तीन दोस्तों ने बनाई ऐसी लैब जहां छात्र कर रहे हैं बेहतरीन इनोवेशन
तीन युवाओं द्वारा शुरू की गई यह पहल आज छात्रों को इनोवेशन की ओर लेकर जा रही है, जहां छात्र अपनी क्रीएटिविटी के जरिये नई-नई इनोवेशन कर रहे हैं।
यह जरूरी नहीं की आप कॉलेज ग्रेजुएट ही हों, अगर आप सच में कुछ नया करना चाहते हैं तो बस आपके भीतर एक अलग सोच होनी चाहिए।
उदाहरण के तौर पर, 10 साल के आसिफ ने अपने दिव्यांग दोस्त के लिए मैग्नेटिक शर्ट बटन तैयार की, क्योंकि उसके दोस्त को शर्ट की बटन लगाने में दिक्कत होती थी। दूसरे ने एक सोलर पैनल लगा हेलमेट विकसित किया, जिसमें लगा एक पंखा आपके सिर को ठंडा रखने में मदद करता है।
ये सारी नई खोजें छात्रों के द्वारा की जा रही हैं और इन्हे आगे बढ्ने में मदद कर रही है हैदराबाद की इंक्वी लैब फ़ाउंडेशन। यह लैब इन युवाओं को नई खोजों के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
यह लैब फिलहाल हैदराबाद के 20 स्कूलों के करीब 700 छात्रों के साथ मिलकर काम कर रही है।इन छात्रों ने इस लैब की मदद से 18 सौ से अधिक डिज़ाइन व 200 प्रोटोटाइप सबमिट किए हैं। यह लैब कक्षा 6 से लेकर 10 तक के छात्रों के लिए ट्रेनिंग सेशन का भी आयोजन करती है।
इंक्वी लैब की स्थापना साल 2017 में ईश्वर बंदी, साहित्य अनुमोलु और विवेक पिद्दमपल्ली ने की थी। लैब का मुख्य उद्देश्य छात्रों के भीतर क्रीएटिविटि और स्किल को डेवलप करना है। लैब IDOC अप्रोच के तहत काम कर रही है, जिसका मतलब इन्सपायर, डिज़ाइन, ओप्टीमाइज़ और क्रिएट है।
इंक्वी लैब अन्य इनोवेशन प्रोग्राम जैसे अटल टिंकरिंग लैब से जैसे भिन्न है, इस बारे में ईश्वर ने एडेक्स लाइव को बताया,
“वे आपको समान मुहैया कराते हैं और कुछ बनाने को कहते हैं, उनके लिए इनफ्रास्ट्रक्चर ही फंडामेंटल है, हमारे केस में ऐसा नहीं है।”
इंक्वी लैब छात्रों को बेसिक किट उपलब्ध कराते है, जिसमें चुंबक और टार जैसे कुछ टूल होते हैं, छात्र इनकी मदद से प्रोटोटाइप का निर्माण करते हैं।
ईश्वर आगे कहते हैं,
“सरल शब्दों में कुछ इचर सरल हो सकते हैं या उन्हे बड़े पैमाने पर ले जाना आसान नहीं होता है, लेकिन फिर भी कोई छात्र इस तरह के समाधान लेकर आता है तो फ़ाउंडेशन उसे सफलता मानता है। यह करने में छात्रों को उनके स्कूल के छात्र ही गाइड करते हैं, जिनहे फ़ाउंडेशन ने प्रक्षित किया है।”
सीखने के दृष्टिकोण को लेकर लैब के प्रयासों के चलते तेलंगाना के 15 सामाजिक कल्याण स्कूलों में पाठ्यक्रम में डिज़ाइन और इनोवेशन को शामिल किया गया है।
‘द लॉजिकल इंडियन’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, सेल्सफोर्स इंडिया, तेलंगाना स्टेट इनोवेशन सेल आउर हैदराबाद स्थित एनजीओ युवा वराधी की मदद से लैब ने कक्षा 8 के छात्रों के लिए थिंक एंड मेक, इनोवेशन प्रोग्राम पेश किया है।