Twitter पर सेंसिटिव कंटेंट देखने के लिए करना होगा ये काम, क्या है सेंसिटिव पॉलिसी?
पिछले कुछ दिनों में, कई यूजर्स ने गौर किया कि ट्विटर उनसे कुछ खास ट्वीट्स के कंटेंट को देखने के लिए अपनी जन्मतिथि दर्ज करने के लिए कह रहा है.
माइक्रोब्लॉगिंग साइट Twitter अब 18 वर्ष से कम उम्र के यूजर्स के लिए 'संवेदनशील ट्वीट' (‘sensitive tweets’) को प्रतिबंधित करने के लिए एक नया फीचर लॉन्च करने की तैयारी कर रही है. इस तरह के पोस्ट को देखने के लिए, यूजर्स को यह बताना होगा कि वे वयस्क (18 वर्ष से अधिक) हैं. इसके लिए उन्हें अपने अकाउंट में अपनी जन्मतिथि बतानी होगी. टेकक्रंच ने इस ख़बर की पुष्टि की है.
पिछले कुछ दिनों में, कई यूजर्स ने गौर किया कि ट्विटर उनसे कुछ खास ट्वीट्स के कंटेंट को देखने के लिए अपनी जन्मतिथि दर्ज करने के लिए कह रहा है.
“हम लोगों को उनके अनुभव पर अधिक विकल्प और नियंत्रण देने के साथ-साथ प्लेटफॉर्म को सभी के लिए सुरक्षित बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं. हम उन लोगों के लिए कुछ सेंसिटिव कंटेंट को प्रतिबंधित करने जा रहे हैं, जो या तो 18 वर्ष से कम उम्र के हैं या फिर जिन्होंने अपनी जन्मतिथी नहीं बताई है. इसके लिए हम एक नया फीचर लॉन्च करने वाले हैं," ट्विटर के प्रवक्ता ने टेकक्रंच को बताया.
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि फीचर को कंपनी के यूजर सेफ्टी प्रयासों के एक हिस्से के रूप में लॉन्च किया जा रहा है. हालांकि, ट्विटर ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह फीचर वैश्विक स्तर पर उपलब्ध होगा या नहीं. साथ ही, यह नहीं बताया कि यह कैसे वैरिफाई करेगा कि यूजर द्वारा बताई गई जन्मतिथी उसकी वास्तविक जन्मतिथी है या नहीं.
वहीं, यूजर्स ने कंपनी की गोपनीयता प्रथाओं के बारे में सवाल उठाए हैं, क्योंकि सेंसिटिव कंटेंट देखने के लिए जन्मतिथि दर्ज करने पर यह कहता है कि डेटा का उपयोग लक्षित विज्ञापनों के लिए किया जा सकता है. हालांकि, कंपनी इस बात पर चुप्पी साधे हुए है.
आपको बता दें कि वर्तमान में सोशल नेटवर्क साइट पर प्रोफाइल बनाने के लिए यूजर कम से कम 13 वर्ष का होना चाहिए. ऐसे में कंटेंट-फ़िल्टरिंग पीचर के लिए यूजर्स को अपनी उम्र को सेल्फ-वैरिफाई करने के लिए कहने का कोई तुक नहीं बनता है. यूके के संचार नियामक Ofcom द्वारा प्रकाशित एक हालिया रिपोर्ट ने इस बात का संकेत दिया कि एक तिहाई बच्चे अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के होने के बारे में झूठ बोलते हैं.
क्या है Twitter की सेंसिटिव कंटेंट पॉलिसी?
टेकक्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, सैन फ्रांसिस्को स्थित कंपनी की सेंसिटिव कंटेंट पॉलिसी में एडल्ट कंटेंट, ग्राफिक वॉइलेंस, और हेटफुल इमेजरी शामिल हैं. साथ ही, जबकि एडल्ट कंटेंट पर कोई वास्तविक प्रतिबंध नहीं है, ऐसे ट्वीट पोस्ट करने वाले लोगों को इसे 'सेंसिटिव' के रूप में चिह्नित करना होगा और सेंसिटिव कंटेंट पोस्टिंग को दिखाने के लिए अकाउंट सेटिंग्स को बदलना होगा. इसके अलावा, ऐसे फोटो/वीडियो को हेडर इमेज, प्रोफाइल पिक्चर या लाइव वीडियो के माध्यम से पोस्ट नहीं किया जा सकता है.
क्या कहती है कंपनी?
टेकक्रंच की रिपोर्ट के मुताबिक़, कंपनी का कहना है कि गैर-सहमति वाली नग्नता (policy against non-consensual nudity) के खिलाफ उसकी सख्त नीति है जो किसी को भी इन नियमों का उल्लंघन करने वाले मीडिया वाले ट्वीट्स की रिपोर्ट करने की अनुमति देती है.
सोशल मीडिया दिग्गज का कहना है कि वह टेक्नोलॉजी, टूल्स और पॉलिसी के साथ बाल यौन शोषण सामग्री (child sexual abuse material - CSAM) के खिलाफ लगातार लड़ती है. कंपनी ने इसे तुरंत लागू किया और इस पॉलिसी का उल्लंघन करने वाले यूजर अकाउंट्स को स्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया. यह उन्हें National Center for Missing & Exploited Children (NCMEC) को भी रिपोर्ट करता है.
क्यों पड़ी सेंसिटिव कंटेंट फीचर की जरुरत?
18 वर्ष से कम उम्र के यूजर्स के लिए कुछ कंटेंट को प्रतिबंधित करने के लिए ट्विटर का कदम अगस्त में The Verge की एक रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें कहा गया है कि कंपनी बाल यौन शोषण सामग्री (CSAM) और गैर-सहमति वाली नग्नता का बड़े पैमाने पर पता लगाने में विफल रही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्विटर OnlyFans प्रतियोगी बनाकर एडल्ट कंटेंट को मॉनेटाइज करना चाहती थी, लेकिन उपर्युक्त निषिद्ध कंटेंट (prohibited content) का पता लगाने में उसकी विफलता के कारण उस प्रोजेक्ट को बंद कर दिया गया.