इन लोगों को अपने ब्रांड को बढ़ाने में मदद करने के लिए किसी की आवश्यकता होती है क्योंकि इनमें से अधिकतर संस्थापक व्यवसाय के किसी विशेष पहलू जैसे मार्केटिंग या उत्पाद में बहुत अच्छे होते हैं, लेकिन उसके बाद, वे नहीं जानते कि ब्रांड को आगे कैसे बनाया जाए।"
पुलकित छाबड़ा दूसरे सह-संस्थापक के रूप में शामिल हुए। वह पहले WeWork में काम करते थे। पुलकित ईवनफ्लो में वाइस प्रेसिडेंट - एक्विजिशन भी हैं।
मार्च 2021 में स्थापित मुंबई स्थित स्टार्टअप अन्य प्रोडक्ट कैटेगरीज के बीच पेट (पालतू जानवरों) और बेबी केयर, एथलेटिक वियर और किचन यूटिलिटी में ऑनलाइन सेलर्स का अधिग्रहण करता है। यह फैशन, अपैरल और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी कैटेगरीज से बचता है क्योंकि उन्हें बेचने के लिए ब्रांड पहचान की आवश्यकता होती है।
उत्सव बताते हैं,
“हम मुख्य रूप से डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) स्टार्टअप के बजाय ऑनलाइन विक्रेताओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। एक D2C खिलाड़ी एक ब्रांड बनाने की कोशिश कर रहा है और चाहता है कि लोग उसकी वेबसाइट पर आएं और उसके उत्पादों और खरीदारी का अनुभव करें, जबकि एक डिजिटल विक्रेता अपनी टॉप-लाइन और बॉटम-लाइन को बढ़ाना चाहता है।”
कामकाज
ईवनफ्लो $100,000 से $1 मिलियन रेवेन्यू कमाने वाले ब्रांडों का अधिग्रहण करता है। यह ऑनलाइन सेलर्स की कंपनी में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करना पसंद करता है और 51 प्रतिशत से कम पर डील नहीं करता है। वे कहते हैं, "पूरी तरह से जुड़ने के लिए, आपको पूरी हिस्सेदारी चाहिए होती है।"
अधिग्रहण के बाद, स्टार्टअप तीन से छह महीने तक ईवनफ्लो टीम के साथ रहने के लिए संस्थापकों को शामिल करता है ताकि ट्रांजिशन में मदद मिल सके, जिसके बाद वे बाहर निकल सकते हैं।
उत्सव बताते हैं,
“कई प्रकार के ऑनलाइन सेलर्स हैं। हो सकता है कि कोई बुजुर्ग आदमी सूरत से हो, कोई महिला कोयंबटूर से कुछ बेच रही हो और कोई दूसरा बिजनेसमैन जालंधर से काम कर रहा हो। यदि हमारे विचार मेल खाते हैं, तो हम संस्थापकों को सलाहकार के रूप में बोर्ड पर रखते हैं। हालाँकि, अगर विचार मेल नहीं खाते तो हम उन्हें जाने देते हैं।”
वर्तमान में, ईवनफ्लो ने दो ऑनलाइन सेलर्स का अधिग्रहण किया है, जिसमें मुंबई स्थित बेबी प्रूफिंग कंपनी बेबीप्रो भी शामिल है। इसके अलावा, यह चार अन्य सेलर्स के साथ एडवांस बातचीत कर रहा है। अब तक, कोई भी डील क्लोज नहीं हुई है।
फंडिंग और भविष्य की योजनाएं
दिसंबर 2020 में, कम से कम 70,000 सेलर्स Amazon के ग्लोबल प्लेटफॉर्म के माध्यम से बिक्री कर रहे थे। कई डिजिटल सेलर्स फ्लिपकार्ट, ईबे और इटसी (Etsy) सहित अन्य ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म पर और फेसबुक, इंस्टाग्राम व व्हाट्सएप के माध्यम से भी बिक्री कर रहे हैं।
अगले 18-24 महीनों में, ईवनफ्लो का लक्ष्य 30 से 40 ऑनलाइन व्यवसायों का अधिग्रहण करना है, जहां तीन से छह महीने के ट्रांजिशन पीरियड में इसके 70-80 प्रतिशत संस्थापक होंगे, कंसल्टेशन में 10 प्रतिशत और शेष 10 प्रतिशत इनफ्लुएंसर होंगे।
2021 में, ईवनफ्लो ने 9 यूनिकॉर्न एक्सेलेरेटर फंड, इक्वैनिमिटी वेंचर्स और एंजेल निवेशकों से $1 मिलियन का सीड राउंड जुटाया, जिसमें क्रेड के सीईओ कुणाल शाह और अनएकेडमी के सह-संस्थापक गौरव मुंजाल शामिल थे।
अमेरिका स्थित स्टार्टअप थ्रेसियो के इस बिजनेस मॉडल को भारत में कई खरीदार मिल गए हैं। स्नैपडील के कुणाल बहल और फर्स्ट क्राई के सुपम माहेश्वरी के साथ मिंत्रा के पूर्व सीईओ अनंत नारायणन इस सेगमेंट में नेतृत्व कर रहे हैं।
जहां अनंत ने मेन्सा ब्रांड्स की स्थापना की, वहीं सुपम की ग्लोबलबीज ने $150 मिलियन की एक बड़ी सीरीज ए फंडिंग जुटाई। चिराता वेंचर्स, लाइटस्पीड इंडिया पार्टनर्स और फायरसाइड वेंचर्स सहित प्रमुख निवेशक थ्रेसियो जैसे स्टार्टअप्स के बारे में बेहद उत्साहित हैं।
Edited by Ranjana Tripathi