एक ऐसा ऑनलाइन पेटकेयर स्टार्टअप जो सिखाता है आपके पेट्स को प्रशिक्षित करना
पालतू पशु का मालिक होना आसान काम नहीं नहीं है। अकेले अपने पशुओं की देखभाल करना और उनके भोजन और आपूर्ति को लेकर भ्रमित करने वाला ऑनलाइन स्पेस वास्तव में इस कार्य को कठिन बना देता है। हालांकि बेंगलुरू स्थित पेटकेयर प्लेटफॉर्म सुपरटेल इन पशु मालिकों के लिए इस परेशानी को हल करने का वादा करता है।
विनीत खन्ना, वरुण सदाना और अमन टेकरीवाल द्वारा 2021 में लॉन्च किया गया स्टार्टअप पशु चिकित्सा देखभाल, पालतू पशुओं का भोजन और अन्य सप्लाई प्रदान करता है। इसी के साथ यह पालतू पशुओं के लिए प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित करता है।
वाईएस वीकेंडर से बातचीत करते हुए वरुण ने बताया,
"सुपरटेल अपनी तरह का पहला प्लेटफॉर्म है जो भरोसेमंद पशु चिकित्सा देखभाल प्रदान करके लगातार बढ़ते पालतू पशु मालिकों के समुदाय का समर्थन करता है और यह पालतू पशुओं के भोजन और आपूर्ति के लिए वन-स्टॉप समाधान है। सुपरटेल अत्यधिक अनुभवी इन-हाउस पशु चिकित्सकों की एक टीम के साथ पूरी तरह से डिजिटल टेली-हेल्थ परामर्श सेवा भी देता है। देश भर में उपलब्ध डोरस्टेप डिलीवरी सेवा के साथ ब्रांड का लक्ष्य भारत और दुनिया भर से पालतू जानवरों से जुड़े सामान की आपूर्ति की सबसे बड़ा वैराइटी लाना है।”
शुरुआत
सुपरटेल टीम में कई उद्यमी शामिल हैं। विनीत खन्ना पहले लिशियस के एसवीपी और स्नैपडील के एवीपी थे। वरुण सदाना लिशियस के सह-संस्थापक और स्नैपडील के वीपी थे और अमन टेकरीवाल लिशियस के सीएफओ थे।
संस्थापक टीम में डायल-ए-वेट के संस्थापक डॉ शांतनु कलांबी भी शामिल हैं, जो सुपरटेल में मुख्य पशु चिकित्सक हैं। पालतू जानवरों के लिए एक टेली-स्वास्थ्य सेवा स्थापित करने के अलावा उन्होंने रीफवॉच समुद्री संरक्षण, भारतीय वन्यजीव ट्रस्ट और सीयूपीए के साथ कई प्रकार के पशु कल्याण और संरक्षण परियोजनाओं पर भी काम किया है।
बेंगलुरू में एक एनिमल असिस्टेड थेरेपी वेंचर थेरेप्यूटिक पॉज़ की संस्थापक उन्नति हुंजन और चेन्नई में एक पशु चिकित्सा क्लिनिक प्रबंधन सॉफ्टवेयर कंपनी अनिमेप के संस्थापक सागर शेठ टीम के अन्य सदस्य हैं।
वरुण कहते हैं, “हम में से प्रत्येक के पास पेट केयर ईको-सिस्टम के लिए एक निरंतर जुनून है और भारत को एक पेट-फ्रेंडली नेशन बनाने के लिए एक दृष्टिकोण साझा करता है। यह वही है जो पालतू जानवरों की देखभाल करने वाले विशेषज्ञों और उत्साही लोगों की हमारी टीम को एकजुट करता है।”
