क्या आप भी चाहते हैं Apple जैसी कंपनी में Job, टिम कुक ने बताया कैंडिडेट में कौन सी 4 स्किल्स होनी चाहिए
अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो एप्पल में नौकरी का सपना देखते हैं तो टिम कुक आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं. उन्होंने बताया कि एप्पल एक कैंडिडेट में किन 4 स्किल्स को देखती है.
कौन नहीं है जो एप्पल, गूगल या माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज टेक कंपनी में काम करना चाहता है. कोशिश भी बहुत से लोग करते हैं, लेकिन बहुत ही कम लोग वहां तक पहुंच पाते हैं. अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो ये सपना देखते हैं तो टिम कुक आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं. एप्पल के सीईओ टिम कुक (Tim Cook) ने बताया है कि कंपनियां किन 4 स्किल्स वाले लोगों को ढूंढती हैं. 61 साल के टिम कुक ने ये बातें इटली में University of Naples Federico II में कहीं. उन्होंने बताया कि एप्पल एक कैंडिडेट में किन 4 स्किल्स को देखती है.
1- साथ मिलकर काम करने वाला (Collaboration)
सबसे पहली क्वालिटी तो आप में यही होनी चाहिए कि आप अपने सहकर्मियों के साथ मिलकर अच्छे से काम कर सकें. टिम कुक बताते हैं कि हर किसी के आइडिया बहुत बड़ा योगदान देते हैं, लेकिन जब किसी काम को दो या दो से अधिक लोग साथ मिलकर करते हैं तो उसके नतीजे शानदार होते हैं. वह कहते हैं कि अगर साथ मिलकर काम किया जाए तो बहुत ही बेहतरीन आइडिया देखने को मिलते हैं. यूजर्स के लिए कोई नया प्रोडक्ट बनाते वक्त जब साथ मिलकर काम किया जाता है तभी कोई कंपनी सफल बन सकती है.
2- क्रिएटिविटी (Creativity)
टिम कुक हर कैंडिडेट में क्रिएटिविटी भी चाहते हैं. टिम कहते हैं कि वह ऐसे लोगों को हायर करना पसंद करते हैं जो थोड़ा अलग सोचते हों, ना कि वह किसी भी समस्या को उसी तरह से देखें जैसे हमेशा से देखा जा रहा है. वह चाहते हैं कि किसी भी समस्या का समाधान करते वक्त अलग-अलग नजरिए से देखा जाए. यही वजह है कि वह एक क्रिएटिव कैंडिडेट चाहते हैं जो एक अलग एंगल से किसी भी समस्या का समाधान निकाले.
3- जानने की भूख (Curiosity)
एप्पल के सीईओ टिम कुक एक ऐसा कैंडिडेट ढूंढते हैं, जिसमें जानने की भूख हो. यानी जो हर चीज को जानने के लिए उत्साहित रहता हो. वह चाहते हैं कि लोग सिर्फ अपने काम से काम ना रखें, बल्कि जो उनसे कहा जाए उसके बारे में सवाल भी पूछें. वह कहते हैं कि सवाल पूछने चाहिए, हिचकिचाना नहीं चाहिए. कभी यह नहीं सोचना चाहिए कि जो सवाल आप पूछ रहे हैं या जो आप जानना चाहते हैं, उसे लोग बेवकूफाना तो नहीं समझेंगे. वह कहते हैं कि किसी भी चीज पर एक बच्चे की तरह सवाल पूछने चाहिए और अपने सारे कनफ्यूजन दूर करने चाहिए.
4- अनुभव (Expertise)
किसी भी कैंडिडेट में टिम कुक उसके अनुभव को भी देखते हैं. यहां अनुभव का मतलब ये नहीं है कि उसे काम का कितना अनुभव है, बल्कि इसका मतलब है कि उसे उस कैटेगरी का कितना अनुभव है. यह अनुभव पढ़ाई से भी मिला हुआ हो सकता है और किसी दूसरी कंपनी में नौकरी से भी. जैसे अगर कंपनी इंडस्ट्रियल डिजाइन में कुछ करना चाहती है तो इंडस्ट्रियल डिजाइन की जानकारी और अनुभव रखने वाले को ही हायर करना पसंद करेंगे.
टिम कुक अपने कैंडिडेट में क्या ढूंढते हैं अब आप ये जान ही चुके हैं. तो अगर आप भी एप्पल में नौकरी करना चाहते हैं और आप में ये क्वालिटी हैं तो तुरंत एप्पल में अप्लाई कर सकते हैं. हालांकि, अगर आप में ये स्किल्स नहीं हैं तो आपके लिए बेहतर होगा कि आप एप्पल के बजाय किसी दूसरी कंपनी में अप्लाई करें या इन स्किल्स को डेवलप करें.