वरुण का कहना है कि आईआईएम लखनऊ से एमबीए की डिग्री और एफएमसीजी और रिटेल स्पेस में दशक भर के अनुभव ने उनकी अब तक की उद्यमशीलता की यात्रा में मदद की है। उन्होंने हिंदुस्तान यूनिलीवर, स्नैपडील और आईबीएम जैसे ब्रांडों के साथ काम किया है। उनके अनुसार उनका लक्ष्य पालतू जानवरों की स्वास्थ्य देखभाल में पहुंच की खाई को पाटने और पालतू जानवरों के पालन-पोषण को एक सहज और समृद्ध अनुभव बनाने वाले उत्पादों और सेवाओं का ईको-सिस्टम बनाकर सुपरटेल के साथ भारत में पेटकेयर की फिर से कल्पना करना है।
वह बताते हैं,
“महामारी ने अधिक लोगों को पालतू जानवरों को अपनाने के लिए प्रेरित किया क्योंकि लॉकडाउन बहुत सारे लोगों के लिए अलगाव और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को लेकर आया था। यह वह दौर था जब पालतू जानवरों ने उनके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। एक और दिलचस्प बात यह थी कि घर से काम करने के दौरान लोगों के पास अतिरिक्त समय था। इसने परिवार के एक नए सदस्य की देखभाल करना एक आसान अनुभव बना दिया।”
नए पालतू पशु मालिकों का एक बड़ा समूह युवा हैं और वे उत्सुक हैं। वे एक पालतू जानवर को पालने के बारे में अधिक विश्वसनीय जानकारी चाहते हैं। यह पहली पीढ़ी है जो पालतू पशु मालिकों को अपने आप में एक अवधारणा के रूप में देख रही है।
विकास की यात्रा
रिसर्च एंड मार्केट्स के अनुसार वर्ष 2025-26 के अंत तक भारत में पालतू पशुओं की देखभाल का कुल बाजार 7,500 करोड़ रुपये को पार कर जाने की उम्मीद है। उभरते वैश्विक रुझान और बढ़ती सुलभ आय इस वृद्धि के प्रमुख कारण हैं।
वरुण कहते हैं,
"हमने लॉन्च से पहले ही अपनी प्री-सीरीज़ ए राउंड में 26 लाख डॉलर का निवेश सामा कैपिटल, डीएसजी कंज्यूमर पार्टनर, व्हाइटबोर्ड कैपिटल, सॉस वीसी, टाइटन कैपिटल, केए वेंचर्स के साथ-साथ लिशियस के संस्थापक विवेक गुप्ता और अभय हंजुरा एवेंडस के पंकज नाइक और फोसुन कैपिटल के तेज कपूर से जुटाया था। इसके बाद हमने अल्टेरिया कैपिटल से 5.75 करोड़ रुपये का उद्यम ऋण भी जुटाया।”
जुलाई 2021 में अपनी स्थापना के बाद से सुपरटेल ने 10,000 से अधिक पालतू पशु मालिकों की सेवा ई है। इसी के साथ स्टार्टअप ने स्वास्थ्य देखभाल और ऑनलाइन प्रशिक्षण सेवाओं को कवर करते हुए 5,000 से अधिक परामर्श पूरे किए हैं।
प्रतिस्पर्धियों के बारे में पूछे जाने पर वरुण ने हेडसफ़ोर्टेल्स, पेटसूत्र और अमेज़ॅन जैसे व्यवसायों की ओर इशारा किया, लेकिन वे कहते हैं, “हम इन प्लेटफार्मों से अलग हैं क्योंकि हम एक वन-स्टॉप पेटकेयर प्लेटफॉर्म हैं, जो पालतू जानवरों की आपूर्ति प्रदान करता है। स्वास्थ्य सेवा और ऑनलाइन प्रशिक्षण जैसी उच्च गुणवत्ता वाली डिजिटल सेवाएं इसमें शामिल हैं। हमारा सबसे बड़ा अंतर विश्वसनीय जानकारी और सलाह प्रदान करने की हमारी क्षमता है और यही उनके अनुभव सुखद और स्वस्थ बना देगा।”
आगे बढ़ते हुए भारतीय बाजार में पोषण संबंधी खाद्य पदार्थों से लेकर एक्सेसरीज़ और खिलौनों तक अधिक डी2सी ब्रांडों के आने की संभावना है।
वर्चुअल पेट ट्रेनिंग
इस क्षेत्र में स्टार्टअप को दूसरों से अलग करने वाली प्रमुख सेवाओं में से एक है सुपरटेल्स की ऑनलाइन डॉग ट्रेनिंग सर्विस। पालतू जानवरों के व्यवहार विशेषज्ञों के साथ समर्पित सत्रों के माध्यम से 'युवा पालतू पशु मालिकों के लिए एक पूर्ण डिजिटल समाधान' होने के उद्देश्य के साथ यह सेवा उन्हें अपने पालतू जानवरों को समझने और उनके साथ संवाद करने में सहायता करती है। स्टार्टअप के मुताबिक भारत में पेश की जाने वाली यह अपनी तरह की पहली सेवा है।
वरुण बताते हैं,
"सुपरटेल ने इस समाधान को विशेष रूप से एक ऐसी पीढ़ी के लिए डिज़ाइन किया है जो उनकी की सुविधा पर मदद करने के लिए तैयार पालतू पशु व्यवहार विशेषज्ञों की एक आंतरिक टीम के साथ ऑनलाइन सुलभ विशेषज्ञ-नेतृत्व वाले समाधानों की अपेक्षा और तलाश करती है। यह सेवा अद्वितीय है, जहां पालतू पशु व्यवहार विशेषज्ञ मालिकों को अपने पालतू जानवर को बेहतर ढंग से समझने पर ध्यान केंद्रित करते हैं और अपने पालतू जानवरों को स्वयं प्रशिक्षित करते हैं। यह पारंपरिक पालतू प्रशिक्षण सेवाओं की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक को समाप्त करता है, जहां एक पालतू जानवर को एक प्रशिक्षक की आवश्यकता होती है। अब अपने पशु मालिक पालतू जानवर के संबंधों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।”
उनकी प्रशिक्षण सेवा पांच स्तरों में फैले 13 मॉड्यूल प्रदान करती है और इसमें पॉटी प्रशिक्षण, आज्ञाकारिता प्रशिक्षण और अन्य जैसे कौशल शामिल हैं। वर्ड ऑफ माउथ और संतुष्ट ग्राहकों के रेफरल के जरिये अब तक सुपरटेल बड़ी भीड़ अपनी ओर खींचने में सफल रहा है। इस तथ्य से स्पष्ट है कि उनकी पशु चिकित्सक परामर्श सेवाओं के लिए उन्हें लगातार 5 में से 4.9 रेट किया गया है।
सुपरटेल टीम को प्रशिक्षण की जरूरतों को समझने में मदद करने के लिए आभासी प्रशिक्षण प्रत्येक पालतू पशु मालिकों के नि:शुल्क प्रशिक्षण मूल्यांकन के साथ आता है। मॉड्यूल की कीमत 399 रुपये प्रति सत्र है। वरुण ने बताया कि यह एक शुरुआती कीमत है, जो जल्द ही बदल जाएगी।
वरुण कहते हैं,
“हम हमेशा ग्राहक के दृष्टिकोण से चीजों को देखना पसंद करते हैं। हम दृढ़ता से मानते हैं कि प्रशिक्षण के सभी रूपों को ऑनलाइन दिया जा सकता है, लेकिन इस यात्रा के दौरान यदि हम प्रशिक्षण के उन पहलुओं की खोज करते हैं जिन्हें ऑनलाइन प्रारूप में संबोधित नहीं किया जा सकता है, तो हम फिजिकल प्रशिक्षण सेवाओं में भी कदम रखेंगे।"
Edited by Ranjana Tripathi